जिंदा है आतंकी संगठन IS का सरगना बगदादी, सामने आया नया वीडियो

आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (IS) के सरगना अबू बकर अल-बगदादी का एक नया वीडियो सामने आया है। इससे पहले कई बार बगदादी के मारे जाने की अफवाहें उड़ी थी, लेकिन नए वीडियो के जारी होने के बाद पता चला है कि बगदादी अब भी जिंदा है। इस्लामिक स्टेट की प्रचार सेल अल-फुरकान द्वारा जारी इस वीडियो में बगदादी बता रहा है कि उसने सीरिया का बदला ले लिया है। बगदादी को अंतिम बार 2014 में देखा गया था।
इस्लामिक स्टेट द्वारा जारी 18 मिनट के इस वीडियो में बगदादी कह रहा है कि बागूज की लड़ाई खत्म हो गई है, श्रीलंका में आत्मघाती हमले से सीरिया का बदला लिया जा चुका है। श्रीलंका हमलों का जिक्र कर वीडियो में यह दिखाने की कोशिश की गई है कि यह वीडियो हाल ही में शूट किया गया है। वीडियो में बगदादी बता रहा है कि श्रीलंका में हुआ हमला सीरिया हमले के बदले में किया गया हमला था।
इस वीडियो से यह बात साबित हो गई है कि बगदादी के मारे जाने की सारी खबरें झूठी थीं। सीरिया से खदेड़े जाने के बाद भी बगदादी अज्ञात स्थान से आतंकी गतिविधियां चला रहा है। बता दें, बागूज पूर्वी सीरिया में IS का आखिरी गढ़ माना जाता था। अमेरिका के नेतृत्व वाले अंतरराष्ट्रीय संगठन ने यहां पर फरवरी 2019 में सैन्य कार्रवाई कर IS के इस किले को ढ़हा दिया था। इसे IS की हार के तौर पर देखा गया।
बगदादी को अंतिम बार 2014 में देखा गया था। तब वह मोसुल की अल-नूरी मस्जिद में भाषण दे रहा था। इसके बाद से लगातार उसके मरने की अफवाहें उड़ती रहीं। पिछले साल अगस्त में अल-फुरकान ने बगदादी के भाषण का ऑडियो जारी किया था। इसमें बगदादी अपने समर्थकों से इराक और सीरिया में लड़ाई जारी रखने की बात कह रहा था। जानकारी के लिए बता दें कि बगदादी पर 25 मिलियन डॉलर (लगभग 174 करोड़ रुपये) का इनाम घोषित है।
बगदादी का असली नाम इब्राहिम अव्वाद इब्राहिम अल बदरी है। इसका जन्म इराक के समारा में हुआ था। बताया जाता है कि बगदादी बचपन से ही इस्लामिक नियमों को लेकर काफी सख्त था। इराक की सद्दाम यूनिवर्सिटी से कुरान के अध्ययन में मास्टर डिग्री और पीएचडी करने के दौरान वह कट्टर इस्लामिक संगठनों के संपर्क में आ गया। इसके बाद वह इराक की एक मस्जिद में मौलवी बनकर रहने लगा था।
बगदादी के इस वीडियो के बाद भारत के साथ-साथ दुनियाभर की खुफिया एजेंसियां सतर्क हो गई हैं और बगदादी के इस वीडियो की गहन छानबीन कर रही है। खुफिया अधिकारियों का मानना है कि यह वीडियो अपनी लड़ाई हार चुके इस्लामिक संगठन के आतंकियों में नई जान फूंक सकता है। भारत और विदेशों में IS समर्थक इस वीडियो के सहारे लोगों को बहकाने का काम कर सकते हैं।