डेमोक्रेटिक पार्टी के जो बिडेन होंगे अमेरिका के अगले राष्ट्रपति, डोनाल्ड ट्रंप को हराया
क्या है खबर?
डेमोक्रेटिक पार्टी के जो बिडेन अमेरिका के अगले राष्ट्रपति होंगे। शनिवार को पेंसिल्वेनिया में जीत के साथ ही उन्होंने मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर निर्णायक बढ़त हासिल कर ली।
इन राज्यों में जीत के बाद बिडेन के खाते में 273 इलेक्टोरल वोट हो गए हैं, जो जीत के लिए जरूरी 270 इलेक्टोरल वोट से अधिक हैं।
अभी कुछ राज्यों का अंतिम परिणाम आना बाकी रहता है, हालांकि उनका चुनाव के अंतिम नतीजों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
डाटा
बिडेन को मिले लगभग 50.5 प्रतिशत वोट
CNN न्यूज के अनुसार, बिडेन को अब तक लगभग 7.44 करोड़ वोट मिले हैं जो कुल वोटों के 50.5 प्रतिशत हैं। वहीं ट्रंप को लगभग 7.03 करोड़ वोट मिले और उनको वोट शेयर 47.7 प्रतिशत रहा।
स्विंग स्टेट्स
महत्वपूर्ण राज्यों में कौन कहां जीता?
राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे तय करने वाले 'स्विंग स्टेट्स' की बात करें तो बिडेन पेंसिल्वेनिया, मिशिगन और विस्कॉन्सिन में जीत दर्ज करने में कामयाब रहे। डेमोक्रेटिक पार्टी के गढ़ माने जाने वाले इन राज्यों में 2016 राष्ट्रति चुनाव में ट्रंप ने जीत दर्ज की थी।
वहीं बिडेन रिपब्लिकन पार्टी के गढ़ माने जाने वाले एरिजोना और जॉर्जिया में भी आगे चल रहे हैं।
ट्रंप फ्लोरिडा और टेक्सास में जीत दर्ज करने में कामयाब रहे।
इंतजार
अमेरिकी लोगों को पांच दिन तक करना पड़ा नतीजों के लिए इंतजार
अमेरिका में आमतौर पर वोटिंग की रात ही राष्ट्रपति चुनाव के संभावित नतीजों को ऐलान हो जाता है, लेकिन इस बार लोगों को नतीजों के लिए पांच दिन का इंतजार करना पड़ा।
इसका एक मुख्य कारण कोरोना वायरस महामारी के कारण रिकॉर्ड संख्या में हुई मेल-इन वोटिंग (डाक के जरिए वोट) रही। कुल 10 करोड़ से अधिक अमेरिकियों ने अपना वोट डालने के लिए मेल-इन वोटिंग का प्रयोग किया, जो कुल वोटों का 67 प्रतिशत है।
उतार-चढ़ाव
डाक के जरिए आए वोटों ने पलटी कहानी, पहले ट्रंप चल रहे थे आगे
मेल-इन वोटिंग की वजह से न केवल नतीजे देरी से आए, बल्कि इनके कारण मतगणना में नाटकीय उतार-चढ़ाव भी देखने को मिला।
दरअसल, रिपब्लिकन पार्टी के ज्यादातर वोटर्स ने वोटिंग वाले दिन बूथ पर जाकर अपना वोट डाला था और इस कारण शुरूआती गणना में ट्रंप बिडेन से बहुत आगे चल रहे थे, लेकिन जब मेल-इन वोट खुलने लगे तो बिडेन ने ट्रंप को पछाड़ दिया क्योंकि इनमें अधिकांश वोट डेमोक्रेटिक पार्टी के थे।
आरोप
मेल-इन वोटों में धांधली और धोखेबाजी का आरोप लगाते रहे ट्रंप
नतीजों को भांप कर ट्रंप मतगणना के दौरान बिडेन और डेमोक्रेटिक पार्टी पर मेल-इन वोटिंग के जरिए धोखेबाजी करने का आरोप भी लगाते रहे। मिशिगन, जॉर्जिया और पेंसिल्वेनिया में मेल-इन वोटों की गिनती रुकवाने के लिए उनका खेमा कोर्ट भी पहुंचा, हालांकि उन्हें यहां से भी निराशा हाथ लगी।
आज भी ट्रंप ने ट्वीट करते हुए धांधली की ओर इशारा किया और कहा कि वे इस चुनाव को बहुत अधिक अंतर से जीते हैं। वे जल्द ही प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।
रिकॉर्ड वोटिंग
चुनाव में ये रिकॉर्ड भी बने
इस बार के राष्ट्रपति चुनाव में कई रिकॉर्ड भी बने जिनमें से एक पिछले 120 साल में सबसे अधिक वोटिंग रही। इस बार चुनाव में लगभग 67 प्रतिशत वोटिंग हुई और रिकॉर्ड 15 करोड़ से अधिक लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
इस रिकॉर्ड वोटिंग का ही असर रहा कि बिडेन को अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के इतिहास में सबसे अधिक वोट मिले और उन्होंने बराक ओबामा का पिछला रिकॉर्ड तोड़ दिया।