
#NewsBytesExplainer: क्या है बलूच लिबरेशन आर्मी की मजीद ब्रिगेड, जिसने बलूचिस्तान में ट्रेन का अपहरण किया?
क्या है खबर?
पाकिस्तान में बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने मंगलवार को क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस का अपहरण कर लिया है।
ट्रेन में पाकिस्तानी सेना के जवानों समेत करीब 450 लोग सवार थे। इनमें से सैकड़ों को बंधक बना लिया गया है, जिन्हें बचाने के लिए अभियान जारी है। इस हमले को BLA की मजीद ब्रिगेड ने अंजाम दिया है।
आइए आज मजीद ब्रिगेड के बारे में जानते हैं।
मजीद ब्रिगेड
क्या है मजीद ब्रिगेड?
BLA ने कहा कि उसकी मजीद ब्रिगेड ने हमले को अंजाम दिया है। ये BLA का एक आत्मघाती दस्ता है।
इसका नाम मजीद लैंगोव सीनियर और मजीद लैंगोव जूनियर नामक 2 भाइयों के नाम पर पड़ा है। दोनों की हत्या पाकिस्तानी सुरक्षाबलों ने की थी।
इन्हें सम्मानित करने के लिए 2011 में BLA ने मजीद ब्रिगेड बनाई। उसी साल मजीद ब्रिगेड ने अपना पहला हमला पूर्व पाकिस्तानी मंत्री के बेटे शफीक मेंगल पर किया था।
हत्या
जुल्फीकार अली भुट्टो की हत्या करना चाहता था मजीद सीनियर
2 अगस्त, 1974 को तत्कालीन प्रधानमंत्री जुल्फीकार अली भुट्टो क्वेटा में एक सम्मेलन में शामिल होने आए थे। यहां मजीद सीनियर ने उनकी हत्या की योजना बनाई।
मजीद सीनियर हाथ में एक ग्रेनेड लेकर पेड़ पर चढ़ गया। हालांकि, इससे पहले की मजीद सीनियर ग्रेनेड फेंक पाता, सुरक्षाबलों ने उसे देख लिया और गोली मार दी।
2 साल बाद मजीद सीनियर के माता-पिता के यहां एक और बेटा हुआ, जिसका नाम रखा गया- मजीद जूनियर।
मजीद जूनियर
कैसे हुई मजीद जूनियर की हत्या?
2010 की बात है। पाकिस्तानी सेना को खबर मिली कि क्वेटा के वहादत कॉलोनी में एक मकान में कई बलूच विद्रोही छिपे हुए हैं। सेना ने ताबड़तोड़ इस मकान को घेर लिया और गोलीबारी शुरू कर दी।
इसी मकान में मजीद जूनियर भी था, जो अपने साथियों को बचाने के लिए सेना से भिड़ गया। इस मुठभेड़ में मजीद जूनियर की भी जान चली गई, लेकिन वो अपने कई साथियों को सफलतापूर्वक वहां से भगाने में कामयाब रहा।
हथियार
मजीद ब्रिगेड के पास कौन-कौनसे हथियार हैं?
जानकारों का मानना है कि मजीद ब्रिगेड के पास उच्च श्रेणी के हथियार हैं। इसके पास आत्मघाती जैकेट बनाने के लिए C4 जैसे परिष्कृत विस्फोटक भी हैं।
दावा किया जाता है कि BLA के पास अमेरिकी हथियार और सैन्य उपकरण हैं, जो अमेरिका द्वारा 2021 में अफगानिस्तान से निकलने के बाद वहीं छोड़ दिए गए थे।
इन हथियारों में एंटी-पर्सनल और एंटी-टैंक माइंस, ग्रेनेड, RPG और BM-12, 107MM, 109MM जैसे रॉकेट शामिल हैं।
हमले
किन-किन हमलों को अंजाम दे चुका है मजीद ब्रिगेड?
2011 के बाद 2018 मजीद ब्रिगेड शांत रहा था। अगस्त, 2018 में इसने चीनी इंजीनियरों को ले जा रही बस पर आत्मघाती हमला किया था।
इसी साल मजीद ब्रिगेड ने कराची में चीनी दूतावास को भी निशाना बनाया था।
मई, 2019 में ग्वादर में स्थित पर्ल कॉन्टिनेंटल होटल पर हमले में भी मजीद ब्रिगेड का नाम सामने आया था, जिसमें 5 लोग मारे गए थे।
मजीद ब्रिगेड ने जून, 2020 में पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज पर भी हमला किया था।
यूनिट
BLA के पास ये घातक दस्ते भी हैं
BLA के पास फतह ब्रिगेड, स्पेशल टैक्टिकल ऑपरेशंस स्क्वॉड और जीरब यूनिट जैसे कई और दस्ते भी हैं।
फतह ब्रिगेड गुरिल्ला युद्ध में माहिर है। ये मुख्य रूप से बलूचिस्तान के पहाड़ी क्षेत्र में सैन्य काफिलों और शिविरों पर घात लगाकर हमला करता है।
वहीं, जीरब यूनिट का काम हमलों के लिए खुफिया जानकारी जुटाना है। ये ज्यादा नुकसान वाले संभावित हमलों के बारे में जानकारी जुटाकर दूसरे दस्तों की मदद करती है।