तालिबान ने पाकिस्तान से लिया हवाई हमले का बदला, डूरंग रेखा पर किया जोरदार हमला
क्या है खबर?
अफगानिस्तान की तालिबानी सेना ने पाकिस्तान की सेना की ओर से गत दिनों के किए गए हवाई हमले का बदला ले लिया है।
तालिबानी सेना ने अफगानिस्तान को पाकिस्तान से अलग करने वाली डूरंग रेखा पर पाकिस्तानी सेना के ठिकानों पर जोरदार हमला किया है। अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने इस कार्रवाई की पुष्टि की है।
हालांकि, मंत्रालय ने सीधे तौर पर तो पाकिस्तान का नाम नहीं लिया, लेकिन हमलों को 'काल्पनिक रेखा' (डूरंड रेखा) के पार बताया है।
बयान
रक्षा मंत्रालय ने क्या जारी किया बयान?
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इनायतुल्ला खोवाराजमी ने हमलों के स्थान को स्पष्ट करते हुए कहा, "हम इसे (डूरंड रेखा के पास) पाकिस्तान का क्षेत्र नहीं मानते और हम क्षेत्र की पुष्टि नहीं कर सकते, लेकिन यह काल्पनिक रेखा के दूसरी ओर था।"
बता दें कि तालिबान डूरंग रेखा को 'काल्पनिक रेखा' के नाम पुकारता है। यह 19वीं शताब्दी में ब्रिटिश औपनिवेशिक अधिकारियों द्वारा स्थापित सीमा है।
यह सीमा दोनों देशों के बीच लंबे समय से विवाद का विषय रही है।
दावा
अफगानिस्तानी मीडिया ने किया 19 पाक सैनिकों की मौत का दावा
अफगानी रक्षा मंत्रालय ने हमले में हुए नुकसान का खुलासा तो नहीं किया है, लेकिन अफगानिस्तानी मीडिया ने हमलों में पाकिस्तानी सेना के 1 मेजर समेत 19 सैनिकों की मौत का दावा किया है।
मीडिया के अनुसार, डूरंड रेखा पर दोनों देशों की सेनाओं के बीच रातभर झड़प हुई थी। इसमें कई अफगानी नागरिकों के भी मारे जाने की सूचना है।
हालांकि, कहा जा रहा है कि अफगानी मृतकों में अधिकतर पाकिस्तान से आए शरणार्थी शामिल हैं।
धमकी
पाकिस्तान ने तालिबान को दी थी धमकी
इससे पहले शुक्रवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने धमकी दी थी, "तालिबान यह जान ले कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) पाकिस्तान की रेडलाइन है। तालिबान दोहरा रवैया न अपनाए, इसे स्वीकार नहीं किया जाएगा। हम हर कीमत पर पाकिस्तान की क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करेंगे।"
वहीं, पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने स्पष्ट किया था कि अगर तालिबान उस पर हमले करेगा तो पाकिस्तान आगे भी हवाई हमले जारी रखेगा। हालांकि, इस धमकी का तालिबान पर असर नहीं हुआ।
पृष्ठभूमि
पाकिस्तान ने तालिबान पर किया था हवाई हमला
बता दें कि गत दिनों पाकिस्तानी सेना ने पकटिका प्रांत में हवाई हमले कर TTP के ठिकानों को निशाना बनाया था। उसमें 20 TTP लड़ाकों सहित 46 लोगों की मौत हो गई थी।
अफगान अधिकारियों ने इन हमलों की निंदा करते हुए इन्हें अंतरराष्ट्रीय सिद्धांतों का उल्लंघन बताया था और जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी थी।
बता दें कि 2007 में गठित TTP में 30,000 से 35,000 लड़ाकें हैं। इसका उद्देश्य पाकिस्तान सरकार को उखाड़ फेंकना हैं।