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कोरोना वायरस: शुुरुआती चरणों में सुरक्षित साबित हुई सिनोफार्म की संभावित वैक्सीन, एंटीबॉडी भी विकसित की

कोरोना वायरस: शुुरुआती चरणों में सुरक्षित साबित हुई सिनोफार्म की संभावित वैक्सीन, एंटीबॉडी भी विकसित की

Aug 14, 2020
02:17 pm

क्या है खबर?

चीन के नेशनल फार्मास्यूटिकल ग्रुप की एक यूनिट सिनोफार्म द्वारा तैयार की जा रही कोरोना वायरस की संभावित वैक्सीन ट्रायल के शुरुआती और मध्य चरणों में सुरक्षित साबित हुई है। साथ ही यह कोरोना वायरस से लड़ने के लिए शरीर में एंटीबॉडी भी विकसित कर रही है। यह उन चुनिंदा वैक्सीन्स में शामिल हैं, जिनका अंतिम चरण का ट्रायल जारी है, जहां हजारों लोगों पर इसका प्रभाव परखा जाएगा। इसमें कामयाब होने के बाद इन्हें हरी झंडी मिल सकेगी।

इंसानी ट्रायल

UAE में चल रहे हैं वैक्सीन के ट्रायल

संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में इस वैक्सीन का ट्रायल किया जा है। यहां 15,000 लोगों पर इस संभावित वैक्सीन को परखा जा रहा है। चीन में कोरोना संक्रमितों की संख्या कम होने के कारण ट्रायल के लिए UAE को चुना गया है। चीनी सरकार के तहत काम करने वाली यह कंपनी समझौते के तहत ट्रायल के लिए पाकिस्तान को भी इसकी खुराक भेजेगी। बता दें कि चीन में आठ संभावित वैक्सीन ट्रायल के अलग-अलग चरणों में पहुंच चुकी है।

जानकारी

ट्रायल में नहीं दिखे कोई गंभीर साइड इफेक्ट

गुरुवार को जर्नल ऑफ अमेरिका मेडिकल एसोसिएशन (JAMA) को प्रकाशित पेपर में जानकारी दी गई है कि 320 लोगों पर किए गए पहले और दूसरे चरण के ट्रायल के दौरान संभावित वैक्सीन का कोई भी गंभीर साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिला।

संभावित वैक्सीन

तीन महीने में आ जाएंगे तीसरे ट्रायल के नतीजे

वैक्सीन पर काम कर रहे शोधकर्ताओं ने बताया कि जिन लोगों को इसकी खुराक दी गई, उनमें मजबूत एंटीबॉडी प्रतिरक्षा विकसित हुई। हालांकि, अभी यह नहीं कहा जा सकता है कि यह प्रतिरक्षा इंसान की कोरोना वायरस से सुरक्षा कर सकती है। सिनोफार्म के प्रमुख ने पिछले महीने बताया था इंसानी ट्रायल का तीसरा चरण लगभग तीन महीनों में समाप्त हो जाएगा और साल के अंत तक यह वैक्सीन तैयार हो सकती है।

कोरोना वायरस

रूस ने किया सबसे पहली वैक्सीन बनाने का दावा

एक और चीनी कंपनी सिनोवैक ने भी तीसरे चरण का ट्रायल शुरू कर दिया है। यह ब्राजील में किया जा रहा है। अगले कुछ महीने में इसके ट्रायल भी खत्म होने की उम्मीद है। दरअसल, कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए कई देश वैक्सीन विकसित करने की कोशिश में लगे हुए हैं। इस बीच रूस ने दावा किया है कि उसने वैक्सीन तैयार कर ली है और अक्टूबर से इसे नागरिकों को दिया जाएगा।

कैसे होगा वितरण

वैक्सीन के वितरण की योजना पर काम शुरू

अंतिम चरण में पहुंच चुकी कई वैक्सीन्स को देखते हुए अब इनके सफल होने पर इनके वितरण के लिए योजना बनने लगी है। अमेरिका ने फार्मा कंपनियों ने द्वीपक्षीय समझौता किया है ताकि उसके सफल होने पर उसके नागरिकों के लिए वैक्सीन सुनिश्चित हो सके। वहीं गावी जैसे कई संगठन इससे हटकर सभी देशों के लिए कम से कम जरूरत के हिसाब से वैक्सीन की आपूर्ति सुनिश्चित करने पर काम कर रहे हैं।

आंकड़े

थम नहीं रही कोरोना संक्रमण की रफ्तार

वैक्सीन के लंबे होते इंतजार के बीच विश्व में कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। दुनियाभर में अभी तक लगभग 2.1 करोड़ लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है, जिनमें से 7.60 लाख की मौत हो चुकी है। 48.83 लाख संक्रमितों और 1.6 लाख मौतों के साथ अमेरिका दुनिया का सबसे बुरी तरह प्रभावित देश बना हुआ है। भारत में भी कोरोना वायरस के मामले 25 लाख की तरफ बढ़ रहे हैं।