ब्रिटेन चुनाव में रिकॉर्ड 29 भारतीय मूल के नेताओं ने दर्ज की जीत, सिख सबसे ज्यादा
ब्रिटेन के आम चुनावों में कीर स्टार्मर की लेबर पार्टी को जीत मिली है और ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा है। हाउस ऑफ कॉमंस की 650 सीटों में से लेबर पार्टी ने 412 और कंजर्वेटिव पार्टी ने 121 सीटों पर जीत दर्ज की है। खास बात यह है कि ब्रिटेन चुनाव में इस बार भारतीयों का दबदबा रहा है। इस साल भारतीय मूल के रिकॉर्ड 29 नेता सांसद चुने गए हैं।
किस पार्टी से कितने भारतवंशी उम्मीदवारों को मिली जीत?
लेबर पार्टी के 19 भारतीय-ब्रिटिश सांसद चुनकर आए हैं। इसमें से 12 उम्मीदवार पहली बार सांसद बने हैं। वहीं, कंजर्वेटिव पार्टी से भारतीय मूल 7 सांसद जीते हैं। लिबरल डेमोक्रेट्स से एक ब्रिटिश-भारतीय सांसद और भारतीय मूल के 2 उम्मीदवार निर्दलीय जीते हैं। जीतने वाले उम्मीदवारों में से 12 सदस्य सिख समुदाय से आते हैं। इनमें 6 महिलाएं भी शामिल हैं। जनता ने 2 सांसदों पर तीसरी बार और एक सांसद पर दूसरी बार भरोसा जताया है।
कौनसे भारतवंशी उम्मीदवारों दूसरी-तीसरी बार जीते?
सिख सांसद प्रीत कौर गिल और तनमनजीत सिंह ढेसी ने लेबर पार्टी के टिकट पर क्रमशः तीसरी बार बर्मिंघम एजबेस्टन और स्लो से जीत हासिल की है। नाडिया व्हिटोम को नॉटिंघम पूर्व से दूसरी बार जीत मिली है। जब वे पहली बार सांसद बनी थीं तो 23 साल की उम्र में हाउस ऑफ कॉमंस में सबसे कम उम्र की सांसद थीं। किरिथ एंटविस्टल बोल्टन उत्तर-पूर्व से सांसद चुनी जाने वाली पहली महिला बन गई हैं।
कंजर्वेटिव पार्टी से इन भारतीय मूल के नेताओं को मिली जीत
पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने यॉर्कशायर में रिचमंड एंड नॉर्थहेलर्टन निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की है। कंजर्वेटिव पार्टी की नेता और पूर्व गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन और प्रीति पटेल और सुनक के गोवा मूल के कैबिनेट सहयोगी क्लेयर कॉटिन्हो को भी अपनी-अपनी सीटों से जीत मिली है। गगन मोहिंदरा को पश्चिम हर्टफोर्डशायर और शिवानी राजा को लीसेस्टर पूर्व से जीत मिली है। वे भारतीय मूल के ही लेबर उम्मीदवार राजेश अग्रवाल के खिलाफ चुनाव लड़ रही थीं।
2 निर्दलीय भारतवंशी भी जीते
चुनावों में 2 निर्दलीय भारतवंशियों ने भी जीत दर्ज की है। इकबाल मोहम्मद ने ड्यूसबरी और बैटले सीट से जीत हासिल की है। उनके माता-पिता 1960 के दशक में भारत से ब्रिटेन चले गए थे। उनके अलावा लीसेस्टर दक्षिण सीट से शौकत आदम को जीत मिली है। वे 3 साल की उम्र में अपने माता-पिता के साथ मलावी से ब्रिटेन आ गए थे। बता दें कि चुनावों में 107 भारतीय मूल के नागरिक मैदान में थे।
2019 के चुनावों में क्या रहे थे परिणाम?
ब्रिटेन में साल 2019 में हुई आम चुनावों में कंजर्वेटिव पार्टी ने जीत हासिल करते हुए सरकार बनाई थी। उस समय 650 सीटों में से कंजर्वेटिव पार्टी ने 365 सीटें हासिल की थी और बोरिस जाॅनसन को प्रधानमंत्री बनाया गया था। इसी तरह लेबर पार्टी केवल 203 सीट जीतने में सफल रही थी। इसके अलावा स्कॉटिश नेशनल पार्टी (SNP) ने 48, लिबरल डेमोक्रेट्स ने 11, डेमोक्रेटिक यूनियनिस्ट पार्टी (DUP) ने 8 और अन्य ने 15 सीटें जीती थी।