अमेरिका: संसद पर हमले के बाद ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम ने लॉक किये ट्रंप के अकाउंट्स
ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अकाउंट्स को निलंबित कर दिया है। ट्रंप के भड़काऊ ट्वीट्स और उनके समर्थकों के अमेरिकी संसद पर हमले के बाद ये कार्रवाई की गई है। फेसबुक और इंस्टाग्राम ने ट्रंप के अकाउंट्स को 24 घंटे के लिए ब्लॉक किया है और इस दौरान वे दोनों प्लेटफॉर्म पर कोई पोस्ट नहीं कर सकेंगे। ट्विटर ने उनके अकाउंट को 12 घंटे के लिए निलंबित किया है।
फेसबुक ने कहा- आपातकालीन स्थिति में उठाया गया आपातकालीन कदम
ट्रंप के अकाउंट को ब्लॉक करने का ऐलान करते हुए फेसबुक ने कहा, "यह एक आपातकालीन स्थिति है और हम राष्ट्रपति ट्रंप के वीडियो को हटाने समेत उचित आपातकालीन कदम उठा रहे हैं। हमने इसे हटाया क्योंकि हमारा मानना है कि ये जारी हिंसा के खतरे को कम करने की बजाय इसे बढ़ाता है।" इसके अलावा फेसबुक ने ट्रंप की पोस्ट्स पर एक लेबल भी लगा दिया है जिसमें लिखा हुआ है कि जो बाइडन को राष्ट्रपति चुना गया है।
ट्विटर ने कहा- आगे उल्लंघन करने पर स्थाई तौर पर निलंबित करेंगे ट्रंप का अकाउंट
वहीं ट्विटर ने अपने बयान में कहा कि ट्रंप के अकाउंट को 12 घंटे के लिए लॉक किया गया है और अगर आपत्तिजनक ट्वीट्स को हटाया नहीं जाता है तो अकाउंट लॉक ही रहेगा। कंपनी के अनुसार, ट्रंप के संदेश प्लेटफॉर्म के नियमों के खिलाफ थे और भविष्य में ऐसा कोई भी उल्लंघन होने पर ट्रंप के अकाउंट को स्थाई तौर पर निलंबित कर दिया जाएगा। ट्विटर पहले भी ट्रंप पर ऐसी कार्रवाई कर चुका है।
अपने समर्थकों को संसद पर हमला करने के लिए उकसा रहे थे ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में अपनी हार को "जीत में बदलने" की कोशिश में लगे ट्रंप ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए अपने समर्थकों से अमेरिकी संसद पर मार्च करने का अनुरोध किया था। उन्होंने तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी अपने इन आरोपों को दोहराया और अपने समर्थकों को संसद पर हमला करने के लिए उकसाया। उन्होंने कहा था कि वे इस मार्च के समय खुद उनके साथ होंगे।
ट्रंप समर्थकों ने हजारों की संख्या में किया संसद पर हमला
ट्रंप के इस उकसावे के बाद उनके हजारों समर्थकों ने बुधवार को उस समय अमेरिकी संसद पर धावा बोल दिया, जब राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों को आधिकारिक मंजूरी देने के लिए संसद की कार्रवाई चल रही थी। ट्रंप समर्थक सभी बैरिकेडिंग को तोड़ते हुए संसद के अंदर दाखिल हो गए और कम संख्या होने के कारण पुलिस उन्हें रोकने में नाकामयाब रही। भीड़ और पुलिस के बीच हुई झड़प में चार लोगों की मौत की खबर है।
उठ रही ट्रंप को तत्काल राष्ट्रपति पद से हटाने की मांग
अमेरिका के इतिहास में ये पहली बार हुआ है जब किसी राष्ट्रपति के समर्थकों ने संसद पर हमला किया हो और इस घटना ने अपने लोकतंत्र का उदाहरण देने वाले अमेरिका को पूरी दुनिया में शर्मसार कर दिया है। अमेरिकी लोकतंत्र पर इस अभूतपूर्व हमले के बाद कई अमेरिकी मीडिया संगठनों ने ट्रंप को तत्काल राष्ट्रपति पद से हटाने की मांग की है और उपराष्ट्रपति माइक पेंस से अमेरिकी संसद के 25वें संशोधन का प्रयोग करने को कहा है।
क्या है अमेरिकी संसद का 25वां संशोधन?
अमेरिका संविधान के 25वें संशोधन के तहत अगर उपराष्ट्रपति और कैबिनेट को लगता है कि राष्ट्रपति अपनी जिम्मेदारियों और शक्तियों का निर्वहन करने में सक्षम नहीं हैं तो वे बहुमत से प्रस्ताव पारित कर राष्ट्रपति को पद से हटा सकते हैं और उपराष्ट्रपति को उनकी जगह बैठा सकते हैं। अगर राष्ट्रपति इसका विरोध करते हैं तो इस प्रस्ताव को अमेरिकी संसद के दोनों सदनों में दो-तिहाई बहुमत से पारित कराकर उन्हें पद से हटाया जा सकता है।
ट्रंप को हटाने के लेकर कैबिनेट ने की चर्चा- मीडिया रिपोर्ट्स
अमेरिका के तीन न्यूज चैनलों के अनुसार, संसद पर हमले के बाद ट्रंप की कैबिनेट के सदस्यों ने 25वें संशोधन का प्रयोग करके उन्हें पद से हटाने को लेकर चर्चा भी की है। CNN न्यूज ने रिपब्लिकन पार्टी के एक अनाम नेता के हवाले से कहा कि कैबिनेट की बैठक में 25वें संशोधन पर चर्चा की गई क्योंकि ट्रंप "नियंत्रण से बाहर" हो चुके हैं। CBS न्यूज और ABC न्यूज ने भी सूत्रों के हवाले से ये बात कही है।