कमला हैरिस ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए आधिकारिक तौर पर उम्मीदवारी घोषित की, कहा- हम जीतेंगे
अमेरिका में 5 नवंबर को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने वाले हैं। इसमें रिपब्लिकन पार्टी की ओर से पूर्व राष्ट्र्पति डोनाल्ड ट्रंप, जबकि डेमोक्रेटिक पार्टी के ओर से अब कमला हैरिस मैदान में हैं। कमला ने आधिकारिक तौर पर अपनी उम्मीदवारी का ऐलान कर दिया है। एक सोशल मीडिया पोस्ट में कमला ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि उन्होंने अपनी दावेदारी के लिए फॉर्म पर हस्ताक्षर कर दिए हैं।
कमला ने क्या कहा?
कमला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, 'आज मैंने आधिकारिक तौर पर अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा करते हुए फॉर्म पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। मैं हर एक वोट जीतने के लिए कड़ी मेहनत करूंगी। नवंबर में हमारा जनता द्वारा संचालित चुनाव अभियान जीतेगा।' इस पोस्ट के बाद अब ये आधिकारिक तौर पर तय हो गया है कि राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप के सामने कमला ही होंगी।
कमला को मिला दिग्गजों का समर्थन
कमला को अमेरिका के बड़े नेताओं और व्यवसायी वर्ग का समर्थन मिल रहा है। 26 जुलाई को पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और उनकी पत्नी मिशेल ओबामा ने भी कमला के समर्थन का ऐलान किया। वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन पहले ही कमला का समर्थन कर चुके हैं। उन्हें पूर्व हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेंटिव नैंसी पेलोसी और प्रमुख डेमोक्रेटिक फंडरेजर जॉर्ज क्लूनी का भी समर्थन मिल चुका है। ऐसे में कमला की दावेदारी मजबूत हो गई है।
बाइडन ने चुनाव न लड़ने का किया था ऐलान
बता दें कि पहले डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से बाइडन दावेदारी कर रहे थे, लेकिन हाल ही में उन्होंने दावेदारी छोड़ने का ऐलान कर दिया था। उन्होंने कहा था कि वे देश के नागरिकों से अधिक प्यार करते हैं और नेतृत्व युवा पीढ़ी को सौंपने के लिए ऐसा कर रहे हैं। हालांकि, बाइडन की उम्र और स्वास्थ्य को लेकर हो रही आलोचनाओं के बीच उनपर उम्मीदवारी छोड़ने का दबाव बढ़ता जा रहा था।
कौन हैं कमला हैरिस?
भारतीय मूल की कमला का जन्म 1964 में कैलिफोर्निया के ऑकलैंड में हुआ था। उनकी मां श्यामा गोपालन चेन्नई में पैदा हुई थीं, वहीं उनके पिता डोनाल्ड हैरिस जमैका के थे। कमला ने हावर्ड और कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी से कानून की डिग्री हासिल की है। 2017 में उन्होंने पहली बार कैलिफोर्निया से सीनेट का चुनाव लड़ा और अमेरिका की दूसरी अश्वेत महिला सांसद बनीं। 2020 में वे अमेरिका की पहली महिला पहली अश्वेत और पहली भारतीय-अमेरिकी उपराष्ट्रपति बनीं।