पर्यटन स्थलों पर भीड़ को लेकर सरकार ने चेताया- लापरवाह हुए तो फिर बढ़ेंगे मामले
कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर में तबाही का मंजर देख चुके भारत में अभी भी दैनिक मामलों की संख्या 40,000 से अधिक बनी हुई है और कई जगहों से ऐसी तस्वीरें सामने आने लगी हैं, जिनमें लोग कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते देखे जा रहे हैं। इन सबके बीच सरकार ने चेताया है कि दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है और अगर लोगों की लापरवाही ऐसे ही जारी रहती है तो मामले फिर बढ़ने शुरू हो सकते हैं।
मामलों में गिरावट की गति धीमी- डॉ पॉल
संक्रमण के दैनिक मामलों से जुड़े एक सवाल का जवाब देते हुए कोविड टास्क फोर्स के प्रमुख डॉ वीके पॉल ने कहा कि मामलों में धीमी गिरावट इस बात का भी संकेत हो सकती है कि अगर मौजूदा हालात में बदलाव नहीं हुआ तो संक्रमण फिर तेज हो सकता है। उन्होंने कहा कि देश में स्थिति तभी नियंत्रण में मानी जाएगी, जब लगातार तीन सप्ताह तक दैनिक मामलों की संख्या 10,000 से कम रहेगी।
स्थिति को हल्के में नहीं लिया जा सकता- डॉ पॉल
शुक्रवार को डॉ पॉल ने कहा कि दैनिक मामलों का ग्राफ नीचे आ रहा है, लेकिन पहले तेजी से मामले घट रहे थे। यह बताता है कि स्थिति को हल्के में नहीं लिया जा सकता। अभी यह जंग खत्म नहीं हुई है और न ही दूसरी लहर समाप्त हुई है। उन्होंने कहा कि कुछ जिलों, उत्तर-पूर्व और दो राज्यों में इसका असर नजर आ रहा है। जब तक मामले बढ़ रहे हैं, देश सुरक्षित नहीं है।
डॉ पॉल बोले- स्थानीय स्तर पर फैलता संक्रमण चिंताजनक
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश के 90 जिलों से देश के 80 प्रतिशत मामले सामने आ रहे हैं। इनमें से 15 जिले महाराष्ट्र के, 14 केरल, 12-12 तमिलनाडु और ओडिशा और 10-10 आंध्र प्रदेश और कर्नाटक के हैं। डॉ पॉल ने स्थानीय स्तर पर फैलते संक्रमण को लेकर चेतावनी देते हुए कहा कि पहली लहर के दौरान भी ऐसा हुआ था और इसके बाद दैनिक मामले अचानक से बढ़ने लगे थे।
अभी नियंत्रण नहीं किया गया तो हालात बिगड़ने का खतरा
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 3 जुलाई से 9 जुलाई के बीच दैनिक मामलों की औसत 42,100 रही, जो इससे पहले के सप्ताह की औसत 46,258 से थोड़ी कम हुई है। इस पर पॉल ने कहा कि अभी भी दूसरी लहर जारी है। रोजाना 35,000 से अधिक मामले कम संख्या नहीं होती। यह पीक की तुलना में कम दिख रही है, लेकिन मामलों की गिरावट की गति धीमी है। अगर इसे नियंत्रित नहीं किया गया तो हालात बिगड़ सकते हैं।
पर्यटन स्थलों से आ रही तस्वीरों पर क्या बोले पॉल?
कुछ स्थानों और खासकर पर्यटन स्थलों से आ रही तस्वीरों पर प्रतिक्रिया देते हुए डॉ पॉल ने कहा कि यहां बड़ा खतरा नजर आ रहा है। अगर लोग लापरवाह होकर नियमों का पालन नहीं करेंगे तो संक्रमण फैल सकता है। सरकार ने यूनाइटेड किंगडम, रूस, बांग्लादेश, दक्षिण कोरिया और इंडोनेशिया में फिर से मामले बढ़ने का उदाहरण देते हुए कहा कि यह लापरवाह होने का समय नहीं है। महामारी से बचाव के नियमों का पालन बेहद जरूरी है।