श्रीलंका बम धमाकों में डेनमार्क के सबसे अमीर व्यक्ति के 3 बच्चे मारे गए
श्रीलंका में रविवार को ईसाइयों के पवित्र त्यौहार ईस्टर के मौके पर हुए सिलसिलेवार बम धमाकों में 290 से अधिक लोग मारे गए हैं, जिनमें 30 विदेशी भी शामिल हैं। मरने वाले विदेशियों में डेनमार्क के सबसे अमीर व्यक्ति एंडर्स होल्च पोवल्सन के तीन बच्चे भी शामिल हैं। यह जानकारी पोवल्सन की फैशन कंपनी के एक प्रवक्ता ने सोमवार को दी। उन्होंने इसके अलावा अन्य कोई जानकारी देने से मना कर दिया।
छुट्टियां मनाने श्रीलंका आया था परिवार
डेनमार्क की मीडिया के अनुसार, पोवल्सन का परिवार छुट्टी मनाने श्रीलंका गया हुआ था। पोवल्सन और उनकी पत्नी के कुल 4 बच्चे थे, जिनमें से 3 को उन्होंने खो दिया। हालाँकि, अभी तक यह पता नहीं लग पाया है की उन्होंने 4 में से कौन से 3 बच्चों को खोया है। उनकी बेटी अल्मा ने कुछ दिन पहले ही अपने इंस्टाग्राम पेज पर श्रीलंका में अपने भाई-बहनों की एक तस्वीर पोस्ट की थी
पोवल्सन की बेटी का इंस्टाग्राम पोस्ट
दुनिया के 304वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं पोवल्सन
बता दें कि पोवल्सन डेनमार्क के सबसे अमीर व्यक्ति हैं। फोर्ब्स के अनुसार उनकी नेटवर्थ 790 करोड़ डॉलर (करीब 55 हजार करोड़ रुपए) है। वह दुनिया के 304वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं। पोवल्सन फैशन कंपनी बेस्टसेलर के मालिक हैं जिसमें वेरो मोडा और जैक एंड जोन्स जैसे ब्रांड्स शामिल हैं। इसके अलावा उनके पास ऑनलाइन रिटेल कंपनी असोस में भी बहुमत शेयर हैं। फोर्ब्स के मुताबिक, वो स्कॉटलैंड की 1 प्रतिशत जमीन के मालिक भी हैं।
रविवार को हुए थे 8 बम धमाके
बता दें कि रविवार को ईसाइयों के सबसे पवित्र त्यौहार ईस्टर के मौके पर आतंकियों ने चर्चों और आलीशान होटलों को निशाना बनाया था। नेगोम्बो के सेंट सेबेस्टियन चर्च सहित कोलंबो और बट्टिकलोआ के चर्चों में सबसे पहले बम धमाके हुए। इनके साथ ही कोलंबो के 3 आलीशान होटलों द शंगरी ला, सिनामन ग्रांड और किंग्सबरी में भी बम धमाके हुए। आखिरी दो धमाके कुछ समय बाद कोलंबो के एक होटल और निजी घर में हुए।
सरकार ने तौहीद जमात को ठहराया जिम्मेदार
श्रीलंका सरकार ने हमलों के लिए जिहादी आतंकी संगठन तौहीद जमात को जिम्मेदार ठहराया है। कैबिनेट प्रवक्ता और स्वास्थ्य मंत्री रंजीता सेनारत्ने ने सभी आत्मघाती हमलावरों के श्रीलंकाई नागरिक होने की संभावना जताई। सुनियोजित तरीके से धमाकों को अंजाम देने के कारण इनमें अंतरराष्ट्रीय संगठनों का हाथ होने की आशंका भी जताई जा रही है। उन्होंने कहा, "हमें लगता है कि हमलों के पीछे एक अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का हाथ है, जिसके बिना इन हमलों को अंजाम देना संभव नहीं था।"
कौन है जिहादी संगठन तौहीद जमात?
तौहीद जमात एक जिहादी आतंकी संगठन है जो श्रीलंका के पूर्वी क्षेत्र के अलावा भारत के तमिलनाडु में भी सक्रिय है। जमात क्षेत्र में शरिया कानून लागू करने और महिलाओं को बुर्के में रखने का बात कहता है। इसके अलावा उसने कट्टर संदेश देने के लिए मस्जिदों को भी निर्माण किया है। वह पिछले साल भगवान बुद्ध की प्रतिमाओं को तोड़ने के बाद चर्चा में आया था। उसकी गतिविधियां बौद्धों और मुस्लिम के बीच तनाव का कारण बनती हैं।