NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / बिज़नेस की खबरें / क्या है हेलीकॉप्टर मनी और कोरोना वायरस संकट के बीच क्यों हो रहा है इसका जिक्र?
    अगली खबर
    क्या है हेलीकॉप्टर मनी और कोरोना वायरस संकट के बीच क्यों हो रहा है इसका जिक्र?

    क्या है हेलीकॉप्टर मनी और कोरोना वायरस संकट के बीच क्यों हो रहा है इसका जिक्र?

    लेखन मुकुल तोमर
    Apr 14, 2020
    04:41 pm

    क्या है खबर?

    कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण दुनियाभर में अर्थव्यवस्थाएं बंद पड़ी हैं और विशेषज्ञ इस संकट से बाहर निकलने के रास्ते तलाश रहे हैं।

    इस बीच 'हेलीकॉप्टर मनी' का जिक्र बार-बार आ रहा है और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने भी हेलीकॉप्टर मनी को इस आर्थिक संकट से निकलने का एक रास्ता बताया है।

    लेकिन ये हेलीकॉप्टर मनी आखिर है क्या, आइए आपको समझाते हैं।

    परिभाषा

    क्या होती है 'हेलीकॉप्टर मनी'?

    आसान भाषा में समझें तो जब कोई केंद्रीय बैंक नोट छापकर सरकार को देता है और सरकार संकट से जूझ रही अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए इस पैसे को फ्री में लोगों के बीच बांटती है तो इसे 'हेलीकॉप्टर मनी' कहा जाता है। सरकार को ये पैसा केंद्रीय बैंक को वापस नहीं करना होता है।

    सरकार उम्मीद करती है कि लोगों के खर्च के जरिए ये पैसा वापस अर्थव्यवस्था में आएगा, इससे मांग बढ़ेगी और आर्थिक पहिया चलने लगेगा।

    धारणा

    अमेरिकी अर्थशास्त्री ने दिया था नाम

    अमेरिकी अर्थशास्त्री मिल्टन फ्रीडमैन ने 1969 में इस पूरी प्रक्रिया को 'हेलिकॉप्टर मनी' का नाम दिया था, जो हेलीकॉप्टर से पैसे बरसाना प्रदर्शित करता है। चूंकि इसमें सरकार पर कोई कर्ज नहीं होता है, इसलिए इसकी परिकल्पना आसमान से पैसे बरसने की तरह की गई है।

    कहीं भी जब आर्थिक संकट चरम पर हो और आगे कोई रास्ता न दिख रहा हो, तब अंतिम विकल्प के तौर पर हेलीकॉप्टर मनी का प्रयोग किया जाता है।

    जोखिम

    कितना जोखिम भरा है हेलीकॉप्टर मनी का रास्ता?

    हेलीकॉप्टर मनी को एक बेहद अधिक जोखिम वाला रास्ता माना जाता है और इससे अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान भी हो सकता है।

    जब लोगों के पास फ्री का पैसा होता है तो वे अधिक खर्च करते हैं और मंहगाई अत्यधिक बढ़ने लगती है और पैसे की कीमत न के बराबर रह जाती है।

    अपने आर्थिक संकट के समय जिम्बाब्वे और वेनेजुएला ने भी इसका प्रयोग किया था और उसकी मुद्रा के भाव कौडियों के हो गए थे।

    बयान

    क्यों हो रही हेलीकॉप्टर मनी पर चर्चा?

    हेलीकॉप्टर मनी को लेकर मौजूदा चर्चा तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव के एक बयान के बाद हुई है। हेलीकॉप्टर मनी को इस आर्थिक संकट से निकलने का रास्ता बताते हुए उन्होंने केंद्र सरकार से GDP का पांच प्रतिशत फंड क्वांटिटेटिव ईजिंग के जरिए जारी करने की मांग की।

    उन्होंने कहा था कि सरकार को फिलहाल राजकोषीय घाटे से ध्यान हटाना चाहिए और इसका टारगेट GDP का पांच प्रतिशत रखा जाना चाहिए।

    अंतर

    क्या एक समान होते हैं क्वांटिटेटिव ईजिंग और हेलीकॉप्टर मनी?

    क्वांटिटेटिव ईजिंग के तहत भी केंद्रीय बैंक नोटों की छपाई करता है, लेकिन इनके जरिए वह सरकारी बॉन्ड खरीदता है।

    कई विशेषज्ञ क्वांटिटेटिव ईजिंग के जरिए जारी पैसे को हेलीकॉप्टर मनी नहीं मानते हैं क्योंकि सरकार को ये पैसा केंद्रीय बैंक को वापस करना होता है।

    कोरोना वायरस के इस संकट के समय कुछ विशेषज्ञों ने जापान में एक तरह की हेलीकॉप्टर मनी के प्रयोग की आशंका जताई है, हालांकि जापान ने इससे इनकार किया है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    तेलंगाना
    के चंद्रशेखर राव
    अर्थव्यवस्था समाचार
    कोरोना वायरस

    ताज़ा खबरें

    सुप्रीम कोर्ट ने अशोका विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अली खान को जमानत दी, कहा- सस्ती लोकप्रियता क्यों? अशोका यूनिवर्सिटी
    टच स्क्रीन टेक्नोलॉजी का उपयोग कर कैसे बनाएं डिजिटल आर्ट?  काम की बात
    केंद्र सरकार के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचा तमिलनाडु, फंड रोकने का लगाया आरोप तमिलनाडु
    बेंगलुरु: SBI में कन्नड़ भाषा विवाद को मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बताया "बहुत निदंनीय" सिद्धारमैया

    तेलंगाना

    तेलंगाना डॉक्टर हत्याकांड: लाश जली या नहीं, यह देखने दोबारा घटनास्थल पर आए थे आरोपी रेप
    उत्तर प्रदेश: रेप के बाद जिंदा जलाई गई नाबालिग पीड़िता ने नौ दिन बाद दम तोड़ा रेप
    तेलंगाना डॉक्टर रेप-हत्याकांड मामला: सड़कों पर उतरे लोग, FIR में देरी पर तीन पुलिसकर्मी निलंबित रेप
    तेलंगाना डॉक्टर रेप-हत्याकांड मामला: बार एसोसिएशन के वकीलों का ऐलान, आरोपियों को नहीं देंगे कानूनी मदद रेप

    के चंद्रशेखर राव

    लोकसभा चुनाव में निर्णायक साबित हो सकते हैं गठबंधन, जानें कौन है किसके साथ बिहार
    आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर का दावा- UPA के समय हुई थी 11 सर्जिकल स्ट्राइक आंध्र प्रदेश
    पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का दावा, UPA सरकार के कार्यकाल में हुईं कई सर्जिकल स्ट्राइक नरेंद्र मोदी
    कांग्रेस ने बताया मनमोहन सरकार में कब और कहां हुईं 6 सर्जिकल स्ट्राइक राहुल गांधी

    अर्थव्यवस्था समाचार

    महाराष्ट्र: विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर भाजपा और शिवसेना में मतभेद नरेंद्र मोदी
    मोदी सरकार का कॉरपोरेट टैक्स में बड़ी कटौती का ऐलान, जानें किसे मिलेगा कितना फायदा नटबंदी
    अजब पाकिस्तान की गजब सरकारी एयरलाइंस, बिना यात्रियों के भरीं 46 उड़ानें भारत की खबरें
    योगी आदित्यनाथ बोले, मुगलों और अंग्रेजों ने किया अर्थव्यवस्था को कमजोर, जानें कितना सही कितना गलत भारत की खबरें

    कोरोना वायरस

    कार्तिक आर्यन ने शुरु की नई वीडियो सीरीज 'कोकी पूछेगा', कोरोना फाइटर्स और वॉरियर्स बनेंगे मेहमान यूट्यूब
    कोरोना वायरस से जुड़ी अफवाहों में से 60 प्रतिशत अब भी ट्विटर पर मौजूद- स्टडी ट्विटर
    कोरोना वायरस: अनिश्चित समय के लिए स्थगित होगा IPL 2020 इंडियन प्रीमियर लीग
    वापस लौट रहे मजदूरों की वजह से गांवों में फैल सकता है कोरोना वायरस- विश्व बैंक भारत की खबरें
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025