अमेरिका की चेतावनी- बहाना बना कर किसी भी दिन यूक्रेन पर हमला कर सकता है रूस
क्या है खबर?
अमेरिका ने रविवार को चेतावनी जारी करते हुए कहा कि रूस कभी भी यूक्रेन पर हमला कर सकता है और इस हमले के लिए वो कोई बहाना बना सकता है।
उसने नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन (NATO) के हर एक इंच क्षेत्र की रक्षा करने की अपनी प्रतिज्ञा को भी दोहराया।
युद्ध के बादलों के बीच यूक्रेन ने भी 48 घंटे के अंदर रूस और यूरोप के सुरक्षा और सहयोग संगठन (OSCE) के साथ बातचीत की इच्छा जाहिर की है।
बयान
अमेरिकी NSA बोले- किसी भी दिन हो सकता है आक्रमण, लेकिन सटीक दिन नहीं बता सकते
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) जेक सुलिवन ने एक इंटरव्यू में कहा कि रूस का आक्रमण किसी भी दिन शुरू हो सकता है।
उन्होंने कहा, "हम सटीक दिन नहीं बता सकते, लेकिन हम कुछ समय से लगातार कह रहे हैं कि हम उस चरण में हैं।"
उन्होंने कहा कि अमेरिका अपनी जानकारियों को दुनिया के साथ साझा करता रहेगा ताकि रूस को कोई बहाना बनाने का मौका न मिले जो हमले का कारण बन सकता है।
बयान
NATO के हर एक इंच क्षेत्र की रक्षा करेंगे- सुलिवन
एक अन्य इंटरव्यू में सुलिवन ने कहा कि अमेरिका NATO के हर एक इंच क्षेत्र की रक्षा करेगा और उनका मानना है कि रूस इस संदेश को अच्छी तरह से समझता है।
खुफिया रिपोर्ट
खुफिया रिपोर्ट में कही गई है रूस के बुधवार को हमला करने की बात
बता दें कि अमेरिका पिछले काफी दिन से लगातार ये चेतावनी दे रहा है कि यूक्रेन पर रूस का हमला निश्चित है और वो किसी भी दिन ऐसा कर सकता है।
मीडिया में अमेरिकी खुफिया एजेंसियों की एक रिपोर्ट भी सामने आई हैं, जिनमें रूस के बुधवार को हमला करने की बात कही गई है। हालांकि अमेरिकी अधिकारियों ने इस रिपोर्ट की पुष्टि करने से इनकार कर दिया है।
ब्रिटेन
यूक्रेन को सैन्य सहायता और आर्थिक मदद प्रदान करेगा ब्रिटेन
रूस के हमले पर ब्रिटेन ने भी अमेरिका का साथ दिया है और ब्रिटिश सरकार के एक प्रवक्ता ने इस बात पर सहमति जताई है कि यूक्रेन पर किसी भी दिन हमला हो सकता है।
ब्रिटेन यूक्रेन को सैन्य सहायता और आर्थिक मदद प्रदान करने की योजना बना रहा है और आने वाले दिनों में इस संबंध में पैकेज का ऐलान हो सकता है।
प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भी इस हफ्ते यूरोप की यात्रा करने की योजना बना रहे हैं।
पृष्ठभूमि
यूक्रेन को लेकर क्यों बना हुआ है विवाद?
यूक्रेन को लेकर तनाव के काई छोटे-छोटे कारण हैं, लेकिन इसकी मुख्य वजह यूक्रेन की पश्चिमी यूरोप और NATO से बढ़ती नजदीकियां हैं।
दरअसल, यूक्रेन पश्चिमी यूरोप के करीब जा रहा है और NATO में शामिल होना चाहता है, जो शीत युद्ध के समय रूस के खिलाफ बना एक सैन्य गठबंधन है।
रूस की चिंता है कि अगर यूक्रेन NATO में शामिल होता है तो NATO के सैन्य ठिकाने बिल्कुल उसकी सीमा के पास आ जाएंगे।
मांगें
रूस क्या चाहता है?
रूस ने यूक्रेन की सीमा पर एक लाख सैनिक तैनात कर रखे हैं और पुतिन ने अमेरिका और पश्चिमी देशों से 'कानूनी गारंटी' मांगी है कि यूक्रेन को NATO में शामिल नहीं कराया जाएगा।
इसके अलावा उन्होंने पूर्वी यूरोप में NATO की सैन्य गतिविधियों पर रोक लगाने की मांग भी की है।
अमेरिका ने रूस को कई बार चेताया है कि अगर उसने आक्रमण किया तो उस पर गंभीर प्रतिबंध लगाए जाएंगे और NATO में भी बदलाव हो सकता है।