अफगानिस्तान: अमेरिका की मदद करने वालों को घर-घर जाकर निशाना बना रहा तालिबान
क्या है खबर?
अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद तालिबान जहां एक ओर दुनिया के सामने महिलाओं को अधिकार देने की बात कहकर अपनी बदली हुई छवि सामने रख रहा है, वहीं दूसरी और अपने शासन की मजबूती के लिए पिछले शासन में अमेरिका की मदद करने वालों को घर-घर जाकर अपना निशाना बना रहा है।
हालात यह है कि तालिबान राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशालय (NDS), सेना के दुभाषियों और अफगानी कर्मचारियों को खात्मे के लिए गेस्टापो (खूफिया पुलिस) की भूमिका निभा रहा है।
पृष्ठभूमि
तालिबान ने 15 अगस्त को किया था अफगानिस्तान पर कब्जा
बता दें कि तालिबान ने 15 अगस्त को अफगानिस्तान की राजधानी पर कब्जा करते हुए देश में नया शासन लागू करने की घोषणा की थी।
उसके बाद बुधवार को उसने ने पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपना एक उदार चेहरा दिखाने की कोशिश की।
इसमें प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि वह महिलाओं को शरिया कानून के हिसाब से काम करने और आजादी का अधिकार देंगे। महिलाएं उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर सकेंगी।
कहर
छवि बदलने के दावों के बीच अफगानी जनता पर कहर बरपा रहे तालिबानी
तालिबान ने छवि बदलने के दावों के बीच अफगानी जनता पर कहर बरपाना शुरू कर दिया है। वह न केवल पिछले शासन से जुड़े लोगों का चुन-चुन कर खात्मा कर रहा है, बल्कि अपने लड़ाकों के जरिए महिला और बच्चों पर भी हमला कर रहा है।
मंगलवार को जहां उसने बुर्का नहीं पहनने पर तखर प्रांत में एक महिला की गोली मारकर हत्या कर दी, वहीं अफगानिस्तान छोड़कर जाने का प्रयास करने वालों पर भी हमला किया जा रहा है।
हत्या
विरोध करने वालों पर बरसाई जा रही है गोलियां
तालिबान के लड़ाके अब अपनी मजबूती के लिए विरोधियों को भी मौत के घाट उतारने लगे हैं।
बुधवार को जलालाबाद में कुछ लोगों ने अफगानिस्तान का झंडा लहराकर विरोध जुलूस निकाला तो लड़ाकों ने भीड़ पर फायरिंग कर दी। इसमें तीन लोगों की मौत हो गई तथा एक दर्जन से अधिक घायल हो गए।
इसी तरह शुक्रवार को भी तालिबान ने पूर्वी शहर असदाबाद में विरोध कर रही भीड़ पर गोलिया बरसा दी। इसमें कई लोगों की मौत हो गई।
जानकारी
तालिबानियों ने बंद कराए सभी ब्यूटी पार्लर
तालिबान ने अपने शरिया कानून को सख्ती से लागू करने की दिशा में आगे बढ़ते हुए राजधानी काबुल में संचालित सभी ब्यूटी पार्लरों को बंद कद दिया है। इतना ही नहीं उसने महिलाओं के चेहरे वाले होर्डिंग और विज्ञापनों पर भी काखिल पोत दी है।
अभियान
तालिबान ने चलाया घर-घर तलाशी अभियान
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, अफगानिस्तान में अमेरिका की मदद करने और पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी से जुड़े लोगों को सार्वजनिक रूप से गोली मारने के लिए अब तालिबान ने घर-घर तलाशी अभियान भी शुरू कर दिया है।
इसमें खुद को कार्यवाहक राष्ट्रपति घोषित करने वाले अमरुल्ला सालेह से जुड़े लोगों पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
बता दें कि सालेह वर्तमान में अहमद मसूद के साथ पंजशीर घाटी से तालिबान के खिलाफ प्रतिरोध का नेतृत्व कर रहे हैं।
प्रयास
अमेरिका से समझौते पर बातचीत का प्रयास कर रहा तालिबान
तालिबान का राजनीतिक चेहरा ब्रिटेन और पाकिस्तान के इशारे पर अमेरिका के साथ एक मान्यता के बदले मिली-जुली सरकार बनाने के समझौते पर बातचीत करने का प्रयास कर रहा है।
बता दें कि चीन, रूस और ईरान जैसे अमेरिका के विरोधी देश पहले से ही काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद बाइडन प्रशासन की करारी शिकस्त का आनंद ले रहे हैं।
ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि ये देश तालिबान सरकार को जल्द ही मान्यता भी देंगे।
कब्जा
तालिबान ने अमेरिकी हथियारों पर जमाया कब्जा
वर्तमान में तालिबानी लड़ाके अमेरिकी सेना के बेस कैंप की तलाशी ले रहे हैं और वहां रखी सभी अमेरिका निर्मित एम-4 कार्बाइन राइफल और मशीनगनों को अपने कब्जे में ले लिया है।
इतना ही नहीं उन्होंने अफगानिस्तान सेना के हथियार, गोला-बारूद और हेलीकॉप्टरों पर भी कब्जा जमा लिया है।
तालिबानी लड़ाके अब इन्हीं हथियारों के दम पर देश की जनता को डराने का प्रयास कर रहे हैं। हालांकि, अब विरोध के स्वर भी फूट रहे हैं।