मध्य प्रदेश: 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं 2 मार्च से होंगी शुरू, जानिए तैयारी के टिप्स
मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा जारी डेटशीट के अनुसार, राज्यों में 12वीं की परीक्षाएं 2 मार्च से शुरू होंगी। बोर्ड परीक्षाएं 1 अप्रैल तक आयोजित की जाएंगी। परीक्षाएं सुबह की पाली में सुबह 9:00 बजे से 12:00 बजे तक आयोजित होंगी। परीक्षा के दौरान छात्र तनाव में आ जाते हैं और ठीक से पढ़ाई नहीं कर पाते हैं। आइए जानते हैं कि परीक्षा की तैयारी के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
ये है परीक्षा शेड्यूल
2 मार्च को हिंदी की परीक्षा होगी। 4 मार्च को अंग्रेजी, 6 मार्च को भौतिकी, भारतीय कला का इतिहास और व्यावसायिक पाठ्यक्रम का पहला पेपर होगा। 10 मार्च को जीव विज्ञान, 13 मार्च को जैव प्रौद्योगिकी और 15 मार्च को राजनीति विज्ञान, व्यावसायिक पाठ्यक्रम का दूसरा पेपर होगा। 18 मार्च को इतिहास, रसायन विज्ञान, 21 मार्च को गणित, 24 मार्च को समाजशास्त्र, साइकोलॉजी, 28 मार्च को उर्दू, 31 मार्च को शारीरिक शिक्षा और 1 अप्रैल को संस्कृत की परीक्षा होगी।
सबसे पहले क्या पढ़ें?
12वीं बोर्ड में छात्रों को अपने संकाय के हिसाब से तैयारी करनी चाहिए। छात्रों को सबसे पहले नवीनतम पाठ्यक्रम समझना चाहिए। पाठ्यक्रम समझने के बाद सरल और कठिन विषयों के आधार पर अपना टाइमटेबल बनाना चाहिए। प्रत्येक विषय के लिए समय निर्धारित कर लें। हर विषय को पाठ्यक्रम और अंकों के आधार पर टॉपिक्स में बांट लें। ज्यादा अंक वाले टॉपिक्स को पहले प्राथमिकता दें। कम अंक वाले टॉपिक्स को पूरा करने में ज्यादा समय व्यर्थ न करें।
खुद का आंकलन करें
किसी भी परीक्षा की तैयारी के लिए आंकलन जरूरी है। अपनी ताकत और कमजोरियों को समझने के लिए सैंपल पेपर हल करें। पेपर हल करने के बाद खुद आंकलन करें। आप जिन विषयों में कमजोर हैं, उसके सवालों को बार-बार हल करें। इससे परीक्षा पैटर्न और मार्किंग स्कीम समझने में मदद मिलेगी। हल किए गए पेपर को शिक्षकों और दोस्तों से चेक करवाएं। बोर्ड अपनी वेबसाइट पर सैंपल पेपर जारी करता है, आप उन्हें भी डाउनलोड कर सकते हैं।
एक समय पर एक ही विषय पर ध्यान दें
बोर्ड परीक्षा के विद्यार्थियों के लिए सबसे अहम सुझाव है कि वे एक समय पर एक ही विषय पर ध्यान दें। सभी विषयों को एक साथ रटने का प्रयास न करें। इससे आप भ्रमित हो जाएंगे और किसी भी विषय को नहीं पढ़ पाएंगे। टाइमटेबल के अनुसार हर विषय को निर्धारित समय दें। प्रत्येक विषय के लिए अलग-अलग किताबों और नोट्स का उपयोग न करें। कक्षा में बनाए गए नोट्स से ही पढ़ाई करें।
सूत्र, प्रमेय और परिभाषाएं लिख-लिखकर याद करें
बोर्ड की परीक्षाओं में सूत्र, प्रमेय से संबंधित सवाल आते हैं। अगर आपको पूरा उत्तर नहीं पता तो केवल सूत्र और परिभाषाएं लिखने पर आधे अंक मिल सकते हैं, इसलिए सूत्र, प्रमेय और महत्वपूर्ण फॉर्मूले और डायग्राम लिख-लिखकर याद करें।
टॉपर्स की कॉपियों से करें सुधार
बोर्ड की परीक्षाओं में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण उत्तर लेखन होता है। उत्तर लेखन से संबंधित सवाल ज्यादा अंकों के होते हैं। छात्र उत्तर लेखन का ज्यादा अभ्यास करें। उत्तर को निर्धारित फॉर्मेट और प्वाइंट्स में लिखने का प्रयास करें। महत्वपूर्ण प्वाइंट्स को हाईलाइट करें। इंटरनेट पर मौजूद टॉपर्स की कॉपियां देखकर सुधार की कोशिश करें। उत्तर को निर्धारित शब्द सीमा में लिखें। उत्तर लिखने के दौरान समय का ध्यान रखें। उत्तर अच्छी राइटिंग में लिखे और कॉपी साफ रखें।