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#NewsBytesExplainer: सोनिया गांधी का जॉर्ज सोरोस से जुड़े संगठन से कथित संबंधों का मामला क्या है?
भाजपा ने सोनिया गांधी की संस्था पर सोरोस से वित्तीय मदद का आरोप लगाया है

#NewsBytesExplainer: सोनिया गांधी का जॉर्ज सोरोस से जुड़े संगठन से कथित संबंधों का मामला क्या है?

लेखन आबिद खान
Dec 09, 2024
01:50 pm

क्या है खबर?

भाजपा ने कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी पर बड़ा आरोप लगाया है। भाजपा का कहना है कि सोनिया जिस संस्था से जुड़ी हैं, उसे जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन से वित्तीय मदद मिलती है। भाजपा का कहना है कि यह संस्था फोरम ऑफ डेमोक्रेटिक लीडर्स इन एशिया पैसिफिक (FDL-AP) है, जो कश्मीर को एक स्वतंत्र राष्ट्र के विचार का समर्थन करती है। सोनिया इसकी सह-अध्यक्ष है। आइए जानते हैं पूरा मामला क्या है।

भाजपा

सबसे पहले जानिए भाजपा ने क्या कहा?

भाजपा ने कहा, 'FDL-AP की सह-अध्यक्ष के रूप में सोनिया गांधी जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन द्वारा वित्त पोषित एक संगठन से जुड़ी हुई हैं। FDL-AP कश्मीर को अलग राष्ट्र के विचार का समर्थन करता है। सोनिया गांधी और एक स्वतंत्र कश्मीर के विचार का समर्थन करने वाले संगठन के बीच यह जुड़ाव भारत के आंतरिक मामलों पर विदेशी संस्थाओं के प्रभाव और ऐसे संबंधों के राजनीतिक प्रभाव को व्यक्त करता है।'

आरोप

भाजपा ने ये आरोप भी लगाए

भाजपा ने कहा, 'गौतम अडाणी पर राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस का जॉर्ज सोरोस द्वारा वित्तपोषित OCCRP ने सीधा प्रसारण किया था। यह उनके मजबूत और खतरनाक रिश्ते को दिखाता है और भारतीय अर्थव्यवस्था को पटरी से उतारने के प्रयासों को उजागर करता है। दोनों ने सुझाव दिया है कि गौतम अडाणी और मोदी एक दूसरे से बहुत करीब से जुड़े हुए हैं और अडाणी मुद्दा मोदी सरकार को गिरा सकता है।'

OCCRP

क्या है OCCRP?

OCCRP खोजी पत्रकारों का एक समूह है, जिसकी स्थापना साल 2006 में की गई थी। कंपनी का कहना है कि वे संगठित अपराध और भ्रष्टाचार के मामलों पर नजर रखती है। कंपनी को जॉर्ज सोरोस और रॉकफेलर फंड जैसी संस्थाओं से फंडिंग मिलती है। कंपनी अब तक इजराइल, रूस, स्वीडन, फिलीपींस जैसे देशों में कई बड़े भ्रष्टाचार के मामलों का खुलासा कर चुकी है। पनामा पेपर्स जारी करने में भी OCCRP की अहम भूमिका थी।

अडाणी विवाद

अडाणी मामले में क्यों आ रहा है OCCRP का नाम?

पिछले साल अगस्त में OCCRP ने एक रिपोर्ट जारी की थी। इसमें आरोप लगाया गया था कि अडाणी समूह ने गुपचुप तरीके से खुद अपने शेयर खरीदकर स्टॉक एक्सचेंज में लाखों डॉलर का निवेश किया। OCCRP ने कहा कि 2 निवेशक- नसीर अली शाबान अहली और चांग चुंग-लिंग अडाणी परिवार के लंबे समय से बिजनेस पार्टनर हैं। कंपनी ने कहा कि अडाणी परिवार के एक सदस्य की कंपनी द्वारा इन दोनों को निवेश करने के निर्देश दिए गए थे।

सोनिया गांधी

मामले में सोनिया गांधी का नाम क्यों आ रहा है?

FDL-AP एक गैर-लाभकारी संगठन है, जिसकी स्थापना दिसंबर, 1994 में एशिया-प्रशांत क्षेत्र और उसके बाहर लोकतंत्र को बढ़ावा देने के उद्देश्य के साथ की गई थी। फिलीपींस की पूर्व राष्ट्रपति कोराजोन एक्विनो, दक्षिण कोरिया के पूर्व राष्ट्रपति किम डे-जंग, कोस्टा रिका के पूर्व राष्ट्रपति ऑस्कर एरियस सांचेज और सोनिया गांधी इसके सह अध्यक्ष हैं। कथित तौर पर FDL-AP को सोरोस फाउंडेशन, किम डे-जंग पीस फाउंडेशन, ओलोफ पाल्मे इंटरनेशनल सेंटर और नौमान फाउंडेशन से वित्तीय मदद मिलती है।

जॉर्ज सोरोस

कौन हैं जॉर्ज सोरोस?

सोरोस का जन्म 12 अगस्त, 1930 को बुडापेस्ट हंगरी में हुआ था। सोरोस ने 1979 में ओपन सोसाइटी फाउंडेशन की स्थापना की। यह संगठन मानवाधिकारों, लोकतंत्र, शिक्षा, और सामाजिक न्याय को बढ़ावा देता है। इस बीच सोरोस पर सत्ता परिवर्तन और राजनीति को धनबल से प्रभावित करने के आरोप लगे। अगस्त, 2023 में सोरोस ने कहा था कि भारत लोकतांत्रिक देश है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकतांत्रिक नहीं हैं। वे अनुच्छेद 370 पर भी टिप्पणी कर चुके हैं।