आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर का दावा- UPA के समय हुई थी 11 सर्जिकल स्ट्राइक
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने दावा किया है कि मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री रहते हुए भारत ने 11 बार सर्जिकल स्ट्राइक की थी। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे राव ने चुनावी सभा में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी वोट पाने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक का प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि बालाकोट में 300 आतंकी मारे गए, लेकिन मसूद अजहर कह रहा कि कोई भी नहीं मारा गया।
UPA के दौरान 11 सर्जिकल स्ट्राइक का दावा
तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) के मुखिया राव वे कहा, "जब मैं UPA में कैबिनेट मंत्री था तब 11 सर्जिकल स्ट्राइक हुई, लेकिन इसके बारे में हमने कभी बात नहीं की। ये रणनीतिक हमले होते हैं जो उनकी और हमारी तरफ से होते हैं। सीमा पर यह चलता रहता है।" राव ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे किसानों और अर्थव्यवस्था की समस्या को छोड़कर ऐसे मुद्दों पर निशाना साध रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी पर साधा निशाना
चंद्रशेखर राव ने अपने भाषण में प्रधानंत्री मोदी पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे बता दें कि उन्होंने किसानों, दलितों, गरीबों और पिछड़ों के लिए पिछले पांच सालों में क्या काम किया है।
सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर दायर RTI में मिला था यह जवाब
यहां बता देना जरूरी है कि 2017 में डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स (DGMO) ने एक RTI के जवाब में बताया था कि 29 सितंबर, 2016 से पहले भारत द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक के कोई रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है। उन्होंने अपने जवाब में लिखा कि अगर पहले कोई सर्जिकल स्ट्राइक की गई है तो उसके कोई रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है। बता दें, भारत ने सितंबर, 2016 उरी हमले का बदला लेते हुए सर्जिकल स्ट्राइक की थी।
मनमोहन सिंह के कार्यकाल में 3 सर्जिकल स्ट्राइक हुई- राहुल गांधी
के चंद्रशेखर राव से पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने UPA सरकार के दौरान सर्जिकल स्ट्राइक करने का दावा किया था। राजस्थान के उदयपुर में अपने भाषण में राहुल ने कहा कि UPA शासन में तीन बार सर्जिकल स्ट्राइक की गई, लेकिन प्रचार नहीं किया गया। इसी भाषण में राहुल ने कहा था कि केंद्र ने सर्जिकल स्ट्राइक का राजनीतिक इस्तेमाल किया है, जबकि यह एक सैन्य फैसला था।
उरी में सेना के कैंप पर हुआ था हमला
18-19 सितंबर, 2016 को उरी स्थित आर्मी कैंप पर पाकिस्तान से आए जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने अचानक हमला कर दिया था। आतंकवादियों ने सुबह उस समय हमला किया जब जवान सो रहे थे। सेना ने सभी आतंकवादियों को मौके पर ही मार गिराया था, लेकिन इस दौरान 19 सैनिक शहीद हुए थे। हमले में पाकिस्तान के हाथ की बात सामने आने के बाद सरकार पर उसकी खिलाफ कार्रवाई करने की मांग होने लगी थी।
जबाव में सेना ने की थी सर्जिकल स्ट्राइक
सेना ने हमले के मात्र 10 दिन बाद पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों को मारा था। सेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में मौजूद आतंकी कैपों को तबाह करते हुए 50 आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया था।