दिल्ली में गर्मी का कहर; 46 डिग्री तक पहुंच सकता है तापमान, येलो अलर्ट जारी
क्या है खबर?
दिल्लीवासियों को गर्मी से कोई राहत मिलती हुई नहीं दिख रही है और मौसम विभाग ने शहर में गर्मी की लहर आने का अनुमान लगाया है।
विभाग के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों में दिल्ली के कुछ हिस्सों में तापमान 46 डिग्री सेल्सियस के आंकड़े को पार सकता है, जो कि अप्रैल के महीने में अब तक का सबसे अधिक तापमान होगा।
स्थिति को देखते हुए मौसम विभाग ने शहर में येलो अलर्ट जारी किया है।
अनुमान
आज 2 से 3 डिग्री बढ़ सकता है अधिकतम तापमान
मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली में आज अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि देखने को मिल सकती है और कई इलाकों में तापमान 42 डिग्री से अधिक हो सकता है। मंगलवार को सफदरजंग स्थित दिल्ली के मुख्य मौसम केंद्र पर 40.8 डिग्री तापमान दर्ज किया गया था।
अनुमान के मुताबिक, गुरूवार तक तापमान 44 डिग्री तक पहुंच सकता है और कुछ इलाकों में ये 46 डिग्री से अधिक हो सकता है।
जानकारी
आखिरी बार 1941 में 45 डिग्री से अधिक रहा था दिल्ली का तापमान
अगर दिल्ली में तापमान 46 डिग्री के आंकड़े को पार करता है तो ये अप्रैल महीने में इतिहास का अब तक का सबसे गर्म दिन होगा। इससे पहले 29 अप्रैल, 1941 में दिल्ली का तापमान 45.6 डिग्री रहा था।
अलर्ट
दिल्ली में 28 अप्रैल से येलो अलर्ट घोषित
मौसम विभाग ने 28 अप्रैल से दिल्ली में येलो अलर्ट (नजर रखें) जारी किया है। ऑरेंज (तैयार रहें) और रेड (कदम उठाएं) अलर्ट सबसे खतरनाक होते हैं।
विभाग ने कहा कि गर्मी के कारण शिशुओं, बुजुर्गों और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों को स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
उसने कहा, "प्रभावित हिस्सों के लोगों को गर्मी में निकलने से बचना चाहिए और कम वजन और हल्के रंग के ढीले सूती कपड़े पहनने चाहिए।"
जानकारी
हल्की बारिश से शुक्रवार को मिल सकती है अस्थायी राहत
विभाग ने शुक्रवार से दिल्लीवासियों को अस्थायी राहत मिलने की उम्मीद जताई है। इस दिन आसमान में बादल छाए रह सकते हैं, हल्की बारिश हो सकती है और 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।
गर्मी की लहर
मार्च के आखिरी हफ्ते से ही उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य से अधिक तापमान
बता दें कि उत्तर-पश्चिम भारत में मार्च के आखिरी हफ्ते से ही सामान्य से अधिक तापमान दर्ज किया जा रहा है। दिल्ली में अप्रैल में आठ दिन गर्मी की लहर रही जो 2010 में 10 दिन के बाद सबसे अधिक है।
विशेषज्ञों ने गर्मी की इस लहर के लिए उत्तर भारत और दक्षिण भारत के किसी बड़े सिस्टम के ऊपर सक्रिय पश्चिमी डिस्टरबेंस की कमी को जिम्मेदार ठहराया है।
पिछले हफ्ते बादलों के कारण कुछ राहत मिली थी।
रिकॉर्डतोड़ गर्मी
122 सालों में सबसे गर्म रहा था मार्च महीना
गौरतलब है कि भारत में ये मार्च पिछले 122 सालों का सबसे गर्म मार्च महीना रहा। पिछले महीने तापमान ने 2010 में दर्ज किए औसतन अधिकतम तापमान का रिकॉर्ड तोड़ दिया।
मार्च, 2010 में दिन का औसतन तापमान 33.9 डिग्री सेल्सियस रहा था, जबकि बीते महीने औसतन तापमान 33.10 डिग्री तक पहुंच गया।
यह 1901 के बाद से दर्ज किया गया मार्च का सबसे अधिक औसत तापमान है। दिल्ली समेत कई राज्यों में तापमान अधिक रहा था।