भारत ने किया सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल का सफल परीक्षण
क्या है खबर?
मिसाइल क्षेत्र में एक और बड़ा मुकाम हासिल करते हुए भारत ने रविवार को मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल वायु रक्षा प्रणाली का सफल परीक्षण किया है। यह परीक्षण ओडिशा के बालासोर के तट पर किया गया है।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के अधिकारी ने परीक्षण की जानकारी देते हुए कहा कि मिसाइल ने काफी दूर से ही अपने लक्ष्य पर सीधा हमला किया। यह सेना के लिए बड़ी सफलता है।
ट्वीट
DRDO ने ट्वीट कर दी जानाकारी
DRDO की ओर से किए गए ट्वीट में कहा गया है, 'NRSAM-सेना मिसाइल प्रणाली का ओडिशा के ITR बालासोर तट पर सुबह करीब साढ़े दस बजे परीक्षण किया गया। बढ़ी हुई रेंज की इस मिसाइल ने काफी दूरी से ही सीधे निशाना साधते हुए लक्ष्य को नष्ट कर दिया गया। यह प्रणाली भारतीय सेना का ही अहम हिस्सा है।'
सेना के अधिकारियों ने इस मिसाइल के सफल परीक्षण पर इसके निर्माताओं को भी बधाई दी है।
विशेषता
क्या है इस मिसाइल की खासियत?
अधिकारियों ने बताया कि मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (MRSAM) का वजन करीब 275 किलोग्राम होता है। वहीं इसकी लंबाई 4.5 मीटर और व्यास 0.45 मीटर होता है।
इस मिसाइल पर 60 किलोग्राम वॉरहेड यानी हथियार लोड किया जा सकता है। यह मिसाइल लॉन्च होने के बाद धुआं कम छोड़ती है।
उन्होंने बताया कि इसकी रेंज में आने पर किसी यान, विमान, ड्रोन या मिसाइल का बचना नामुमकिन होता है।
अन्य
23 मार्च को किया गया था ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का परीक्षण
बता दें कि भारत ने 23 मार्च को सतह से सतह पर मार करने वाली ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का भी सफल परीक्षण किया था। वह परीक्षण अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में किया गया था।
रक्षा अधिकरियों ने बताया था कि इस मिसाइल ने सीधे अपने लक्ष्य को भेद दिया था।
वायुसेना अध्यक्ष वीआर चौधरी ने इस सतह से सतह पर मार करने वाली सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के सफल परीक्षण पर अधिकारियों को बधाई भी दी थी।
जोर
रक्षा क्षेत्र की मजबूती पर जोर दे रही है सरकार
बता दें कि सरकार लगातार रक्षा क्षेत्र की मजबूती पर जोर दे रही है और रक्षा बजट को बढ़ा रही है।
सरकार का पूरा ध्यान रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने का है। यही कारण है कि सरकार रक्षा आयात को घटाने और निर्यात को बढ़ाने पर काम कर रही है।
पिछले आठ सालों में भारत के हथियार निर्यात में छह गुना उछाल आया है। चालू वित्त वर्ष में भारत ने अब तक 11,607 करोड़ रुपए के हथियार निर्यात किए हैं।
लक्ष्य
भारत ने रक्षा निर्यात बढ़ाने का निर्धारित किया लक्ष्य
पिछले सात सालों में मोदी सरकार ने रक्षा क्षेत्र में निर्यात को बढ़ाने के लिए कई बड़े फैसले किए हैं। सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 तक देश के रक्षा निर्यात को बढ़ाकर 36,500 करोड़ रुपए करने का लक्ष्य भी निर्धारित किया है।
स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टिट्यूट (SIPRI) के मुताबिक, रक्षा बजट में खर्च में भारत दुनिया में अमेरिका और चीन के बाद तीसरे स्थान पर है। भारत ने 2011 के बाद से रक्षा बजट को 76 प्रतिशत बढ़ाया है।