NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / टेक्नोलॉजी की खबरें / क्या है व्हाट्सऐप के जरिए जासूसी का मामला? आसान भाषा में समझिये
    अगली खबर
    क्या है व्हाट्सऐप के जरिए जासूसी का मामला? आसान भाषा में समझिये

    क्या है व्हाट्सऐप के जरिए जासूसी का मामला? आसान भाषा में समझिये

    लेखन प्रमोद कुमार
    Nov 01, 2019
    07:16 pm

    क्या है खबर?

    गुरुवार को खबर आई थी कि व्हाट्सऐप के जरिए भारतीय पत्रकारों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की जासूसी की गई थी।

    इस काम के लिए इजरायल की कंपनी NSO ग्रुप द्वारा बनाये गए पेगासस (Pegasus) स्पाईवेयर का इस्तेमाल किया गया था।

    इंडियन एक्सप्रेस ने खबर दी थी कि व्हाट्सऐप ने मंगलवार को अपने सर्वर के गलत इस्तेमाल करने के लिए NSO ग्रुप पर अमेरिका की एक अदालत में केस किया है।

    आइये, इस पूरे मामले के बारे में विस्तार से जानते हैं।

    जासूसी अभियान

    दुनियाभर में करीब 1,400 लोगों को बनाया गया निशाना

    व्हाट्सऐप ने कहा कि NSO ग्रुप ने 20 देशों में उसके लगभग 1,400 यूजर्स के मोबाइल फोन और डिवाइस पर जासूसी करने के लिए मालवेयर (एक तरह का वायरस) भेजा था। यह जासूसी इस साल अप्रैल से मई के बीच की गई।

    गौरतलब है कि व्हाट्सऐप दुनिया की सबसे लोकप्रिय मैसेजिंग ऐप है और इसके लगभग 150 करोड़ यूजर्स हैं, जिनमें से लगभग 40 करोड़ यूजर्स भारतीय हैं।

    व्हाट्सऐप को निशाना बनाने की एक वजह इसकी लोकप्रियता भी है।

    चिंता

    व्हाट्सऐप प्रमुख ने मामले को बताया चिंता का विषय

    व्हाट्सऐप के प्रमुख विल काथकार्ट ने एक अमेरिकी अखबार में अपने लेख में लिखा कि दुनियाभर में कम से कम 100 मानवाधिकार कार्यकर्ता, पत्रकारों और नागरिक समाज के दूसरे लोगों को जासूसी का निशाना बनाया गया है।

    उन्होंने आगे लिखा कि लोगों की निजी जिंदगी की जासूसी करने वाले उपकरणों का गलत इस्तेमाल किया गया है। अगर यह तकनीक गैर-जिम्मेदार कंपनियों और सरकारों के हाथ लगती है तो सबके लिए बड़ा खतरा होगा।

    जानकारी

    NSO ग्रुप कंपनी क्या करती है?

    NSO ग्रुप इजरायल की एक साइबर सुरक्षा कंपनी है जो तेल अवीव में स्थित है।

    यह कंपनी सर्विलांस टेक्नोलॉजी बनाती है। कंपनी का दावा है कि यह दुनियाभर की सरकारों की आतंकवाद और जुर्म से लड़ने में मदद करती है।

    पेगासस के जरिए जासूसी किए जाने का पहला मामला 2016 में सामने आया था। तब संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के रहने वाले मानवाधिकार कार्यकर्ता अहमद मंसूर को उनके आईफोन पर एक SMS के जरिए लिंक भेजा गया था।

    सिटीजन लैब

    सिटीजन लैब के जरिए मिली थी जासूसी की जानकारी

    सितंबर, 2018 में यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो में स्थित सिटीजन लैब ने बताया कि पेगासस फोन के सिक्योरिटी फीचर्स से छेड़छाड़ कर यूजर की परमिशन के बिना इंस्टॉल हो जाता है।

    उस समय तक 45 देशों में पेगासस के जासूसी अभियान जारी थे।

    लैब ने बताया कि पेगासस फोन के फीचर और सॉफ्टवेयर में उन खामियों का फायदा उठाता है, जिनकी जानकारी इन्हें बनाने वाली कंपनियों को भी नहीं होती। इसलिए इससे बचाव का कोई तरीका उपलब्ध नहीं है।

    मामला

    पेगासस के जरिए जासूसी कर की गई थी जमाल खशोगी की हत्या

    पिछले साल दिसंबर में मॉन्ट्रियल में रहने वाले सऊदी कार्यकर्ता उमर अब्दुलाजीज ने तेल अवीव की एक अदालत में NSO ग्रुप के खिलाफ केस किया था।

    उमर ने आरोप लगाया कि अगस्त, 2018 में पेगासस की मदद से उनके फोन से छेड़छाड़ की गई और उनके नजदीकी दोस्त जमाल खशोगी के साथ हुई बातचीत को सुना गया।

    खशोगी की अक्टूबर में सऊदी अरब के खुफिया एजेंटों ने हत्या कर दी थी।

    जानकारी

    मई में व्हाट्सऐप ने जारी किया था सिक्योरिटी अपडेट

    इस साल मई में एक रिपोर्ट आई थी कि पेगासस की मदद से व्हाट्सऐप यूजर्स को जासूसी करने के लिए निशाना बनाया गया है। इसके बाद व्हाट्सऐप ने सॉफ्टवेयर अपडेट जारी किया था ताकि इसे रोका जा सके।

    पेगासस

    कैसे काम करता है पैगासस स्पाईवेयर?

    किसी टारगेट को मॉनिटर करने के लिए पेगासस ऑपरेटर उसके पास एक लिंक भेजता है। इस लिंक पर क्लिक होते ही यूजर के फोन में पेगासस स्पाईवेयर इंस्टॉल हो जाता है और यूजर को इसका पता भी नहीं चलता।

    डाउनलोड होने के बाद पेगासस अपने ऑपरेटर की कमांड पर चलता है।

    यह कमांड देने पर टारगेट के पासवर्ड, कॉन्टैक्ट, लिस्ट, कैलेंडर इवेंट, टेक्सट मैसेज, वॉइस कॉल समेत पर्सनल डाटा ऑपरेटर के पास भेजता रहता है।

    तरीका

    मिस्ड वीडियो कॉल से इंस्टॉल किया जा सकता है पेगासस

    स्पाईवेयर की मदद से ऑपरेटर टारगेट के फोन का कैमरा और माइक्रोफोन भी ऑन कर सकता है, जिससे उसे टारगेट के आसपास की हलचलों का पता लग सकता है।

    कई बार फोन में स्पाईवेयर डाउनलोड करने के लिए लिंक पर क्लिक की भी जरूरत नहीं होती।

    टारगेट को व्हाट्सऐप पर मिस्ड वीडियो कॉल मिलती है। अगर यूजर्स इस पर कोई रिस्पॉन्स भी नहीं देता है तब भी स्पाईवेयर उसके फोन में डाउनलोड हो जाता है।

    पेगासस

    इन ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम कर सकता है पेगासस

    पेगासस के बारे में NSO ग्रुप का कहना है कि यह पासवर्ड प्रोटेक्टेड डिवाइस में घुस सकता है। यह बेहद कम बैटरी और डाटा का इस्तेमाल करता है और छिपा रहता है।

    इसके चलते यूजर को यह भनक भी नहीं लगती कि उसके फोन में जासूसी की जा रही है।

    यह स्पाईवेयर ब्लैकबेरी, एंड्रॉयड, आईफोन और सिंबियन बेस्ड डिवाइस में काम कर सकता है। एंड्रॉयड आने के बाद अधिकतर सिंबियन डिवाइस बंद हो गए हैं।

    निशाना

    भारत में लगभग दो दर्जन पत्रकारों और कार्यकर्ताओं को बनाया गया निशाना

    गुरुवार सुबह खबरें आई थीं कि पेगासस के जरिए लगभग दो दर्जन पत्रकारों, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, शिक्षाविदों और वकीलों की जासूसी की गई है।

    यह जासूसी मई महीने तक चली। गौरतलब है कि मई में देश में लोकसभा चुनाव हुए थे। सरकार ने इसे लेकर व्हाट्सऐप से जवाब मांगा है।

    इसके लिए उसे 4 नवंबर तक का समय दिया गया है। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सरकार नागरिकों की जासूसी की खबरों को लेकर गंभीर है।

    जासूसी

    इन लोगों ने की जासूसी का शिकार होने की पुष्टि

    अभी तक भारत में जिन लोगों ने जासूसी का निशाना बनने की बात की पुष्टि की है, उनमें भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में मुकदमा लड़ रहे दो वकील शालिनी गैरा और निहाल सिंह राठौर, छत्तीसगढ़ के कार्यकर्ता बेला भाटिया और डिग्री प्रसाद चौहान, दलित चिंतक आनंद तेलतुंबड़े, BBC के पूर्व पत्रकार शुभ्रांशु चौधरी, सामाजिक कार्यकर्ता आशीष गुप्ता, दिल्ली यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर सरोज गिरी, पत्रकार सिद्धांत सिबल, स्वतंत्र पत्रकार राजीव शर्मा शामिल हैं।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    भारत की खबरें
    आईफोन
    कनाडा
    व्हाट्सऐप

    ताज़ा खबरें

    हार्वर्ड विश्वविद्यालय जाने वालों के लिए ट्रंप प्रशासन का नया फरमान, जानिए क्या है मामला  डोनाल्ड ट्रंप
    IPL 2025, क्वालीफायर-2: PBKS बनाम MI मुकाबले की पिच रिपोर्ट, जानिए नरेंद्र मोदी स्टेडियम के आंकड़े  IPL 2025
    भारत के 'टाइगर मैन' वाल्मीक थापर का 73 वर्ष की आयु में निधन रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान
    अरुणाचल प्रदेश: भूस्खलन के बाद वाहन के खाई में गिरने से 7 लोगों की मौत अरुणाचल प्रदेश

    भारत की खबरें

    मैक्सिको ने 311 भारतीयों को वापस भेजा, अमेरिका में अवैध प्रवेश की थी तैयारी दिल्ली
    भारत ने नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी का 'न्याय' का विचार नकार दिया- पीयूष गोयल भारतीय जनता पार्टी
    भारत के चार सबसे पुराने बाजार, जो हैं खरीददारों की पहली पसंद लाइफस्टाइल
    नवंबर में है विदेश यात्रा की योजना, तो ये पांच देश हैं बहुत ही सस्ते इंडोनेशिया

    आईफोन

    इस साल भारत में लॉन्च हुए ये 5 सबसे बेहतरीन स्मार्टफोन लेटेस्ट स्मार्टफोन्स
    आईफोन एक्स में बड़ी सुरक्षा खामी, डिलीट हुई फोटो तक पहुंच सकते हैं हैकर ऐपल
    अपडेट करने के बाद आईफोन एक्स में धमाका, बढ़ सकती हैं ऐपल की मुश्किलें ऐपल
    इस साल तीन नए आईफोन लॉन्च कर सकती है ऐप्पल- रिपोर्ट लेटेस्ट स्मार्टफोन्स

    कनाडा

    कनाडा की नागरिकता लेने वाले भारतीयों की संख्या में पिछले साल के मुकाबले 50 फीसदी इजाफा भारत की खबरें
    न्यूयॉर्कः मेट्रो में पैंट उतारकर क्यों सफर कर रहे हैं लोग? लंदन
    अमेरिका में तिरंगा जलाने की कोशिश के विरोध में लगे 'भारत माता की जय' के नारे भारत की खबरें
    पासवर्ड जानने वाले शख्स की हुई मौत तो अटक गए लोगों के 1,363 करोड़ रुपये क्रिप्टोकरेंसी

    व्हाट्सऐप

    नकली वेरिफिकेशन मैसेज भेजकर किया जा रहा है व्हाट्सऐप अकाउंट हैक, ऐसे बचें फेसबुक
    फेसबुक के को-फाउंडर बोले- मार्क जकरबर्ग के पास अभूतपूर्व शक्तियां, कंपनी को तोड़ने की जरूरत फेसबुक
    श्रीलंकाः मस्जिदों पर पत्थरबाजी, सरकार ने फेसबुक और व्हाट्सऐप पर लगाया प्रतिबंध फेसबुक
    व्हाट्सऐप में आई बड़ी खामी, तुरंत अपडेट करें ऐप नहीं तो हो सकता है नुकसान सोशल मीडिया
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025