पाकिस्तान ने पेगासस मामले में भारत पर लगाया जासूसी का आरोप, UN से जांच की मांग
इजराइल की साइबरसिक्योरिटी कंपनी NSO के सॉफ्टवेयर पेगासस के जरिए प्रतिष्ठित लोगों की जासूसी कराए जाने के मामले में पाकिस्तान ने भारत पर बड़ा आरोप लगाया है। पाकिस्तान का आरोप है कि भारत ने पेगासस के जरिए प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा उपयोग लिए गए फोन नंबर को हैक कर उनकी जासूसी कराई है। पाकिस्तान ने इस मामले की निंदा करते हुए संयुक्त राष्ट्र से इस मामले की गहनता से जांच कराने का अनुरोध किया है।
क्या है पेगासस जासूसी कांड?
रविवार को सामने आईं रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि इजरायली कंपनी NSO ग्रुप के स्पाईवेयर पेगासस का इस्तेमाल कर कई देशों के पत्रकारों, नेताओं, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और चर्चित हस्तियों की फोन के जरिये जासूसी की गई। भारत में मोदी सरकार के दो पदासीन मंत्रियों, विपक्षी नेताओं, एक संवैधानिक अधिकारी, कई पत्रकारों और कारोबारियों समेत 1,000 से अधिक लोगों के फोन नंबर इस डाटाबेस में मिले हैं। इस मामले को लेकर भारत की राजनीति गर्माई हुई है।
र्टों में किया जा रहा है सूची में प्रधानमंत्री खान का भी नंबर होने का दावा
दरअसल, फ्रांसीसी गैर-लाभकारी संस्था फॉरबिडन स्टोरीज और एमनेस्टी इंटरनेशनल ने 50,000 फोन नंबरों के लीक हुए डाटाबेस को हासिल करने का दावा किया है। कंपनी का दावा है कि इन नंबरों को पेगासस सॉफ्टवेयर के जरिए निशाना बनाया गया था। कई रिपोर्ट्स में ऐसा दावा किया गया कि ना केवल इमरान खान बल्कि दूसरे देशों के नौ प्रधानमंत्री, तीन राष्ट्रपति और एक राजा के नंबर को भी इसमें निशाना बनाया गया था।
ले मोंडे की रिपोर्ट में पाकिस्तान को बताया सबसे अधिक जांच वाला देश
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, द वाशिंगटन पोस्ट और ले मोंडे दोनों ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि इमरान खान द्वारा एक बार इस्तेमाल किए गए नंबर को NSO क्लाइंट द्वारा निगरानी के लिए चुना गया था। इतना ही नहीं ले मोंडे की रिपोर्ट में तो यह भी दावा किया गया था कि पेगासस के जरिए पाकिस्तान सबसे अधिक जासूसी वाला देश रहा है। इसी तरह पाकिस्तान के भारत में मौजूद कई राजदूत भी इसका शिकार हुए हैं।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने लगाया भारत पर आरोप
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, "भारत पत्रकारों, न्यायाधीशों, राजनयिकों, सरकारी अधिकारियों, कार्यकर्ताओं और प्रधानमंत्री इमरान खान सहित वैश्विक नेताओं के फोन और कंप्यूटर को हैक करने के लिए पेगासस का उपयोग कर रहा है।" उन्होंने कहा, "हमने अंतरराष्ट्रीय मीडिया में प्रकाशित उन सभी खबरों पर गंभीर चिंता व्यक्त की है जिनमें भारत सरकार द्वारा अपने नागरिकों, विदेशी नागरिकों तथा प्रधानमंत्री इमरान खान के जासूसी अभियान का भंडाफोड़ किया है।"
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने की जासूरी अभियान की निंदा
प्रवक्ता ने कहा, "हम जिम्मेदार राष्ट्र व्यवहार के वैश्विक मानदंडों के स्पष्ट उल्लंघन में भारत द्वारा प्रायोजित जासूसी अभियानों की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। हम इस खुलासे पर करीब से नजर रख रहे हैं और वैश्विक मंच का ध्यान आकर्षित करेंगे।" उन्होंने आगे कहा, "पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र की संबंधित एजेंसियों से मामले की गहन जांच करने की भी मांग की और तथ्यों को सामने लाने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।"
जासूसी कराने के आरोपों को खारिज कर चुका है भारत
बता दें कि भारत ने सोमवार को पेगासस जासूसी से जुड़े सभी आरोपों को खारिज किया था और कहा था कि भारतीय लोकतंत्र को नुकसान' पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। इसी तरह गुरुवार को IT मंत्री अश्विनी वैष्णव ने राज्यसभा में कहा था, "भारतीय लोकतंत्र और उसकी सुस्थापित संस्थाओं को बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है। संसद के मानसून सत्र से पहले ही इस तरह की सनसनीखेज रिपोर्ट प्रकाशित होना इत्तेफाक नहीं हो सकता।"