क्वाड शिखर सम्मेलन 2024: स्वास्थ्य और स्वच्छ ऊर्जा सहित इन अहम मुद्दों पर हुई चर्चा
अमेरिका के डेलावेयर में आयोजित क्वाड शिखर सम्मेलन में समूह में शामिल भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के राष्ट्राध्यक्ष शामिल हुए। इसमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने यूक्रेन और गाजा युद्धों के कारण बढ़ते वैश्विक तनाव पर चिंता व्यक्त की गई। नेताओं ने पूर्वी और दक्षिण चीन सागर में बढ़ते तनाव पर चिंता जताते हुए आपसी सहयोग से उसका समाधान निकालने पर जोर दिया।
क्वाड स्वास्थ्य सुरक्षा साझेदारी की स्थापना का निर्णय
क्वाड नेताओं ने कोविड-19 महामारी के बाद सबसे खराब स्थिति में बेहतर तैयारी की योजना बनाने का निर्णय किया। एमपॉक्स (मंकीपॉक्स) वैक्सीन और महामारी की तैयारी के लिए क्वाड स्वास्थ्य सुरक्षा साझेदारी की स्थापना की गई। इसी तरह कैंसर मूनशॉट पहल के हिस्से के रूप में सहयोग की प्रतिबद्धता जताई गई, जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने 2.9 करोड डॉलर (243 करोड़ रुपये) और भारत से HPV वैक्सीन योगदान में 75 लाख डॉलर (63 करोड़ रुपये) के सहयोग का वादा किया गया है।
उत्तर कोरिया से अंतरराष्ट्रीय कानूनों का पालन करने की अपील
सम्मेलन में क्वाड के सदस्यों देशों ने उत्तर कोरिया के बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षणों की भी निंदा करते हुए अंतरराष्ट्रीय कानूनों का पालन करने की अपील की। इसी तरह गाजा-हमास के बीच जारी युद्ध को लेकर नेताओं ने हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों को रिहा करने पर जोर दिया। इसके अलावा नेताओं ने दो-राज्य समाधान के लिए अपने समर्थन की पुष्टि की और क्षेत्र में अत्यंत आवश्यक मानवीय सहायता का आह्वान भी किया।
स्वच्छ ऊर्जा और जलवायु पर रहा जोर
क्वाड नेताओं ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए स्वच्छ ऊर्जा आपूर्ति श्रृंखला बनाने के लिए नीतियों और धन के निवेश को संरेखित करने पर विचार किया। इस दौरान ऑस्ट्रेलिया ने सौर, हाइड्रोजन और बैटरी परियोजनाओं के लिए 5 करोड़ ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (285 करोड़ रुपये) की पेशकश की, जबकि भारत ने फिजी, कोमोरोस, मेडागास्कर और सेशेल्स में सौर परियोजनाओं में 20 लाख डॉलर (16.80 करोड़ रुपये) का निवेश करेगा। जापान ने अक्षय ऊर्जा समर्थन में 12 करोड़ डॉलर देने का वादा किया।
भारत ने की 50 क्वाड छात्रवृत्तियां देने की घोषणा
भारत ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र के छात्रों को सरकारी संस्थान में चार वर्षीय स्नातक इंजीनियरिंग कार्यक्रम की पढ़ाई के लिए 5 लाख डॉलर (4.20 करोड़ रुपये) की 50 क्वाड छात्रवृत्तियां देने की घोषणा की। संयुक्त बयान में कहा गया, "हमारी प्रत्येक सरकार ने स्थायी प्रभाव सुनिश्चित करने के लिए हिंद-प्रशांत क्षेत्र में क्वाड प्राथमिकताओं के लिए मजबूत वित्त पोषण को सुरक्षित करने के लिए अपनी संबंधित बजटीय प्रक्रियाओं के माध्यम से काम करने के लिए प्रतिबद्धता जताई है।"
भारत में आयोजित होगा क्वाड शिखर सम्मेलन 2025
सम्मेलन के आखिरी में तय किया गया कि साल 2025 में होने वाला अगला शिखर सम्मेलन भारत में आयोजित किया जाएगा। इसके लिए सभी राष्ट्राध्यक्षों ने भारतीय प्रधानमंत्री मोदी को शुभकामनाएं दी और सम्मेलन के लिए नई योजनाएं बनाने की बात कही।