प्रधानमंत्री शपथ ग्रहण: UAE ने किया दोस्ती का प्रदर्शन, तिरंगे से रोशन हुई प्रतिष्ठित ADNOC इमारत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण के मौके पर संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने भारत के साथ अपनी दोस्ती का शानदार नमूना पेश किया। दोनों देशों के मजबूत होते रिश्तों को इजहार करते हुए देश की राष्ट्रीय तेल कंपनी ADNOC की प्रसिद्ध इमारत को तिरंगे के रंग में रोशन किया गया। इस बीच प्रधानमंत्री मोदी और UAE के युवराज शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान की तस्वीरें भी शीशे की दीवारों पर नजर आईं।
क्या है ADNOC टॉवर?
ADNOC का पूरा नाम अबू धाबी नेशनल ऑयल कंपनी है और ADNOC टॉवर उसका मुख्यालय है। 342 मीटर ऊंची इस इमारत में 65 मंजिलें हैं और ये दुनिया की 57वीं सबसे ऊंची इमारत है। गुरुवार को जिस समय प्रधानमंत्री मोदी शपथ ले रहे थे, तब ADNOC को भारत के राष्ट्रीय झंडे तिरंगा और UAE के राष्ट्रीय झंडे के रंग में रोशन किया गया। इसके साथ ही इमारत पर मोदी और युवराज अल जायद की तस्वीरों को भी दिखाया गया।
मोदी के कार्यकाल में मजबूत हुए रिश्ते
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत और UAE के बीच रिश्तों को एक नई ऊंचाई मिली है और दोनों देशों के रणनीतिक और व्यापारिक रिश्तों में नई गहराई आई है। भारत की ऊर्जा सुरक्षा UAE की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है और ADNOC अभी तक एकमात्र ऐसी विदेशी तेल और गैस कंपनी है जिसने भारत के पेट्रोलियम भंडार कार्यक्रम में निवेश किया है। हालिया समय में UAE ने कई आतंकियों को भी भारत के हवाले किया है।
विदेश मंत्रालय ने बताया असाधारण प्रदर्शन
UAE की तारीफ करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने इसे दोस्ती का असाधारण प्रदर्शन बताया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, "प्रधानमंत्री मोदी और मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण के मौके पर UAE सरकार ने अबु धाबी की प्रतिष्ठित ADNOC को रोशन किया।"
दोस्ती का असाधारण प्रदर्शन- रवीश कुमार
UAE में भारत के राजदूत ने बताया स्वर्णिम रिश्ते की शुरूआत
वहीं, UAE में भारतीय राजदूत नवदीप सिंह सुरी ने भी इसे पिछले 4 साल में दोनों देशों के रिश्तों में आई मजबूती का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री के दूसरा कार्यकाल शुरू करने पर भारत-UAE के रिश्तों में जबरदस्त आशावाद है। अब हमारे पास पिछले 4 साल में बने मजबूत मंच पर निर्माण करने और आने वाले समय को दोनों देशों के रिश्तों का स्वर्णिम दौर बनाने का मौका है।" उन्होंने दोनों देशों के रिश्तों को बहुयामी बताया।