वैक्सीन वितरण में असमानता: अमीर देशों के पास होंगी 120 करोड़ सरप्लस खुराकें, गरीब देश तरसे
इस साल के अंत तक अमीर देशों के पास कोरोना वायरस वैक्सीन की एक अरब से अधिक सरप्लस खुराकें होंगी। डाटा एनालिटिक्स कंपनी एयरफिनिटी के नए शोध में सामने आया है कि इसी महीने अमीर देशों के पास सरप्लस खुराकों का भंडार 50 करोड़ हो जाएगा और इनमें से 36 करोड़ खुराकें दान नहीं की जाएंगी। साल के अंत तक सरप्लस भंडार में 120 करोड़ खुराकें होंगी और इनमें से लगभग 90 प्रतिशत दान के लिए नहीं होंगी।
7 सितंबर को सामने आएगी पूरी रिपोर्ट
अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, यूरोपीय संघ, जापान और कनाडा के पास वैक्सीन आपूर्ति को ध्यान में रखकर किए गए इस शोध की पूरी रिपोर्ट 7 सितंबर को सामने आएगी। गौरतलब है कि वैक्सीन वितरण में असमानता चिंता का विषय बनी हुई है और कई स्वास्थ्य विशेषज्ञ इसकी आलोचना कर चुके हैं। अमीर देशों के पास जहां सरप्लस खुराकें हैं तो गरीब देशों को जरूरत की खुराकें भी नहीं मिल पा रही हैं।
कोवैक्स के जरिये भी नहीं पहुंच रहीं पर्याप्त खुराकें
संयुक्त राष्ट्र ने गरीब देशों में वैक्सीन की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए कोवैक्स अभियान शुरू किया था। इसके तहत इस साल के अंत तक 92 गरीब देशों समेत 190 देशों में 200 करोड़ खुराकें पहुंचानी थी ताकि दुनिया की 20 प्रतिशत आबादी को वैक्सीनेट किया जा सके, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। वैक्सीन निर्माता कंपनियों के साथ अमीर देशों के कॉन्ट्रैक्ट के कारण कोवैक्स को पर्याप्त मात्रा में खुराकें नहीं मिल पाई हैं।
कोवैक्स ने अफ्रीका से ज्यादा UK में भेजीं खुराकें
कोवैक्स ने जून में यूनाइटेड किंगडम को 5,30,000 खुराकें भेजी थी, जो उस महीने अफ्रीका को भेजी गई खुराक से दोगुने से भी अधिक थीं। इस बीच, हैती, सीरिया, वेनेज़ुएला जैसे देशों में वादे से बहुत कम खुराकें भेजी गई हैं।
WHO बोला- इस तरह की असमानता अस्वीकार्य
रविवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक डॉ टेड्रोस अधेनोम गैब्रेयसस ने G20 देशों के स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक में बताया कि वैक्सीन वितरण में इस तरह की असमानता 'अस्वीकार्य' है। दुनियाभर में अब तक पांच अरब खुराकें लगाई हैं। इनमें से 75 खुराकें केवल 10 देशों में लगाई गई हैं। वहीं अफ्रीका की केवल 2 प्रतिशत आबादी को वैक्सीन मिल पाई है। उन्होंने G20 देशों से इस दिशा में पर्याप्त कदम उठाने की अपील की है।
"नैतिक आक्रोश पैदा कर रहे अमीर देश"
ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री गॉर्डन ब्राउन ने अमीर देशों पर कोरोना वैक्सीन की खुराकों का भंडारण कर 'नैतिक आक्रोश' पैदा करने आरोप लगाया है। संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत के तौर पर ब्राउन ने G7 देशों से खुराकें अफ्रीका में भेजने की अपील की है।
दुनियाभर में वैक्सीनेशन की क्या स्थिति?
ब्लूमबर्ग वैक्सीन ट्रैकर के अनुसार, दुनिया में अब तक कोरोना वायरस वैक्सीन की 5.4 अरब खुराकें लगाई जा चुकी हैं। 2.1 अरब खुराकों के साथ चीन इस मामले में सबसे आगे हैं और यहां की 63 फीसदी आबादी पूरी तरह वैक्सीनेट हो चुकी है। सबसे ज्यादा खुराकें लगाने के मामले में भारत दूसरे स्थान पर है यहां अब तक 68.6 करोड़ खुराकें लगाई गई हैं। यूरोपीय संघ, अमेरिका और ब्राजील सूची में क्रमश: तीसरे, चौथे और पांचवें स्थान पर हैं।