दक्षिण कोरिया विमान हादसा: अमेरिका भेजा जाएगा विमान का ब्लैक बॉक्स, कैसे खुलेंगे दुर्घटना के राज?
क्या है खबर?
29 दिसंबर को दक्षिण कोरिया में हुए भयानक विमान हादसे में 177 लोगों की मौत हो गई थी। अधिकारी और जांचकर्ता अभी भी हादसे के पीछे की वजह तलाशने में लगे हैं।
जांचकर्ताओं ने विमान के दोनों ब्लैक बॉक्स को बरामद कर लिया है। एक बॉक्स में से प्रारंभिक डाटा निकाल लिया गया है, लेकिन दूसरा क्षतिग्रस्त हो गया है।
इस वजह से इसे अब अमेरिका भेजे जाने की तैयारी हो रही है।
बयान
दक्षिण कोरिया के उड्डयन मंत्री ने क्या कहा?
दक्षिण कोरिया के नागरिक उड्डयन उप मंत्री जू जोंग-वान ने कहा, "क्षतिग्रस्त फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) से घरेलू स्तर पर डेटा निष्कर्षण नहीं किया जा सकता है। इस बात पर सहमति बनी कि इसे अमेरिकी राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड के सहयोग से विश्लेषण के लिए अमेरिका ले जाया जाएगा।"
वहीं, दक्षिण कोरियाई विशेषज्ञों ने कहा कि वे अमेरिकी राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (NTSB) के साथ इस बात पर चर्चा कर रहे हैं कि FDR कब सौंपा जाए।
हादसा
विमान में सवार केवल 2 लोग जिंदा बचे
बैंकॉक से मुआन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे जा रहा ये विमान दुर्घटनाग्रस्त होकर हवाई अड्डे की दीवार से टकरा गया था।
हादसे के बाद पूरे विमान में आ लग गई थी और इसमें सवार 181 लोगों में से केवल 2 लोग जिंदा बचे थे।
बताया जा रहा है कि विमान के लैंडिंग गियर में खराबी और प्रतिकूल मौसमी परिस्थितियों की वजह से ये हादसा हुआ था। हादसे के बाद दक्षिण कोरिया ने 7 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है।
ब्लैक बॉक्स
क्या होता है ब्लैक बॉक्स?
ब्लैक बॉक्स एक हार्ड डिस्क जैसा उपकरण होता है, जो विमान का सारा डाटा इकट्ठा करता है। यह कॉकपिट में पायलटों के बीच होने वाली बातचीत को भी रिकॉर्ड करता है ताकि पता लग सके कि दुर्घटना से ठीक पहले क्या हुआ था।
यह कंप्यूटर अनाउंसमेंट, रेडियो ट्रैफिक और यात्रियों से संबंधित अनाउंसमेंट को भी रिकॉर्ड करता है। भले ही इसका नाम ब्लैक बॉक्स है, लेकिन यह नारंगी रंग का होता है।
उपकरण
ब्लैक बॉक्स में क्या-क्या होता है?
हर विमान में कम से कम 2 ब्लैक बॉक्स होने अनिवार्य हैं और हर ब्लैक बॉक्स में एक FDR और कॉकपिट वाइस रिकॉर्डर (CVR) होता है।
FDR टाइटैनियम या स्टैनलेस स्टील से बना होता है और इसमें विमान की ऊंचाई, रफ्तार, ईंधन, टर्बुलेंस, हवा की गति, ऑटोपायलट स्टेटस समेत दूसरी जानकारियां रिकॉर्ड होती है।
CVR में रेडियो ट्रांसमिशन और पायलटों के बीच की बातचीत, इंजन और दूसरे उपकरणों की आवाज रिकॉर्ड होती है।
कारणों का पता
जांच में कैसे मदद करता है ब्लैक बॉक्स?
विश्लेषक ब्लैक बॉक्स के डाटा को डाउनलोड कर जांच करते हैं।
एयर ट्रैफिक कंट्रोलर से और पायलटों की आपसी बातचीत का विश्लेषण किया जाता है, ताकि पता लगाया जा सके पायलटों को विमान में कुछ गड़बड़ी होने का अंदेशा था या नहीं और इसे काबू में करने के लिए उन्होंने क्या किया।
ब्लैक बॉक्स को विमान में ऐसी जगह रखा जाता है कि इसे कम से कम नुकसान पहुंचे। ये समुद्र में गिरने पर भी काम करता है।