
गाजा के लोगों को शरण देने को तैयार स्कॉटलैंड, ऐसा कहने वाला पहला पश्चिमी देश
क्या है खबर?
इजरायल-हमास युद्ध के बीच स्कॉटलैंड ने बड़ी घोषणा की है।
स्कॉटलैंड के प्रथम मंत्री हमजा यूसुफ ने बुधवार को कहा कि उनका देश युद्ध से विस्थापित गाजा के लोगों को शरण देने के लिए तैयार है। स्कॉटलैंड ऐसी पेशकश करने वाला पहला पश्चिमी देश है।
उन्होंने कहा कि अगर यूनाइटेड किंगडम (UK) सरकार युद्ध प्रभावित फिलिस्तीनियों के लिए कोई योजना बनाती है तो वह उनका स्वागत करेंगे।
स्कॉटलैंड UK का हिस्सा है और यूसुफ इसके सर्वोच्च नेता हैं।
स्थिति
गाजा में फंसे हैं स्कॉटलैंड के प्रथम मंत्री यूसुफ के रिश्तेदार
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यूसुफ के सास-ससुर गाजा पट्टी में फंसे हैं और हमास नियंत्रित फिलिस्तीनी क्षेत्र में घायल हुए नागरिकों में उनके कुछ रिश्तेदार भी हैं, जिनमें 2 साल का एक बच्चा भी शामिल है।
यूसुफ ने कहा, "मेरे बहनोई गाजा में एक डॉक्टर हैं। उन्होंने मुझे वहां की भयावहता और नरसंहार के बारे में बताया है। गाजा के अस्पताल में मेडिकल सप्लाई खत्म हो रही है और घायल लोग इलाज के अभाव में दम तोड़ रहे हैं।"
बयान
यूसुफ बोले- स्कॉटलैंड ने हर समय शरणार्थियों का स्वागत किया है
यूसुफ ने कहा, "गाजा के अस्पताल में तैनात डॉक्टरों और नर्सों को सबसे कठिन फैसले लेने पड़ रहे हैं कि वो किसका ईलाज करें और किसका न करें।"
उन्होंने कहा, "हमने संकट के समय सीरिया, यूक्रेन और कई अन्य देशों से आए शरणार्थियों का स्वागत किया है और हमें फिर से ऐसा करना चाहिए।
उन्होंने कहा, "ब्रिटेन में स्कॉटलैंड इजरायल-हमास युद्ध के बीच फंसे लोगों को सुरक्षा और शरण देने वाला पहला देश बनने को तैयार है।"
अपील
अंतरराष्ट्रीय समुदाय से की गाजा निवासियों के शरणार्थी कार्यक्रम शुरू करने की अपील
स्कॉटलैंड के प्रथम मंत्री यूसुफ ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से गाजा के भीतर विस्थापित 10 लाख लोगों के लिए विश्वव्यापी शरणार्थी कार्यक्रम शुरू करने का आह्वान किया है।
उन्होंने UK सरकार से गाजा में घायल नागरिकों के इलाज और उन्हें बाहर निकालने में समर्थन मांगा है।
उन्होंने कहा, "मैं स्पष्ट कर दूं, स्कॉटलैंड अपनी भूमिका निभाने के लिए तैयार है। हमारे अस्पताल गाजा के घायल पुरुषों, महिलाओं और बच्चों का इलाज करेंगे।"
बयान
गाजा में हो रहा अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन- यूसुफ
यूसुफ ने कहा, "इजरायल को अपनी रक्षा करने का अधिकार है, लेकिन इजरायल अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन करते हुए गाजा में निर्दोष नागरिकों को सामूहिक दंड दे रहा है।"
उन्होंने कहा, "हर एक नागरिक का जीवन अमूल्य है। मैं हमास के इजरायल पर हमले और नागिरकों को बंधक बनाए जाने की भी निंदा करता हूं।"
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, यूसुफ यूरोपीय देशों के पहले मुस्लिम नेता हैं, जिन्होंने युद्ध प्रभावित फिलिस्तीनीयों की मदद के लिए आगे हाथ बढ़ाए हैं।
हमला
गाजा में अस्पताल पर हुए हमले के बाद आया है यूसुफ का बयान
मंगलवार को गाजा के एक अस्पताल में हुए हवाई हमले में 500 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी, जिसके बाद यूसुफ का ये बयान सामने आया है।
बता दें, 7 अक्टूबर को फिलिस्तीन के आंतकी संगठन हमास के आतंकवादियों ने इजरायल पर हमला करके महिलाओं और बच्चों सहित सैकड़ों लोगों की हत्या कर दी थी।
इसके बाद से गाजा पट्टी में इजरायली सेना की जवाबी कार्रवाई जारी है।
युद्ध में लगभग 5,000 आम नागरिक मारे जा चुके हैं।