केंद्र के इशारे पर हो रहा मेरा फोन टैप, बात करने की आजादी नहीं- ममता बनर्जी
व्हाट्सऐप के जरिए पत्रकारों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की जासूसी के मामले के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उनका फोन भी टैप किया जा रहा है। उन्होंने इसके पीछे केंद्र सरकार और दो-तीन राज्य सरकारों का हाथ बताया। ममता ने इसे बहुत गंभीर मामला बताते हुए प्रधानमंत्री मोदी से इसकी जांच की मांग की है। आइये, जानते हैं कि यह पूरा मामला क्या है और ममता बनर्जी ने क्या-क्या कहा।
केंद्र और राज्य सरकारों के इशारे पर हो रहा फोन टैप- ममता
कोलकाता में छठ पूजा के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए ममता बनर्जी ने कहा, "मेरा फोन टैप किया गया था और मैं ये कई बार कह चुकी हूं। मेरे पास सबूत है। यह केंद्र सरकार और दो-तीन राज्य सरकारों के इशारे पर हो रहा है। मैं उन राज्यों के नाम नहीं लूंगी, लेकिन उनमें से एक राज्य में भाजपा की सरकार है। यह बहुत गंभीर मामला है। प्रधानमंत्री मोदी को खुद इस मामले को देखना चाहिए।"
बात करने की भी आजादी नहीं- ममता
ममता ने आगे कहा, "संविधान हमें आजादी देता है, लेकिन आजादी कहां है। हमें बात करने की भी आजादी नहीं है। पहले लैंडलाइन फोन, फिर मोबाइल और अब तो व्हाट्सऐप भी सुरक्षित नहीं है। कोई बातों को सुनने के साथ-साथ रिकॉर्ड भी कर रहा है।"
भाजपा ने ममता पर किया पलटवार
ममता के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी की भी टिप्पणी भी तुरंत आ गई। भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने ममता पर पलटवार करते हुए कहा, "उन्हें पहले अपने राज्य में देखना चाहिए। बंगाल में कोई कानून-व्यवस्था नहीं है। राजीव कुमार (पूर्व कोलकाता पुलिस कमिश्नर) जैसे अधिकारियों के पास जासूसी के लिए पूरा सेटअप है। पुलिस वहां न सिर्फ विपक्षी नेताओं के फोन टैप करती है बल्कि अपनी पार्टी के नेताओं के भी फोन टैप किए जाते हैं।"
क्या है व्हाट्सऐप के जरिए जासूसी का मामला
गुरुवार को इंडियन एक्सप्रेस ने खबर दी थी कि व्हाट्सऐप के जरिए कम से कम दो दर्जन भारतीय पत्रकारों, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और वकीलों की जासूसी की गई थी। मई में हुई जासूसी को इजरायली कंपनी एनएसओ ग्रुप के स्पाईवेयर पेगासस के जरिए अंजाम दिया गया था। इसे लेकर व्हाट्सऐप ने एनएसओ ग्रुप पर मुकदमा दायर किया है, जबकि एनएसओ ग्रुप ने जासूसी में शामिल होने से इनकार किया है। यह साफ नहीं है कि यह जासूसी किसके कहने पर हुई।
दुनियाभर में 1,400 लोगों को बनाया गया निशाना
व्हाट्सऐप के जरिए जासूसी की खबरें सामने आने के बाद दुनियाभर में विवाद छिड़ा हुआ है। दुनियाभर में लगभग 1,400 लोगों की जासूसी करने की खबर हैं। जासूसी से जुड़े इस पूरे मामले के बारे में आप यहां क्लिक कर विस्तार से जान सकते हैं।