
डोनाल्ड ट्रंप की धमकी का असर? यूक्रेन और रूस एक बार फिर शांति वार्ता को तैयार
क्या है खबर?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकी के बाद यूक्रेन और रूस एक बार फिर शांति वार्ता के लिए तैयार हो गए हैं। दोनों देशों के प्रमुख वार्ताकार 23 जुलाई को इंस्ताबुल में आमने-सामने बैठक करेंगे। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने कहा, "आज मैंने यूक्रेनी सुरक्षा परिषद प्रमुख रुस्तम उमरोव के साथ बंदियों की अदला-बदली की तैयारियों और तुर्की में रूसी पक्ष के साथ एक और बैठक पर चर्चा की। उमेरोव ने बताया कि बैठक बुधवार को निर्धारित है।"
शांति
रूस ने क्या कहा है?
मास्को ने इस्तांबुल में होने वाली शांति वार्ता पर अभी कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन रूसी समाचार एजेंसी का कहना है कि शांति वार्ता 2 दिन तक चलेगी। तुर्की सरकार का कहना है कि बुधवार की वार्ता उसी स्थान पर होगी, जहां मई-जून में हुई पिछली वार्ता युद्ध विराम तक नहीं पहुंच पाई थीं। रविवार को क्रेमलिन की प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने भी कहा था कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जल्द शांतिपूर्ण समझौता चाहते हैं, लेकिन हमारे लक्ष्य स्पष्ट हैं।
धमकी
ट्रंप ने क्या दी थी धमकी?
ट्रंप ने कुछ दिन पहले व्हाइट हाउस में उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (NATO) के महासचिव के साथ मुलाकात की थी। तब उन्होंने कहा था कि अगर 50 दिन के अंदर मास्को-कीव के बीच युद्ध विराम समझौता नहीं होगा तो रूस पर कठोर प्रतिबंध लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा था कि वे रूस के साथ व्यापारिक रिश्ते रखने वाले देशों पर भी द्वितीयक टैरिफ लागू करेंगे। उन्होंने यूक्रेनी सेना को हथियार और पैट्रियट वायु रक्षा प्रणाली मिसाइल देने की बात कही थी।
समझौता
पहला समझौता हुआ था विफल
यूक्रेन और रूस के बीच पहले भी इस्तांबुल में शांति विराम समझौता हो चुका है, लेकिन उसका कोई परिणाम नहीं निकला। मई-जून में ही वार्ता के बाद सिर्फ बंदियों की अदला-बदली हुई थी। इसके बावजूद दोनों देशों के बीच बमबारी जारी रही। रूस ने हाल में यूक्रेनी शहरों पर ड्रोन और मिसाइल हमले तेज कर दिए हैं, जिससे रिकॉर्ड नागरिक हताहत हुए हैं। यूक्रेनी सेना का कहना है कि उसने पोक्रोवस्क क्षेत्र में 50 से ज्यादा हमले नाकाम किए थे।