रूस ने माना- कोरोना वायरस से हुईं तीन गुना अधिक मौतें, तीसरा सर्वाधिक प्रभावित देश बना
क्या है खबर?
रूस ने सोमवार को उसके यहां कोरोना वायरस की वजह से हुई मौतों को कम दिखाने की बात स्वीकार की और कहा कि वास्तव में देश में आधिकारिक आंकड़े से तीन गुना अधिक मौतें हुई हैं। देश की सरकारी एजेंसी रोसस्टेट स्टेटिस्टिक्स के अधिकारियों ने ये बात स्वीकार की है।
इस खुलासे के साथ ही रूस कुल कोरोना वायरस मौतों के मामले में दुनिया का तीसरा सबसे अधिक प्रभावित देश बन गया है।
आंकडे
1.86 लाख रूसी नागरिकों के कोरोना वायरस से मरने का अनुमान
रोसस्टेट स्टेटिस्टिक्स के अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि रूस में इस साल जनवरी और नवंबर के बीच किसी भी कारण से हुई मौतें पिछली साल के मुकाबले 2,29,700 अधिक रहीं। देश की उपप्रधानमंत्री तातियाना गोलीकोवा ने कहा, "मृत्यु दर में आई इस वृद्धि के 81 प्रतिशत के लिए कोविड जिम्मेदार रहा।"
इसका मतलब रूस में नवंबर तक 1.86 लाख से अधिक लोग कोरोना वायरस के संक्रमण से मर चुके हैं।
तुलना
खुलासे के बाद मौतों के मामले में तीसरे स्थान पर पहुंचा रूस
इन नए आंकड़ों का मतलब है कि अब रूस सबसे अधिक कोरोना वायरस मौतों के मामले में तीसरे स्थान पर पहुंच गया है और केवल अमेरिका और ब्राजील में उससे अधिक लोगों की मौत हुई है।
जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के अनुसार, अमेरिका में अभी तक 3.35 लाख और ब्राजील में 1.92 लाख लोगों की कोरोना की वजह से मौत हो चुकी है। चौथे नंबर पर काबिज भारत में 1.48 लाख लोगों की मौत हुई है।
सवाल
पिछले काफी समय से उठ रहे थे रूस के आंकड़ों पर सवाल
बता दें कि कोरोना वायरस से संबंधित रूस के आधिकारिक आंकड़ों पर पिछले काफी समय से सवाल उठ रहे थे और रूस और दुनियाभर के विशेषज्ञों ने रूस पर मौतों की असल संख्या को दबाने का आरोप लगाया था।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, रूस में 30 लाख से अधिक लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं, लेकिन मौत केवल लगभग 55,000 की हुई है। उसकी मृत्यु दर 1.83 प्रतिशत है जो अन्य यूरोपीय देशों के मुकाबले बेहद कम है।
जानकारी
कम मृत्यु दर के लिए देश की तारीफ कर चुके हैं राष्ट्रपति पुतिन
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी कम मृत्यु दर का हवाला देते हुए कह चुके हैं कि रूस ने महामारी के खिलाफ अन्य यूरोपीय देशों से बेहतर काम किया है। हालांकि रूस केवल उन मौतों को गिनता है, जिनमें वायरस मौत की मुख्य वजह होता है।
दूसरी लहर
दूसरी और अधिक भीषण लहर का सामना कर रहा है रूस
गौरतलब है कि रूस अभी कोरोना वायरस के संक्रमण की दूसरी लहर का सामना कर रहा है जो पहली लहर के मुकाबले अधिक भीषण है। जहां पहली लहर में देश में एक दिन में अधिकतम 11,000 नए मामले सामने आए थे, वहीं अभी रोजाना लगभग 30,000 नए मामले सामने आ रहे हैं।
वायरस के इस प्रकोप के कारण सरकार पर फिर से लॉकडाउन लगाने का दबाव बना हुआ है, लेकिन पुतिन इसकी संभावना से इनकार कर चुके हैं।
उम्मीद की किरण
रूस में स्पूतनिक-V वैक्सीन का वितरण शुरू
महामारी को नियंत्रित करने के लिए रूस ने अपनी उम्मीद वैक्सीन पर केंद्रित की हुई है और देश की स्वदेशी स्पूतनिक-V वैक्सीन को उपयोग की मंजूरी दी जा चुकी है। बुजुर्ग लोगों में वैक्सीन का वितरण भी शुरू हो गया है, हालांकि अभी ये स्पष्ट नहीे है कि कितने लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है।
वैक्सीन पर लोगों के कम भरोसे के बीच राष्ट्रपति पुतिन खुद इसी हफ्ते वैक्सीन लगवाएंगे।