NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / राजनीति की खबरें / पश्चिम बंगाल में चीनी भाषा में प्रचार कर रही है ममता बनर्जी की पार्टी, जानें कारण
    अगली खबर
    पश्चिम बंगाल में चीनी भाषा में प्रचार कर रही है ममता बनर्जी की पार्टी, जानें कारण

    पश्चिम बंगाल में चीनी भाषा में प्रचार कर रही है ममता बनर्जी की पार्टी, जानें कारण

    लेखन मुकुल तोमर
    Apr 03, 2019
    04:12 pm

    क्या है खबर?

    अगर हम आपसे कहें कि भारत को कोई पार्टी चीनी भाषा में भी प्रचार कर रही है, तो आप शायद इसे मजाक समझकर टाल देंगे।

    लेकिन यह मजाक नहीं है और यह काम कोई छोटी पार्टी नहीं बल्कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस (TMC) कर रही है। जी हां, TMC चीनी भाषा में भी प्रचार कर रही है।

    लेकिन बंगाली राज्य में वह आखिर चीनी क्यों 'पढ़' रही है, आइए इस बारे में जानते हैं।

    नारा

    चीनी भाषा में लिखा 'तृणमूल कांग्रेस को वोट दो'

    दरअसल, पूर्वी कोलकाता के तांगड़ा इलाके के एक दर्जन से अधिक दीवारें 'तृणमूल कांग्रेस को वोट दें' के नारों से रंगी हुई हैं।

    ये पहली बार है जब ममता की पार्टी ने चीनी भाषा में प्रचार किया है।

    इसका कारण है इलाके में रहने वाले चीनी मूल के लोग। तांगड़ा इलाके को कोलकाता का 'चाइना टाउन' कहा जाता है।

    हालांकि चीनी मूल के वोटर्स की संख्या इतनी ज्यादा नहीं है कि यह चुनाव पर कोई बड़ा असर डाल सकें।

    अन्य तरीके

    चीनी भाषा में अन्य तरीकों से भी प्रचार करेगी TMC

    इलाके में प्रसिद्ध भोजनालय चलाने वाले रॉबर्ड होउ ने इन दीवारों को रंगा है।

    TMC इसके अलावा चीनी भाषा में और भी बहुत कुछ करने की सोच रही है। पार्टी पत्रक छपवा कर उन्हें तांगड़ा के लोगों में बांटेगी।

    उसके स्थानीय पार्षद फैज अहमद खान ने बताया, "अगर हमारे उम्मीदवार के पास समय होगा तो हम छोटी सी सभा भी करेंगे जिसमें चीनी भाषा में संदेश दिया जाएगा।"

    उन्होंने बताया कि इलाके में चीनी मूल के कुल 2,000 वोटर्स हैं।

    जानकारी

    कामचलाऊ बंगाली और हिंदी जानते हैं चीनी मूल के लोग

    वैसे तो यहां रहने वाली सभी चीनी मूल के लोगों को बंगाली और हिंदी की कामचलाऊ जानकारी है, लेकिन तृणमूल के नेताओं का मानना है कि उनसे उनकी मातृभाषा में बात संबोधित करने से प्रचार में ज्यादा प्रभाव आएगा।

    इतिहास

    18वीं शताब्दी से चीन और कोलकाता का रिश्ता

    चीन और कोलकाता का रिश्ता काफी पुराना है।

    योंग अटच्यू नामक चीनी 1780 में बंगाल आए थे और यहां एक गन्ने की खेती की और चीनी मिल लगाया।

    इसके बाद 18वीं शताब्दी के अंत में चीनी मजदूरों ने भारत आना शुरु कर दिया।

    पहले वह केवल चमड़े का काम करते थे, लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने कपड़ों और भोजनालयों समेत अन्य क्षेत्रों में भी काम करना शुरु कर दिया।

    1951 की पहली जनगणना में कोलकाता में उनकी संख्या 5710 बताई गई थी।

    राजनीति

    पश्चिम बंगाल की राजनीति में हमेशा रहा है 'चीन'

    अगर राजनीतिक मोर्चे की बात करें तो यहां भी पश्चिम बंगाल और चीन का एक गहरा रिश्ता है।

    ममता की सरकार से पहले राज्य में दशकों तक वामपंथियों की सरकार रही थी, जिनके अक्सर चीन से जोड़ा जाता है।

    इसके अलावा 1960 और 1970 के दौर में कोलकाता की दीवारों पर 'चीन का चेयरमैन ही हमारा चेयरमैन है' के नारे दिखाए देते थे, जिन्हें माओवादियों ने लिखा होता था। हालांकि यह नारे बंगाली में लिखे होते थे।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    चीन समाचार
    पश्चिम बंगाल
    कोलकाता
    ममता बनर्जी

    ताज़ा खबरें

    इंटर मिलान को हराकर पहली बार चैंपियन्स लीग विजेता बनी पेरिस सेंट-जर्मेन, बनाए ये रिकॉर्ड्स  चैंपियन्स लीग
    इजरायल के साथ युद्धविराम पर सहमत हुआ हमास, बंधकों की रिहाई के बदले रखीं ये शर्तें इजरायल
    मिस वर्ल्ड 2025: टूट गया भारत की जीत का सपना, थाईलैंड की सुचाता चुआंग्सरी बनीं विजेता मिस वर्ल्ड
    राजपाल यादव बाेले- बॉलीवुड में अगर नपोटिज्म होता तो मेरे 200 रिश्तेदार यहीं होते राजपाल यादव

    चीन समाचार

    सेना प्रमुख की अलगाववादियों को दो टूक, कहा बंदूक और बातचीत साथ नहीं चल सकते भारतीय सेना
    चीन ने बनाया शक्तिशाली रडार, पूरे भारत पर रख सकता है नजर भारत की खबरें
    भारतीय पासपोर्ट दुनिया में 79वां सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट, पाकिस्तान पांचवां सबसे कमजोर देश भारत की खबरें
    टारगेट पूरा नहीं कर पाए कर्मचारी तो चीनी कंपनी ने दी सड़क पर रेंगने की सज़ा सोशल मीडिया

    पश्चिम बंगाल

    अमित शाह का ममता बनर्जी पर हमला, कहा- जोर लगा लीजिए, रथ यात्रा तो निकालकर रहेंगे ममता बनर्जी
    पश्चिम बंगालः भाजपा की रथयात्रा फिर टली, हाई कोर्ट ने लगाई रोक ममता बनर्जी
    सुप्रीम कोर्ट से भाजपा को झटका, नहीं मिली पश्चिम बंगाल में रथयात्रा की अनुमति भारतीय सुप्रीम कोर्ट
    क्रिकेट के मैदान पर फिर एक बार भारतीय क्रिकेटर की गई जान भारत की खबरें

    कोलकाता

    क्रिसमस पर घूमने की योजना बना रहे हैं? तो इन मशहूर जगहों पर ज़रूर जाएं भारत की खबरें
    ऑनलाइन खाना ऑर्डर करने में 2018 में ये चीज़ें रहीं आगे, चिकन बिरयानी ने मारी बाजी मुंबई
    यात्री को लगी सिगरेट पीने की तलब, वापस दिल्ली की तरफ़ घुमवा दी फ़्लाइट दिल्ली
    ख़राब ड्राइविंग के मामले में दिल्ली सबसे आगे, जानिये किस शहर में होती है सुरक्षित ड्राइविंग भारत की खबरें

    ममता बनर्जी

    22 नवंबर को होने वाली विपक्ष की बैठक टली, महागठबंधन की संभावना को झटका राहुल गांधी
    ममता बनर्जी को बड़ा झटका, कलकत्ता हाई कोर्ट ने भाजपा की रथयात्रा को दी मंजूरी भाजपा समाचार
    मोदी विरोध में जुटा विपक्ष, पिछली बार इंदिरा को रोकने साथ आए थे इतने दल अरविंद केजरीवाल
    कोलकाता रैलीः विपक्ष का मोदी पर निशाना, किसी ने बताया 'चोर' तो किसी ने 'पब्लिसिटी प्रधानमंत्री' अरविंद केजरीवाल
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025