चुनावों से पहले भाजपा ने फेसबुक से की थी 44 'विरोधी' पेजों की शिकायत, 14 हटे
बीते साल हुए लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा ने उसका विरोध करने वाले 44 पेजों की फेसबुक से शिकायत की थी। भाजपा का आरोप था कि ये पेज 'उचित मानकों का उल्लंघन करते हैं' और उन पर डाली गई पोस्ट 'तथ्यात्मक' नहीं होती। इनमें से 14 पेज अब प्लेटफॉर्म पर नहीं है। भाजपा ने जिन पेजों पर आपत्ति जताई थी, उनमें भीम आर्मी का ऑफिशियल पेज से लेकर कांग्रेस के अनाधिकारिक समर्थन वाले पेज शामिल थे।
दो पत्रकारों के समर्थन वाले पेज हटाए गए
भाजपा की तरफ से ऑल्ट न्यूज के फैक्ट चेक को शेयर करने वाले पेज 'द ट्रूथ ऑफ गुजरात', पत्रकार रवीश कुमार और विनोद दुआ के समर्थन में चलने वाले पेज भी फ्लैग किए गए थे। इनमें से अंतिम दो पेज फेसबुक ने हटा दिए।
भाजपा के निवेदन पर फेसबुक ने दोबारा शुरू किए 17 पेज
दूसरी तरफ पिछले साल नवंबर में भाजपा ने फेसबुक से डिलीट किए 17 पेजों को दोबारा शुरू करने और दो दक्षिणपंथी न्यूज वेबसाइट- द चौपाल और ऑपइंडिया को मोनेटाइज करने को कहा था। मोनेटाइज का मतलब होता है कि किसी पेज पर दिखाए जा रहे विज्ञापनों से उनको पैसे मिलेंगे। जिन 17 पेजों को दोबारा शुरू किया गया है उनके बारे में बताते हुए भाजपा के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि ये 'गलती' से डिलीट हुए थे।
17 में से अधिकतर पेजों पर शेयर होता है पोस्टकार्ड न्यूज का कंटेट
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, फेसबुक ने भाजपा के निवेदन पर जिन 17 पेजों को फिर से शुरू किया है, उन पर पोस्टकार्ड न्यूज का कंटेट शेयर होता है। इनमें से किसी भी पेज को सीधे तौर पर किसी राजनीतिक पार्टी से जुड़ा नहीं बताया गया है। 17 में से एक पेज पोस्टकार्ड न्यूज के संस्थापक महेश वी हेगड़े के नाम पर है। हेगड़े को मार्च 2018 में 'फेक न्यूज' फैलाकर धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
अमित मालवीय और अंखी दास के बीच हुई थी बातचीत
इसके बाद बेंगलुरू पुलिस ने हेगड़े की भाजपा नेताओं के साथ संबंधों की पड़ताल की। इसमें पता चला कि अदालत में भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या हेगड़े का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। फेसबुक ने जुलाई, 2018 में पोस्टकार्ड न्यूज का ऑफिशियल पेज हटाया था। पेज दोबारा शुरू करने के निवेदन को लेकर अमित मालवीय, फेसबुक की भारत में शीर्ष सार्वजनिक नीति अधिकारी अंखी दास और शिवनाथ ठुकराल के बीच ईमेल पर बातचीत हुई थी।
भाजपा के प्रति झुकाव रखने वाले पेजों को बचाने पर हुई थी बातचीत
फरवरी, 2019 के एक ईमेल में भाजपा की आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय एक बैठक का संदर्भ देते हैं, जहां फेसबुक इंडिया और उनके बीच भाजपा के प्रति झुकाव रखने वाले पेजों की 'शिल्डिंग' (बचाने) के बारे में बातचीत हुई थी। मालवीय ने बताया कि ठुकराल ने जनवरी 2019 में यह आइडिया दिया था कि भाजपा को उन पेजों के बारे में सोचना चाहिए जो 'गलत तरीके से निशाना बने हैं।'
फेसबुक प्रवक्ता बोले- नियमों के उल्लंघन पर होती है कार्रवाई
इस बारे में प्रतिक्रिया देते हुए फेसबुक प्रवक्ता ने कहा कि शिल्डिंग जैसी कोई शब्दावली नहीं है। कंपनी की एक क्रॉस चेक प्रक्रिया है। यह एक ऐसा सिस्टम है, जिसमें देखा जाता है कि किसी पेज या प्रोफाइल से कंटेट हटाने की प्रक्रिया का सही पालन हो रहा है या नहीं। इसमें कंपनी की नीतियों के पालन की समीक्षा की जाती है। अगर कोई फेसबुक के कम्युनिटी स्टैंडर्ड का उल्लंघन करता है तो उस पर कार्रवाई होती है।
"हम उचित और पारदर्शी सिस्टम चाहते हैं"
मालवीय ने यह भी कहा कि कई ऐसे पेज हैं जो असली कार्यकर्ता चलाते हैं और उन्हें डर है कि फेसबुक इन पर भी कार्रवाई कर सकती है। उन्होंने कहा, "हमने पहले भी इसे लेकर फेसबुक से बात की है और उन्हें सही चीजें करने को कहा है। उन्होंने मुश्किल से ही उत्तर देते हैं। हम एक उचित और पारदर्शी सिस्टम चाहते हैं। साफ है कि उन्होंने इस संबंध में कुछ और ही सोच लिया।"
भारत में विवादों में है फेसबुक
भारत में इन दिनों फेसबक भाजपा के प्रति झुकाव के चलते विवादों में है। दरअसल, वॉल स्ट्रीन जर्नल की रिपोर्ट में सामने आया था कि अंखी दास ने भाजपा नेताओं की नफरत भरी पोस्ट पर कार्रवाई की प्रक्रिया में दखल दिया था। इसके बाद से कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल फेसबुक पर भाजपा की मदद करने का आरोप लगा रहे हैं। इसे लेकर कांग्रेस ने फेसबुक प्रमुख मार्क जकरबर्ग को पत्र भी लिखा है।