दिल्ली में बोर्ड परीक्षा के दौरान बंद रहेगी राशन वितरण और वेक्सीनेशन प्रक्रिया
क्या है खबर?
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) की टर्म-1 परीक्षा के दौरान सार्वजनिक गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है।
दिल्ली के शिक्षा निदेशालय ने स्कूलों को एक परिपत्र जारी किया है जिसमें कहा गया है कि परीक्षा के दौरान राशन वितरण तथा टीकाकरण जैसी गतिविधियां आयोजित नहीं की जाएं।
इसके साथ ही सोमवार को जारी आदेश में स्कूल के प्रमुखों को मास्क, हैंड सैनिटाइजर उपलब्ध कराने और साफ सफाई रखने का भी निर्देश दिया गया है।
परीक्षा
17 नवंबर से शुरू होगी 10वीं कक्षा की परीक्षाएं
'माइनर' विषयों के लिए CBSE की कक्षा 12 और 10 की परीक्षाएं क्रमशः 16 और 17 नवंबर से शुरू हो रही हैं।
CBSE की 12वीं कक्षा की आज एंटरप्रेन्योरशिप और ब्यूटी व वेलनेस विषय की परीक्षा है। जो कि ऑब्जेक्टिव टाइप है।
'मेजर' विषयों के लिए कक्षा 10 की परीक्षा 30 नवंबर, 2021 तथा कक्षा 12 की परीक्षा एक दिसंबर से शुरू होगी।
कक्षा 9 और 11 की मिड-टर्म परीक्षा भी 1 दिसंबर, 2021 से होने वाली हैं।
निर्देश
दिल्ली शिक्षा निदेशालय ने क्या निर्देश दिया?
स्कूलों में बोर्ड परीक्षाओं के दौरान कोई परेशानी ना हो इसे देखते हुए सोमवार को दिल्ली शिक्षा निदेशालय द्वारा परिपत्र जारी किया गया है।
इसमें कहा गया है कि सभी परीक्षाओं के सुचारु और निर्बाध रूप से संचालन के लिए सरकारी, सरकार द्वारा सहायता प्राप्त और गैर सहायता प्राप्त स्कूलों के प्रमुखों को निर्देश दिया जाता है कि वे परीक्षा के दौरान राशन वितरण, टीकाकरण केंद्र या अन्य सार्वजनिक गतिविधियों को नहीं चलाएं।
टीकाकरण
शिक्षकों, कर्मचारियों को टीकाकरण रिपोर्ट देनी होगी
बता दें कि दिल्ली शिक्षा निदेशालय के गूगल ट्रैकर लिंक पर स्कूलों को जानकारी देने का निर्देश दिया गया था जो शिक्षकों और कर्मचारियों की कोविड टीकाकरण स्थिति रिपोर्ट प्रदान करता है।
पिछले महीने जारी किए गए आदेश में दिल्ली शिक्षा निदेशालय ने कहा था कि जिन शिक्षकों और कर्मचारियों ने टीकाकरण नहीं कराया है उन्हें 15 अक्टूबर से स्कूल आने की अनुमति नहीं दी जाएगी और उन्हें छुट्टी पर माना जाएगा।
योजना
CBSE ने साल 2022 बोर्ड परीक्षा के लिए बनाई यह योजना
CBSE ने कोरोना के खतरे की वजह से साल 2022 की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं से पहले फर्स्ट टर्म परीक्षा कराने की योजना बनाई है।
इस परीक्षा प्रणाली को लागू करने का उद्देश्य परीक्षा के समय आने वाली सभी तरह की चुनौतियों से निपटना है।
ये फर्स्ट टर्म परीक्षा वैकल्पिक परीक्षा पैटर्न पर आधारित होंगे।
इन परीक्षाओं के लिए डेटशीट भी जारी की जा चुकी है और छात्रों को उनका प्रवेश पत्र भी उपलब्ध कराया जा चुका है।