पाकिस्तान को धूल चटाने वाली भारत की सेनाओं से सीखें जीवन की ये अहम बातें
क्या है खबर?
कुछ दिन पहले जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में CRPF के काफिले पर हमला हुआ था, जिसमें 40 से ज़्यादा जवान शहीद हो गए थे।
हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। अब भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में घुसकर लगभग 1,000 किलो बम बरसाकर उसका बदला ले लिया है।
जहाँ हमले से पाकिस्तान की हालत ख़राब है, वहीं भारतीयों में इस हमले से ख़ुशी है, क्योंकि हमले में आतंकियों के ठिकानों को नष्ट कर दिया गया है।
देश की रक्षा
अपनी जान जोखिम में डालकर करते हैं देश की रक्षा
केवल भारतीय वायुसेना ही नहीं बल्कि भारत की नौसेना और थल सेना के साथ ही अर्धसैनिक बलों के जवान भारत की सुरक्षा के लिए अपनी जान जोखिम में डालने से नहीं कतराते हैं।
भारतीय सेना के जवान ख़ुद की जान जोखिम में डालकर देश के लोगों को ऐसा माहौल देते हैं जिससे वो चैन से सो सकें।
ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसी बातों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो सेना से सीखी जा सकती हैं।
सीख 1 और 2
अनुशासन और एकता की प्रतीक हैं भारतीय सेनाएँ
अनुशासन: अनुशासन सेना के जवानों के जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग है। किसी काम की योजना बनाना और उसे बिना परेशानी के अंजाम देना, सेना की ख़ासियत है और यह बिना अनुशासन के संभव नहीं है।
अनेकता में एकता: भारतीय सेना में 'अनेकता में एकता' देखने को मिलती है। सही कहा गया है कि बहादुरी की न कोई जाति होती है न कोई रंग होता है। भारतीय सेना में सभी धर्मों और सभी क्षेत्रों के सैनिक देखने को मिल जाएँगे।
सीख 3 और 4
साहस और दोस्ती की मिसाल पेश करती है भारतीय सेना
दोस्ती: सेना में दोस्ती अहम होती है। भारतीय सेना में यह जिस तरह से दिखाई देती है, वह बहुत ख़ास है और इसे हर किसी को अपने जीवन में अनुकरण करने की कोशिश करनी चाहिए।
साहस: भारतीय सेनाएँ समय-समय पर साहस की मिसाल भी पेश करती हैं। वे आए दिन कुछ न कुछ ऐसा करते हैं, जिसके बारे में आम आदमी सोचता भी नहीं है, जबकि अगर वो चीज़ें आम लोग भी करें तो उनका जीवन बेहतर हो सकता है।
जानकारी
जीवन के लिए ज़रूरी हर काम में होते हैं माहिर
सेना के लगभग सभी जवानों को दैनिक जीवन में आने वाली हर छोटी-बड़ी कठिनाइयों से सामना करने के लिए ट्रेंड किया जाता है। उन्हें नाव चलाने, बॉक्सिंग, पोलो, अंतरिक्ष विज्ञान से लेकर संगीत तक की शिक्षा दी जाती है।
सीख 6 और 7
निःस्वार्थी और लक्ष्यों को पाने का दृढ़ संकल्प
दृढ़ संकल्प: भारतीय सेना की ख़ासियत है की वो एक बार जो ठान लेती है, उसे पूरा करके ही मानती है। कितनी भी मुश्किल क्यों न आए सेना कभी हार नहीं मानती है। यही वजह है कि सेना ने कई बार पाकिस्तान को धूल चटाई है।
निःस्वार्थ: सेना के जवानों को निःस्वार्थ बनने की शिक्षा दी जाती है ताकि वह ख़ुद की बजाय दूसरों के बारे में सोचें और उनके लिए अपनी जान तक न्यौछावर करने के लिए तैयार रहें।
सीख 8 और 9
टीम पर भरोसा और बलिदान के लिए हमेशा तैयार
भरोसा: सही कहा गया है कि जब आप किसी पर भरोसा करते हैं, तब आप उसको अपना सबकुछ दे देते हैं। सेना में अपनी टीम और संगठन के ऊपर भरोसा करने की शिक्षा दी जाती है।
बलिदान: सेना के जवानों के लिए उनके परिवार से बढ़कर उनकी ड्यूटी होती है। वे देश के लिए अपनी ख़ुशियों तक का बलिदान दे देते हैं। जब देश त्योहारों का जश्न माना रहा होता है, वे देश की रक्षा कर रहे होते हैं।
जानकारी
देशभक्ति का असली मतलब सिखाते हैं सैनिक
देशभक्त और राष्ट्रवादी होने में फ़र्क़ है। ज़्यादातर लोग यही सोचते हैं कि देशभक्त होने का मतलब है पाकिस्तान और चीन से नफ़रत करना, लेकिन सेना में भर्ती होने वाले जवान नफ़रत की वजह से नहीं बल्कि देशप्रेम की वजह से भर्ती होते हैं।
सीख 11 और 12
भरोसेमंद होना और हर समय सकारात्मक रहना
भरोसेमंद: आप किसी के ऊपर भरोसा करें या न करें, लेकिन सेना के जवानों पर भरोसा कर सकते हैं। जब भी देश के ऊपर कभी आपदा आती है तो सबसे पहले सेना के जवान ही मदद के लिए पहुँचते हैं।
सकारात्मक रवैया: सेना के जवान हर परिस्थिति में सकारात्मक बने रहते हैं। कितनी भी मुश्किल परिस्थिति क्यों न आ जाए सैनिक सकारात्मक बनकर उनका हल ढूँढते हैं। साथ ही वे बुरे हालत में भी जश्न मना लेते हैं।