
वनडे क्रिकेट: भारतीय सरजमीं पर सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज और उनके आंकड़े
क्या है खबर?
वनडे क्रिकेट में भारत की सरजमीं हमेशा से गेंदबाजों के लिए बड़ी चुनौती रही है। यहां की पिचों पर रन खूब बनते हैं, हालांकि, कुछ दिग्गज गेंदबाज ऐसे भी रहे जिन्होंने अपने कौशल और धारदार गेंदबाजी से बल्लेबाजों को टिकने नहीं दिया। भारतीय मैदानों पर कई गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए विकेटों की झड़ी लगाई और इतिहास में अपना नाम दर्ज कराया। ऐसे में आइए भारत में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों पर नजर डालते हैं।
#1
अनिल कुंबले (126 विकेट)
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज गेंदबाज अनिल कुंबले इस सूची में पहले स्थान पर हैं। उन्होंने भारत में अपना पहला वनडे मुकाबला साल 1990 में खेला था। आखिरी बार वह 2007 में खेलते हुए नजर आए थे। उन्होंने 90 मैचों की 89 पारियों में 28.93 की औसत और 4.45 की इकॉनमी रेट से 126 विकेट चटकाए थे। उन्होंने 2 बार 4 विकेट हॉल और 1 बार 5 विकेट हॉल लिया था। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 6/12 का रहा था।
#2
रविंद्र जडेजा (117 विकेट)
रविंद्र जडेजा इस सूची में दूसरे स्थान पर हैं। इस स्टार भारतीय ऑलराउंडर ने भारत में अपना पहला वनडे मुकाबला साल 2009 में खेला था। उन्होंने अब तक 81 मैच खेले हैं और इसकी 79 पारियों में 29.52 की औसत से 117 विकेट लेने में सफल रहे हैं। उन्होंने 3 बार 4 विकेट हॉल और 1 बार 5 विकेट हॉल अपने नाम किया है। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5/33 का रहा है। इस दौरान जडेजा की इकॉनमी 4.79 की रही है।
#3
हरभजन सिंह (114 विकेट)
एक और पूर्व दिग्गज खिलाड़ी हरभजन सिंह सूची में तीसरे स्थान पर हैं। साल 1998 में इस खिलाड़ी ने भारत में अपना पहला वनडे मुकाबला खेला था। आखिरी बार वह 2015 में खेलते हुए नजर आए थे। उन्होंने 97 मैच की 96 पारियों में 35.12 की औसत से 114 विकेट लिए थे। उनकी इकॉनमी 4.47 की रही थी। हरभजन ने 1 बार 4 विकेट हॉल और 2 बार 5 विकेट हॉल लिए थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5/31 का रहा था।
#4
अजीत अगरकर (109 विकेट)
भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज अजीत अगरकर इस सूची में चौथे स्थान पर हैं। वह भारत में साल 1998 से लेकर 2007 तक खेले थे। उन्होंने 69 मैचों की 68 पारियों में 27.38 की औसत से 109 विकेट लिए थे। उनकी इकॉनमी रेट 5.28 की रही थी। उन्होंने 5 बार 4 विकेट हॉल और 1 बार 5 विकेट हॉल लिए थे। इस खिलाड़ी का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5/44 का रहा था।