कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स
ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है। 71 वर्षीय चार्ल्स में वायरस के मामूली लक्षण दिख रहे हैं और उनकी हालत स्थिर बनी हुई है। डॉक्टरों की सलाह पर प्रिंस चार्ल्स स्कॉटलैंड स्थित अपने घर में आइसोलेशन में हैं। उन्हें किससे वायरस का संक्रमण हुआ, इसके बारे में अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है। बता दें कि कोरोना वायरस के कारण ब्रिटेन में आंशिक लॉकडाउन है।
प्रिंस चार्ल्स की पत्नी का भी किया गया टेस्ट, नेगेटिव आए नतीजे
आधिकारिक बयान के अनुसार, प्रिंस चार्ल्स की पत्नी और डचेस ऑफ कॉर्नवाल कैमिला का भी कोरोना वायरस का टेस्ट किया गया था लेकिन उनके नतीजे नेगेटिव आए हैं। बयान में कहा गया है कि सरकारी और मेडिकल सलाह को मानते हुए प्रिंस चार्ल्स और उनकी पत्नी कैमिला ने खुद को स्कॉटलैंड स्थित घर में खुद को आइसोलेट कर लिया है। इसमें कहा गया है कि प्रिंस की हालत स्थिर है और वे घर से काम कर रहे हैं।
किससे हुआ संक्रमण, ये पता लगाना संभव नहीं- बयान
बयान में ये भी कहा गया है कि प्रिंस चार्ल्स को वायरस का संक्रमण किससे हुआ इसका पता लगाना संभव नहीं है क्योंकि पिछले कुछ हफ्तों में उन्होंने कई सार्वजनिक गतिविधियों में हिस्सा लिया है। गौरतलब है कि बुजुर्गों, विशेषकर 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा खतरा रहता है। इस आयु वर्ग में कोरोना वायरस के कारण मृत्यु दर सबसे अधिक है।
रानी एलिजाबेथ के सहयोगी को भी पाया गया था कोरोना वायरस से संक्रमित
हाल ही में ब्रिटेन की रानी एलिजाबेथ के एक सहयोगी को भी कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था। इसके बाद उसके संपर्क में आने वाले शाही स्टाफ के सभी सदस्यों को सेल्फ-आइसोलेशन में भेज दिया गया था। वहीं रानी को लंदन स्थित उनके घर से विंडसोर स्थित महल में रहने के लिए भेज दिया गया था। 93 वर्षीय एलिजाबेथ पूरी तरह स्वस्थ्य हैं और सावधानी के तौर पर उन्हें अलग रखा जा रहा है।
ब्रिटेन के राजसिंहासन के उत्तराधिकारी हैं प्रिंस चार्ल्स
प्रिंस चार्ल्स के पास 'प्रिंस ऑफ वेल्स' की उपाधि है। ये उपाधि ब्रिटेन के राज परिवार के उस सदस्य को दी जाती है जो राजसिंहासन का उत्तराधिकारी होता है। इसका मतलब मौजूदा रानी एलिजाबेथ के बाद प्रिंस चार्ल्स ब्रिटेन के राजा होंगे।
ब्रिटेन में कोरोना वायरस के 8100 मामले, 422 की मौत
गौरतलब है कि अब तक ब्रिटेन में कोरोना वायरस के 8100 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं, वहीं 422 लोगों को इसके कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। देश के प्रधानमंत्री बॉरिस जॉनसन ने पहले 'हर्ड इम्युनिटी' के जरिए कोरोना वायरस का सामना करने की योजना बनाई थी। इसमें लोगों को वायरस से संक्रमित होने दिया जाता है। बाद में इस योजना को बदल दिया गया और सभी गैरजरूरी कार्यों को शटडाउन कर दिया गया।