BRICS समिट: वैश्विक अर्थव्यवस्था पर अभी भी दिख रहे हैं कोरोना महामारी के दुष्प्रभाव- मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को चीन की राजधानी बीजिंग में वर्चुअल रूप से आयोजित BRICS समूह के 14वें शिखर सम्मेलन को संबोधित किया। इसमें उन्होंने कहा कि विश्व में भले ही कोरोना महामारी का प्रकोप पहले की तुलना में कम हो गया, लेकिन वैश्विक अर्थव्यवस्था पर अभी भी इसके कई दुष्प्रभाव नजर आ रहे हैं। हालांकि, वैश्विक अर्थव्यवस्था के शासन पर समूह के सभी सदस्य देशों का नजरिया काफी समान रहा है। आइये आगे पढ़ते हैं विस्तृत खबर।
संस्थागत सुधारों से बढ़ी BRICS समूह की प्रभावशीलता- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि समूह के सभी देशों का आपसी सहयोग वैश्विक पोस्ट-कोविड रिकवरी में उपयोगी योगदान दे सकता है। पिछले सालों में समूह द्वारा किए गए कई संस्थागत सुधारों से इस संगठन की प्रभावशीलता बढ़ी है। उन्होंने आगे कहा कि समूह के न्यू डेवलपमेंट बैंक की सदस्यता में भी इजाफा हुआ है। ऐसे कई क्षेत्र हैं जहां समूह के सभी देशों के आपसी सहयोग से देशों के नागरिकों के जीवन को सीधा लाभ मिल रहा है।
इन क्षेत्रों में लोगों को मिला सीधा लाभ
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना वैक्सीनों के लिए शोध एवं विकास केंद्र की स्थापना, सीमा शुल्क विभागों के बीच समन्वय, साझा उपग्रह परामर्श की व्यवस्था और फार्मा उत्पादों का पारंपरिक नियमितीकरण जैसे कदमों का लोगों को सीधा लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि BRICS युवा सम्मेलन, BRICS खेल, सिविल सोसाइटी संगठन और थिंक टैंक के बीच संपर्क बढ़ाकर समूह के सदस्य देशों ने लोगों के आपसी संपर्क को काफी मजबूत किया है।
सम्मेलन में सामने आएंगे संबंधों को मजबूत करने के सुझाव- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज की चर्चा से BRICS देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के कई सुझाव सामने आएंगे। उन पर काम करते हुए आगे बढ़ने के कई सार्थक परिणाम आएंगे। बता दें कि इस साल चीन सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है और राष्ट्रपति शी जिनपिंग अध्यक्षता कर रहे हैं। इस सम्मेलन का विषय 'उच्च गुणवत्ता वाली BRICS साझेदारी को बढ़ावा देना, वैश्विक विकास के लिए नए युग की शुरुआत' है।
विश्वसनीय अंतरराष्ट्रीय भागीदारों के लिए बदला जा रहा है व्यापार का मार्ग- पुतिन
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि वह ब्राजील, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका जैसे विश्वसनीय भागीदारों के लिए व्यापार मार्ग बदल रहा है। उन्होंने BRICS देशों से व्यापारिक संबंध बढ़ाने पर जोर देते हुए कहा कि इस साल के पहले तीन महीनों में ही रूस और BRICS देशों के बीच व्यापार में 38 प्रतिशत का इजाफा हुआ है और यह 45 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया है। यह समूह के देशों के बीच मजबूत संबंधों के कारण है।
क्या है BRICS समूह?
BRICS पांच देशों, ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका, का संगठन है, जिसका मकसद इन देशों में आर्थिक और अन्य तरह का सहयोग बढ़ाना है। इसका गठन 2006 में किया गया था और इसका मुख्यालय शंघाई में है। पहले केवल ब्राजील, रूस, भारत और चीन इसमें शामिल थे और दक्षिण अफ्रीका को 2010 में इसमें शामिल किया गया। भारत, रूस और चीन जैसे देशों की मौजूदगी के कारण ये दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण संगठनों में से एक है।