सीमा विवाद: पूर्वी लद्दाख के कई इलाकों में चीन ने फिर मजबूत की अपनी उपस्थिति
क्या है खबर?
भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में जारी सीमा विवाद शुरू हुए एक साल पूरा होने वाला है।
इसी बीच खबर आई है कि चीन ने सेना पीछे हटाने की बजाय पूर्वी लद्दाख के कुछ इलाकों में एक बार फिर अपनी उपस्थिति मजबूत की है।
विवाद सुलझाने के लिए जारी बातचीत के बीच चीन ने फिर वादाखिलाफी करते हुए पूर्वी लद्धाख के भीतरी इलाकों में स्थायी अड्डे और डिपो तैयार कर लिए हैं।
जानकारी
चीन की हरकत से सतर्क हुआ भारत
इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि चीन ने अक्साई चिन के उत्तर में स्थित कांगक्सिवर में स्थायी अड्डे तैयार कर लिए हैं।
फरवरी में दोनों देशों के बीच हुए समझौते के बाद सेनाओं की वापसी से भारत और चीन के बीच जारी इस विवाद का हल निकलने की हल्की उम्मीद नजर आई थी, लेकिन अब चीन की तरफ से इस हरकत के बाद भारत फिर सतर्क हो गया है।
सीमा विवाद
पहले की तरह चीन ने मजबूत की उपस्थिति
पूर्वी लद्दाख में चीन ने कई जगहों पर अपनी सेना की तैनाती को पहले की तरह मजबूत कर लिया है।
भारतीय सुरक्षा प्रतिष्ठानों ने खुफिया जानकारियों के आधार पर अनुमान जताया है कि चीन यहां से जल्दी हटने को तैयार नहीं दिख रहा।
चीन की तरफ से सीमा पर अपनी उपस्थिति मजबूत करने की जानकारी उसी दिन सामने आई जब उसके राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में भारत की मदद का भरोसा दिया था।
पूर्वी लद्दाख
चीन ने तैनात किए अतिरिक्त 10,000 सैनिक
बताया जा रहा है कि चीन ने कुछ विवादित इलाकों में पक्के ठिकाने और सैन्य इमारतों का निर्माण किया है, जिससे दोनों देशों के बीच टकराव बढ़ सकता है।
खुफिया अनुमान के मुताबिक, चीन ने रुडोक और कांगक्सिवर पर पहले से स्थायी तौर पर तैनात 10,000 सैनिकों के अलावा 10,000 अतिरिक्त सैनिकों को अस्थायी तौर पर तैनात किया है।
एक सूत्र ने बताया कि चीन पीछे जरूर हटा है, लेकिन उसने अपने सैनिकों की संख्या को कम नहीं किया है।
पूर्वी लद्दाख
5 मई को मौजूदा विवाद को हो जाएगा एक साल
5 मई को भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में चल रहे सीमा विवाद को एक साल पूरा हो जाएगा।
पेंगौंग झील से शुरू हुआ विवाद गलवान घाटी, गोगरा पोस्ट और हॉट स्प्रिंग आदि इलाकों तक फैल गया था। गलवान घाटी में दोनों देशों की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प भी हुई थी, जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हुए थे।
तब से हालात सामान्य बनाने के लिए दोनों देशों के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है।
जानकारी
चीन का हॉट स्प्रिंग और गोगरा से सेना हटाने से इनकार
9 अप्रैल को दोनों देशों की बीच हुई बैठक में चीन ने हॉट स्प्रिंग, गोगरा और देपसांग के समतल इलाकों से सेना हटाने से इनकार कर दिया था।
चीन पहले तो गोगरा और हॉट स्प्रिंग से सेना हटाने को तैयार हुआ था, लेकिन बाद में वह मुकर गया।
चीन ने विवादास्पद इलाकों को खाली करने से इनकार करते हुए कहा कि भारत को अब तक जो हासिल हुआ है, उसी से खुश रहना चाहिए।