कोरोना संक्रमित पाए गए UK से लौटे छह यात्री; केंद्र सरकार ने जारी की नई SOP
सोमवार रात लंदन से भारत आने वाले छह यात्रियों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है। इन लोगों के सैंपल्स को नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (NCDC) के पास भेजा गया है और वह यह जांच करेगी कि इनमें से कोई व्यक्ति कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन से संक्रमित तो नहीं है। बता दें कि यूनाइटेड किंगडम (UK) में ही कोरोना का नया स्ट्रेन फैल रहा है और लंदन इससे सबसे अधिक प्रभावित इलाकों में शामिल है।
सोमवार रात भारत पहुंची फ्लाइट में आए थे संक्रमित व्यक्ति
नई दिल्ली एयरपोर्ट पर कोरोना वायरस टेस्ट्स की निगरानी रख रहे सरकारी अधिकारी अवनीश कुमार ने बताया कि जिन छह लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है, वे सोमवार रात 10:40 बजे लंदन से भारत पहुंची एयर इंडिया की एक फ्लाइट में सवार थे। इस फ्लाइट के जरिए कुल 266 यात्री भारत पहुंचे हैं। समाचार एजेंसी के अनुसार, इन छह संक्रमितों में से एक ने दिल्ली से चेन्नई की फ्लाइट ली और उसे वहां पॉजिटिव पाया गया।
अन्य उड़ानों से भारत पहुंचे यात्रियों की भी हो रही टेस्टिंग
अधिकारियों के अनुसार, सोमवार शाम को UK से आने वाली उड़ानों पर रोक के बाद से कम से कम तीन और उड़ानें UK से भारत आ चुकी हैं। इनमें से एक उड़ान दिल्ली, एक मुंबई और एक अमृतसर में उतरी। इन उड़ानों में सवार सभी यात्रियों के कोरोना टेस्टों के नतीजे आज आ सकते हैं। इसके अलावा दिल्ली सरकार ने भी पिछले दो हफ्ते में UK से आने वाले लोगों के घर-घर जाकर टेस्ट करने का ऐलान किया है।
केंद्र सरकार ने UK से आ रहे यात्रियों के लिए जारी की नई SOP
नए स्ट्रेन को लेकर बने भय के माहौल के बीच केंद्र सरकार ने UK से आ रहे यात्रियों के लिए नई मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) जारी की है। इसके तहत 21 दिसंबर से 23 दिसंबर के बीच जो भी यात्री UK से भारत आएंगे, उनका RT-PCR टेस्ट किया जाएगा और पॉजिटिव पाए जाने पर उनके सैंपल को नए स्ट्रेन की मौजूदगी की जांच के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV), पुणे या इसी तरह की लैब के पास भेजा जाएगा।
सबसे अलग जगह पर आइसोलेशन में रखे जाएंगे UK से आए संक्रमित यात्री
नई SOP में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने वाले यात्रियों को सबसे अलग जगह पर आइसोलेशन में रखने की बात भी कही गई है। अगर उनमें नए स्ट्रेन की मौजूदगी की पुष्टि होती है तो उन्हें ठीक होने तक इसी आइसोलेशन केंद्र में रखा जाएगा। वहीं अगर उनमें नया स्ट्रेन नहीं पाया जाता तो मौजूदा प्रक्रिया के तहत उनका उपचार किया जाएगा। नेगेटिव पाए जाने वाले यात्रियों को भी घर पर क्वारंटाइन करने की सलाह दी गई है।
पिछले चार हफ्ते में भारत आने वाले यात्रियों पर रखी जाएगी नजर
नई SOP में पिछले चार हफ्ते (25 नवंबर से 23 दिसंबर) के बीच UK से भारत आने वाले सभी यात्रियों की सूची तैयार करने का निर्देश भी दिया गया है। इनमें से पहले दो हफ्ते (25 नवंबर से 8 दिसंबर) में भारत आने वाले यात्रियों से जिला प्रशासन संपर्क करेगा और उनमें कोई भी लक्षण दिखने पर RT-PCR टेस्ट किया जाएगा। वहीं 9 दिसंबर से 23 दिसंबर के बीच आने वाले यात्रियों का 14 दिन तक रोजाना फॉलोअप किया जाएगा।
भारत ने कल लगाई थी UK से आने वाली उड़ानों पर रोक
बता दें कि भारत सरकार ने सोमवार को ही UK से आने-जाने वाली उड़ानों पर रोक लगाई है। ये आदेश 23 दिसंबर से प्रभाव में आएगा और 31 दिसंबर तक लागू रहेगा। अन्य देशों ने भी UK से आने-जाने वाली उड़ानें रोक दी हैं।
70 प्रतिशत अधिक तेजी से फैलता है नया स्ट्रेन
कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन पहली बार सितंबर में दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड में पाया गया था और ये अन्य स्ट्रेनों के मुकाबले 70 प्रतिशत अधिक तेजी से फैलता है। अभी ये लंदन और UK के अन्य हिस्सों में बहुत तेजी से फैल रहा है और कुछ ही समय में यहां कोरोना वायरस का प्रमुख वेरिएंट बन गया है। इंग्लैंड के अलावा ऑस्ट्रेलिया, डेनमार्क, नीदरलैंड, दक्षिण अफ्रीका और इटली में भी नए स्ट्रेन से संक्रमण के मामले सामने आए हैं।
कितना घातक है नया स्ट्रेन?
अभी तक ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है जिससे साबित हो कि नया स्ट्रेन अधिक घातक है या इस पर वैक्सीन का कोई असर नहीं होगा। जानकारों का कहना है कि अभी किसी नतीजे पर पहुंचाना जल्दबाजी होगी। फिर भी संक्रमण की तेज रफ्तार के कारण चिंताएं बढ़ने लगी है। अधिक लोगों के संक्रमित होने का मतलब यह है कि स्वास्थ्य सेवाओं पर बोझ बढ़ेगा, जो कई चुनौतियां का कारण बन सकता है।