मेडिकल कॉलेज को दिया जाएगा यूक्रेन में मारे गए नवीन का शव, परिवार ने लिया फैसला
क्या है खबर?
यूक्रेन में रूसी हमले में जान गंवाने वाले भारतीय छात्र नवीन शेखरप्पा जी का शव भारत लाया जा रहा है।
कर्नाटक के चेलागेरी गांव में रहने वाला उनका परिवार पिछले करीब तीन हफ्तों से नवीन का शव आने का इंतजार कर रहा है।
अब परिवार ने फैसला किया है कि वो नवीन के शव को करीब 32 किलोमीटर दूर स्थित एक मेडिकल कॉलेज को दान करेंगे ताकि यह मेडिकल की पढ़ाई करने वाले छात्रों के काम आ सके।
पृष्ठभूमि
1 मार्च को हुई थी नवीन की मौत
गौरतलब है कि 1 मार्च को यूक्रेन के खारकीव में रूसी हमलों में नवीन की मौत हो गई थी। वो यूक्रेन में पढ़ाई कर रहे थे और MBBS के चौथे साल के छात्र थे।
परिवार ने बताया कि नवीन के शव को पोलैंड के रास्ते भारत लाया जा रहा है और सोमवार सुबह करीब 3 बजे यह बेंगलुरू पहुंच जाएगा। नवीन के बड़े भाई अपने कुछ रिश्तेदारों के साथ शव लेने के लिए बेंगलुरु अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर जाएंगे।
बयान
मेडिकल साइंस में थी नवीन की रूचि- पिता
द प्रिंट से बात करते हुए नवीन के पिता शेखर गौड़ा ने कहा, "हमें राहत मिली है कि हमारा बेटा वापस अपनी धरती पर आ रहा है। अंतिम संस्कार की रिवाज निभाने के बाद हम शव को एसएस मेडिकल कॉलेज में देने का सोच रहे हैं। नवीन को मेडिकल साइंस में बहुत रूचि थी और वह डॉक्टर बनना चाहता था। इसलिए अगर हम उसका शव दान करेंगे तो यह दूसरे मेडिकल छात्रों के काम आ जाएगा।"
बयान
नवीन के पिता ने किया प्रधानमंत्री का धन्यवाद
नवीन के पिता ने आगे कहा, "नवीन की मौत की खबर सुनने के बाद से हम सब बहुत दुखी हैं, लेकिन मैं उसके शव को वापस लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री, विदेश मंत्री और सभी नेताओं का धन्यवाद करता हूं। मुझे लगता है कि कहीं न कहीं पूरे देश ने उसके शव को वापस लाने में मदद की है। अब उसे शांति मिलेगी।"
परिवार ने बताया कि सोमवार सुबह 9 बजे तक नवीन का शव गांव पहुंच जाएगा।
जानकारी
पिछले दो सालों से गांव में रह रहा है नवीन का परिवार
नवीन का परिवार पिछले दो सालों के हावेरी जिले के चेलागेरी गांव में रह रहा है। इससे पहले उनके पिता मैसूर में मैकेनिकल इंजीनियर की नौकरी करते थे। नौकरी से रिटायर होने के बाद शेखर गौड़ा गांव में आकर रहने लगे हैं।
हमला
खाना लाने के लिए बाहर गया था नवीन
1 मार्च को खारकीव के गवर्नर हाउस पर रूस के मिसाइल हमले में नवीन की मौत हुई थी। उनके साथ अन्य छात्रों ने बताया कि वो खाना लेने के लिए बंकर से निकलकर बाहर गया था और इसी दौरान हमला हो गया।
विदेश मंत्रालय ने भी रूसी गोलीबारी में नवीन के मारे जाने की पुष्टि की थी। इसके बाद कई बैठकों में प्रधानमंत्री मोदी ने अधिकारियों को जल्द से जल्द नवीन का शव लाने की कोशिश को कहा था।