क्या थी रूसी हमले में नष्ट हुए दुनिया का सबसे बड़े मालवाहक विमान 'एंटोनोव-225' की खासियत?
रूस और यक्रेन के बीच जारी युद्ध में रविवार को यूक्रेन को बड़ा नुकसान झेलना पड़ा है। एक तरफ जहां रूस की सेना ने यूक्रेन के दक्षिण पूर्व में स्थित तटीय शहर बेर्डियांस्क पर कब्जा कर लिया है, वहीं उसके दुनिया के सबसे बड़े मालवाहक विमान 'एंटोनोव AN-225' यानी 'मारिया' को भी नष्ट कर दिया है। यूक्रेन के राज्य रक्षा समूह उक्रोबोरोनप्रोम ने टेलीग्राम पर इसकी जानकारी दी है। आइए जानते हैं कि क्या थी इस विमान की खासियत।
होस्टोमेल हवाई अड्डे पर हुए हमले में नष्ट हुआ विमान
यूक्रेन के अधिकारियों ने कहा कि शुक्रवार को रूस ने राजधानी कीव के पास स्थित होस्टोमेल हवाई अड्डे पर कब्जा करने की बात कही थी। उस दौरान 'एंटोनोव AN-225' भी वहीं खड़ा था। इसके बाद रूसी सेना ने रविवार को इस एयरपोर्ट पर यूक्रेन की अन्य सैन्य सुविधाओं को नष्ट करने के लिए हमला किया था। इसमें यह विमान भी काफी हद तक नष्ट हो गया। हालांकि, यूक्रेन ने इसका दोबारा निर्माण करने की बात कही है।
हमारे सपने को नष्ट नहीं कर पाएगा रूस- विदेश मंत्री
यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने ट्विटर पर एंटोनोव-225 की फोटो के साथ लिखा, 'यह दुनिया का सबसे बड़ा विमान AN-225 'मरिया' (यूक्रेनी में 'ड्रीम') था। हो सकता है रूस ने हमारी 'मरिया' को नष्ट कर दिया हो, लेकिन वे कभी भी एक मजबूत, स्वतंत्र और लोकतांत्रिक यूरोपीय राज्य के हमारे सपने को नष्ट नहीं कर पाएंगे। हम प्रबल रहेंगे!' हालांकि, अब भी तक विमान को हुए कुल नुकसान की जानकारी सामने नहीं आई है।
कब किया गया था 'एंटोनोव AN-225' का निर्माण?
बता दें कि 'एंटोनोव AN-225' को 1980 के दशक में अमेरिका और सोवियत संघ के बीच अंतरिक्ष के लिए एक तनावपूर्ण दौड़ के दौरान सोवियत वैमानिकी कार्यक्रम 'बुरान' के हिस्से के रूप में यूक्रेनी USSR में डिजाइन किया गया था। यह अमेरिका के स्पेस शटल का सोवियत संस्करण था। कीव स्थित एंटोनोव कंपनी ने केवल एक AN-225 का निर्माण किया था। इस विमान ने साल 1988 में पहली बार उड़ान भरी थी और तब से यह सेवा में है।
'बुरान' के खत्म होने के बाद से माल ढुलाई में काम आ रहा था विमान
बता दें कि साल 1991 में सोवियत संघ के पतन के बाद सोवियत वैमानिकी कार्यक्रम 'बुरान' भी खत्म हो गया था। उसके बाद से इसका इस्तेमाल माल ढुलाई में किया जाने लगा था। यह दुनियाभर में होने वाले एयर शो में सबसे प्रसिद्ध विमान रहा है। हाल के दिनों में, इसका उपयोग पड़ोसी देशों में आपदाओं के दौरान राहत सामग्री पहुंचाने के लिए किया जाता रहा है। कोरोना महामारी में भी इसका उपयोग चिकित्सा आपूर्ति के लिए किया गया था।
क्या है 'एंटोनोव AN-225' विमान की खासियत?
84 मीटर (276 फीट) लंबा 'एंटोनोव AN-225' दुनिया का सबसे बड़ा और भारी मालवाहक विमान है। 250 टन (551,000 पाउंड) वजनी यह विमान 850 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरने में सक्षम था। यूक्रेन ने इसकी क्षमता को देखते हुए इसे "मरिया" नाम दिया गया था, जिसका अर्थ यूक्रेनी में "सपना" है। छह टर्बोफैन इंजनों द्वारा संचालित यह विमान एक बार में अधिकतम 640 टन तक माल का परिवहन कर सकता था।
रूस के खर्चें पर फिर से तैयार किया जाएगा विमान
एंटोनोव कंपनी ने कहा कि वह विमान की "तकनीकी स्थिति" को तब तक सत्यापित नहीं कर सकती जब तक कि विशेषज्ञों द्वारा इसका निरीक्षण नहीं किया जाता है। इसी तरह यूक्रेनी राज्य रक्षा कंपनी उक्रोबोरोनप्रोम ने कहा कि नष्ट किए गए विमान को रूस के खर्च पर फिर से बनाया जाएगा। इसकी लागत तीन बिलियन डॉलर है। कंपनी ने कहा कि विमान को फिर से तैयार करने में पांच साल से अधिक का समय लगने का अनुमान है।
वर्तमान में क्या है यूक्रेन में हालात?
रूसी सेना ने यूक्रेन के दक्षिण पूर्व में स्थित तटीय शहर बेर्डियांस्क पर कब्जा कर लिया है। काला सागर के तटीय इलाकों में रूसी सेना लगातार आगे बढ़ रही है। खारकीव शहर में भी रूसी सेना घुस चुकी थी, लेकिन यूक्रेन का दावा है कि उसने शहर को वापस अपने नियंत्रण में ले लिया है। राजधानी कीव अभी यूक्रेन के नियंत्रण में है, लेकिन बड़ी संख्या में रूसी सैनिक और टैंक राजधानी कीव की तरफ बढ़ रहे हैं।