कांग्रेस ने बताया मनमोहन सरकार में कब और कहां हुईं 6 सर्जिकल स्ट्राइक
लोकसभा चुनाव में बहती राष्ट्रवाद की हवा के बीच कांग्रेस ने मनमोहन सरकार के कार्यकाल में 6 सर्जिकल स्ट्राइक करने का दावा किया है। कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए सर्जिकल स्ट्राइक की जगहों की भी जानकारी दी है। कांग्रेस का यह दावा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के उस इंटरव्यू के बाद आया है, जिसमें उन्होंने UPA सरकार में कई सर्जिकल स्ट्राइक होने की बात कही थी। कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेस में क्या कहा, आइए जानते हैं।
इन जगहों पर हुईं सर्जिकल स्ट्राइक
कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि मनमोहन सरकार में 6 सर्जिकल स्ट्राइक हुईं थीं। उन्होंने बताया कि पहली सर्जिकल स्ट्राइक 19 जून, 2008 को जम्मू-कश्मीर के पूंछ के भट्टल सेक्टर में, दूसरी 30 अगस्त-1 सितंबर, 2011 को नीलम नदी की घाटी स्थित शारदा सेक्टर में, तीसरी 6 जनवरी, 2013 को सावन पत्र चेकपोस्ट पर और चौथी सर्जिकल स्ट्राइक 27-28 जुलाई, 2013 को नाजापीर सेक्टर में की गई।
2014 में चुनाव से पहले हुई आखिरी सर्जिकल स्ट्राइक
पांचवी सर्जिकल स्ट्राइक 6 अगस्त, 2013 को नीलम घाटी में हुई। जबकि आखिरी सर्जिकल स्ट्राइक चुनाव साल 2014 में 14 जनवरी को हुई। राजीव से पहले मनमोहन सिंह और राहुल गांधी समेत कई कांग्रेस नेता अपने राज में सर्जिकल स्ट्राइक का दावा कर चुके हैं।
कांग्रेस का दावा, हमने की 6 सर्जिकल स्ट्राइक
मनमोहन सिंह ने भी किया कई सर्जिकल स्ट्राइक करने का दावा
इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अखबार 'हिंदुस्तान टाइम्स' को दिए इंटरव्यू में अपने कार्यकाल में कई सर्जिकल स्ट्राइक करने का दावा किया था। उन्होंने कहा था, "हमारे कार्यकाल में भी कई सर्जिकल स्ट्राइक हुईं। हमारे लिए सैन्य ऑपरेशन भारत विरोधी ताकतों को मुंहतोड़ जवाब देने के बारे में थे, न कि वोट पाने का एक अभ्यास।" इस बीच उन्होंने मोदी सरकार पर सेना की बहादुरी के पीछे छुपने का आरोप लगाया।
राहुल ने किया था 3 सर्जिकल स्ट्राइक का दावा
मनमोहन से पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी पिछले साल UPA सरकार के कार्यकाल में 3 सर्जिकल स्ट्राइक करने का दावा किया था। 1 दिसंबर, 2018 को राजस्थान के उदयपुर में उन्होंने कहा था, "केवल मोदी ने ही पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक नहीं की। मनमोहन सिंह के राज में भी 3 सर्जिकल स्ट्राइक हुईं।" उन्होंने कहा था कि सेना ने प्रधानमंत्री से अपने अभियान की जानकारी गुप्त रखने की अपील की थी, इसलिए तत्कालीन सरकार ने इनका खुलासा नहीं किया।
चंद्रशेखर का 11 सर्जिकल स्ट्राइक का दावा
UPA सरकार में मंत्री रहे और अब तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने भी दावा किया था कि मनमोहन सरकार के कार्यकाल में 11 सर्जिकल स्ट्राइक हुईं थी। उन्होंने कहा था, "जब मैं UPA में कैबिनेट मंत्री था तब 11 सर्जिकल स्ट्राइक हुई, लेकिन इसके बारे में हमने कभी बात नहीं की। ये रणनीतिक हमले होते हैं जो उनकी और हमारी तरफ से होते हैं। सीमा पर यह चलता रहता है।"
सेना के अधिकारी ने खारिज किया था कांग्रेस का दावा
वहीं, 2012 से 2014 तक भारतीय सेना के DGMO रहे लेफ्टिनेंट जनरल विनोद भाटिया ने कांग्रेस राज में कोई भी सर्जिकल स्ट्राइक होने के दावे को खारिज किया था। उरी सर्जिकल स्ट्राइक के बाद कांग्रेस नेता पी चिदंबरम के उनकी सरकार में भी ऐसी स्ट्राइक होने के दावे पर उन्होंने कहा था, "सर्जिकल स्ट्राइक और तब के ऑपरेशन की तुलना भी नहीं की जा सकती। वो स्ट्राइक भी नहीं थीं, बल्कि महज सीमा पार किए गए कुछ स्थानीय ऑपरेशन थे।"