डोनाल्ड ट्रंप पर हमला; कैसे और कौन करता है पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपतियों की सुरक्षा?
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर जानलेवा हमला हुआ है। एक रैली के दौरान ट्रंप पर गोलियां चलाई गईं, जिसमें से एक उनके कान को छूकर निकल गई। हमले में ट्रंप को कोई गंभीर चोट नहीं आई, लेकिन उनकी सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं। कई रिपब्लिकन नेताओं ने इस संबंध में चिंता जताई है। आइए जानते हैं कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपतियों की सुरक्षा कैसे की जाती है और कौन करता है।
कौन करता है पूर्व राष्ट्रपतियों की सुरक्षा?
अमेरिका की सबसे पुरानी संघीय जांच और कानून प्रवर्तन एजेंसी सीक्रेट सर्विस पूर्व राष्ट्रपतियों और उनके निकटतम परिवार वालों की सुरक्षा करती है। साल 1965 में अमेरिकी कांग्रेस ने सीक्रेट सर्विस (सार्वजनिक कानून 89-186) को पूर्व राष्ट्रपति और उनके परिवार वालों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए अधिकृत किया था। राष्ट्रपतियों को ये सुरक्षा जिंदगीभर के लिए मिलती है। हालांकि, अगर कोई राष्ट्रपति चाहे तो सुरक्षा लेने से इनकार कर सकता है।
कैसे सुरक्षा करती है सीक्रेट सर्विस?
सीक्रेट सर्विस खुफिया जानकारी और दूसरे पैमानों के आधार पर सुरक्षा स्तर निर्धारित करती है। सुरक्षाकर्मियों की संख्या संभावित खतरे और पद छोड़ने की अवधि पर निर्भर करती है। इस काम में सीक्रेट सर्विस दूसरी संघीय, राज्य और स्थानीय एजेंसियों की मदद भी लेती है। राष्ट्रपतियों की यात्रा से पहले ही एक टीम पहले से पहुंचकर सारे सुरक्षा इंतजामों का प्रबंधन करती है। विदेश में भी राष्ट्रपति की सुरक्षा इनके हाथ में होती है।
किन लोगों की सुरक्षा करती है सीक्रेट सर्विस?
सीक्रेट सर्विस के पास राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति या राष्ट्रपति के पद के उत्तराधिकार के क्रम में अगले व्यक्ति की सुरक्षा का जिम्मा होता है। राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति के निकटतम परिजन, पूर्व राष्ट्रपति, उनके जीवनसाथी और 16 साल से कम उम्र के बच्चों, अमेरिकी यात्रा पर आने वाले विदेशी राष्ट्राध्यक्ष, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार और उनके जीवनसाथी और अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग के सचिव द्वारा राष्ट्रीय विशेष सुरक्षा कार्यक्रम के रूप में नामित किसी आयोजन की सुरक्षा सीक्रेट सर्विस करती है।
डोनाल्ड ट्रंप की सुरक्षा कैसे की जाती है?
डोनाल्ड ट्रंप पूर्व राष्ट्रपति होने के साथ ही फिलहाल राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार भी हैं। ऐसे में ट्र्प को ज्यादा सुरक्षा प्रदान की जाती है। ट्रंप की रैली से पहले सीक्रेट सर्विस बम या किसी दूसरी संदिग्ध वस्तु की तलाश में आयोजनस्थल की तलाशी लेते हैं। कार्यक्रम में आने वाले लोगों को मेटल डिटेक्टर से गुजरना होता है और उनके बैग, पर्स और जेब की हाथ से तलाशी ली जाती है। आसपास की इमारतों की भी तलाशी होती है।