WHO प्रमुख ने चेताया- कोरोना की तीसरी लहर के शुरुआती चरण में है दुनिया
क्या है खबर?
विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख डॉ टेड्रोस अधेनोम गेब्रिएसेस ने दुनिया को कोरोना की तीसरी लहर के शुरुआती चरण को लेकर चेताया है। डेल्टा वेरिएंट के लगातार बढ़ते प्रसार के बीच उन्होंने कहा, "दुर्भाग्य से हम तीसरी लहर के शुरुआती चरण में हैं।"
टेड्रोस ने कहा कि वायरस लगातार विकसित हो रहा है और इसमें अधिक संक्रामक म्यूटेशन होने जारी हैं।
गौरतलब है कि बीते कुछ दिनों से दुनिया में संक्रमितों और मृतकों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है।
कोरोना संक्रमण
टेड्रोस ने बताई मामले बढ़ने की वजह
टेड्रोस ने कहा कि डेल्टा वेरिएंट के प्रसार के साथ-साथ लोगों की आवाजाही और नियमों के पालन में लापरवाही से संक्रमितों और मृतकों की संख्या बढ़ रही है।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर ऐसे ही हालात रहे तो हालिया महीनों में यूरोप और उत्तरी अमेरिका में वैक्सीनेशन के कारण धीमी हुई संक्रमण की रफ्तार फिर बढ़ने लगेगी।
कई देशों ने हालात सुधरने पर पाबंदियां हटाई हैं और लोग बड़ी संख्या में घरों से बाहर निकल रहे हैं।
कोरोना वायरस
लगातार चार हफ्तों से बढ़ रहे मामले
डेल्टा वेरिएंट के प्रसार को लेकर डॉ टेड्रोस ने कहा कि अभी तक 111 देशों में यह वेरिएंट पाया जा चुका है और यह जल्दी ही पूरी दुनिया में प्रमुखता से फैलने वाला वेरिएंट बन सकता है।
बीता सप्ताह लगातार चौथा ऐसा हफ्ता था, जिसमें वैश्विक स्तर पर संक्रमितों की संख्या बढ़ी थी। इसी तरह 10 दिनों लगातार गिरावट के बाद कोरोना से होने वाली मौतों में भी इजाफा देखा जा रहा है।
वैक्सीनेशन अभियान
WHO ने फिर दोहराई वैक्सीन वितरण में समानता की बात
डॉ टेड्रोस ने वैक्सीन और जीवन-रक्षक उपकरणों के वितरण में 'हैरान करने वाली असमानता' पर भी दुनिया का ध्यान खींचा है।
उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां अमीर देश पर्याप्त खुराकें खरीदकर पाबंदियां हटा रहे हैं और दूसरी तरफ ऐसे भी देश हैं, जिन्हें अब तक वैक्सीन नहीं मिली है।
उन्होंने फिर दोहराया कि महामारी को काबू में करने के लिए इस साल सितंबर तक हर देश की 10 फीसदी आबादी को वैक्सीन लगाने की जरूरत है।
कोरोना संकट
वैक्सीनेशन के साथ-साथ ये कदम उठाए जाने की भी जरूरत- टेड्रोस
WHO प्रमुख ने जोर देते हुए कहा कि केवल वैक्सीन के सहारे महामारी का सामना नहीं किया जा सकता और इसके लिए बाकी नियमों का पालन भी जरूरी है।
इन नियमों में मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना, भीड़ इकट्ठा होने से रोकना और जरूरत पड़ने पर पाबंदियां लागू करना आदि शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि दुनिया के कई देशों ने दिखाया है कि इन कदमों के जरिये वायरस को रोका जा सकता है।
कोरोना वायरस
दुनियाभर में क्या है संक्रमण की स्थिति?
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के मुताबिक, दुनियाभर में अब तक लगभग 18.83 करोड़ लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, वहीं 40.58 लाख लोगों की मौत हुई है।
सर्वाधिक प्रभावित अमेरिका में 3.39 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं और 6.08 लाख लोगों की मौत हुई है।
दूसरे सर्वाधिक प्रभावित देश भारत में अब तक 3.09 करोड़ लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है और 4.32 लाख लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।