देश के महानगरों में टमाटर की कीमतों में हुआ दोगुना से भी अधिक का इजाफा
क्या है खबर?
सब्जी का स्वाद बढ़ाने वाले टमाटर ने इन दिनों मुंह का स्वाद बिगाड़ रखा है। बेमौसम बारिश और कम आपूर्ति से देश के महानगरों में टमाटर की कीमतों में दोगुना से भी अधिक का उछाल आ गया है। ऐसे में अब सब्जियों से टमाटर गायब होता नजर आ रहा है।
हालात यह है कि एक महीने पहले तक खुदरा बाजार में महज 38 रुपये प्रति किलो बिकने वाला टमाटर अब 72 से 75 रुपये प्रति किलो में बिक रहा है।
सबसे ज्यादा
कोलकाता में सबसे अधिक बढ़े टमाटर के भाव
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों पर नजर डालें तो पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में टमाटर के सबसे अधिक दाम बढ़े हैं। यहां 12 सितंबर को खुदरा बाजार में टमाटर 38 रुपये किलो बिक रहा था, लेकिन 12 अक्टूबर को यह 72 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गया।
इसी तरह राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और चेन्नई में टमाटर पिछले महीने के 20-30 रुपये प्रति किलो की तुलना में 57 रुपये प्रति किलो बिक रहा है।
जानकारी
मुंबई में यह है टमाटर के भाव
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में एक महीने पहले टमाटर 15 रुपये प्रति किलो बिक रहा था, लेकिन मंगलवार को इसके भाव 53 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गए। ऐसे में लोग इससे दूरी बना रहे हैं।
बयान
बेमौसम बारिश से खराब हुई फसल- कौशिक
फलों और सब्जियों के लिए दिल्ली स्थित एशिया की सबसे बड़ी आजादपुर मंडी में टमाटर एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक कौशिक ने कहा, "मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे टमाटर उत्पादक राज्यों में बेमौसम बारिश ने फसल को बड़ा नुकसान पहुंचाया है। इसके कारण दिल्ली जैसे उपभोक्ता बाजारों में आपूर्ति प्रभावित हुई है।"
उन्होंने कहा, "बेमौसम बारिश से खराब हुई फसलों के कारण ही थोक और खुदरा दोनों बाजारों में इसकी कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है।"
बर्बादी
बेमौसम बारिश के कारण बर्बाद हुई 60 प्रतिशत फसल- कौशिक
अध्यक्ष कौशिक ने कहा, "बेमौसम बारिश के कारण देश के टमाटर उत्पादक राज्यों में 60 प्रतिशत से अधिक फसल बर्बाद हो गई है। इसके चलते बड़े शहरों में मांग के अनुसार आपूर्ति नहीं हो पा रही है।"
उन्होंने कहा, "आजादपुर मंडी में एक महीने में टमाटर की कीमतें लगभग दोगुनी होकर 40-60 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई है। इसी तरह टमाटरों की दैनिक आवक भी 250-300 टन ही रह गई है। इससे कीमतों में तेजी आई है।"
उत्पादन
भारत में होता है 19.75 मिलियन टन टमाटर का उत्पादन
नेशनल हॉर्टिकल्चरल रिसर्च एंड डेवलपमेंट फाउंडेशन के अनुसार, चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा टमाटर उत्पादक देश भारत है।
यहां 7.89 लाख हेक्टेयर क्षेत्र से लगभग 25.05 टन प्रति हेक्टेयर की औसत उपज के साथ लगभग 19.75 मिलियन टन का उत्पादन होता है।
वर्तमान में मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में टमाटर की कटाई चल रही है। टमाटर की फसल बोने के लगभग 2-3 महीने में कटाई के लिए तैयार हो जाती है।