अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव: जीतने की कगार पर बिडेन, जानें किस राज्य में कौन आगे
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनावों के वोटों की गिनती आज लगातार चौथे दिन भी जारी है और डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बिडेन और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के बीच करीबी मुकाबला देखने को मिल रहा है। अभी तक कोई भी प्रत्याशी 270 इलेक्टोरल वोट के जादुई आंकड़े तक पहुंचने में कामयाब नहीं रहा है और अभी छह राज्यों के नतीजे आना बाकी रहते हैं। आइए जानते हैं कि इन राज्यों में अभी क्या स्थिति है।
पेंसिल्वेनिया में बिडेन 27,000 से अधिक वोटों से आगे
जिन राज्यों के नतीजे नहीं आए हैं, उनमें पेंसिल्वेनिया (20 इलेक्टोरल वोट) सबसे अहम है और यहां बिडेन 27,130 वोटों से आगे हैं। अगर बिडेन अपनी इस बढ़त को बरकरार रखते हैं और पेंसिल्वेनिया जीतने में कामयाब रहते हैं तो वे चुनाव जीत जाएंगे। उनके लिए अच्छी खबर ये है कि जिन इलाकों के वोटों की गिनती रहती है, वे डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रभुत्व वाले हैं। अगर ट्रंप को दोबारा राष्ट्रपति बनना है तो उनके लिए पेंसिल्वेनिया जीतना अनिवार्य है।
रिपब्लिकन पार्टी के गढ़ माने जाने वाले राज्यों में भी बिडेन आगे
अन्य राज्यों की बात करें तो रिपब्लिकन पार्टी के गढ़ माने जाने वाले जॉर्जिया (16 इलेक्टोरल वोट) में भी बिडेन लगभग 4,400 वोटों से आगे चल रहे हैं। रिपब्लिकन पार्टी के एक और गढ़ एरिजोना (10 इलेक्टोरल वोट) में भी बिडेन 29,861 वोटों से आगे हैं, हालांकि यहां पिछले कुछ समय में उनकी बढ़त कम हुई है और अभी भी एक लाख से अधिक वोटों की गिनती रहती है। 2016 चुनाव में ट्रंप एरिजोना और जॉर्जिया दोनों में जीते थे।
अन्य तीन राज्यों में ये है स्थिति
बाकी तीन राज्यों की बात करें तो 6 इलेक्टोरल वोट वाले नवादा में भी बिडेन 22,657 वोटों से आगे हैं और पिछले कुछ समय में यहां उनकी बढ़त दोगुनी हो गई है। वहीं 15 इलेक्टोरल वोट वाले नॉर्थ कैरोलाइना में ट्रंप 76,515 वोटों से आगे चल रहे हैं और यहां उनकी जीत लगभग तय है। अलास्का (3 इलेक्टोरल वोट) में भी ट्रंप आगे हैं और अमेरिकी मीडिया यहां भी उनकी जीत की संभावना जता रही है।
किसके लिए कौन से राज्य जीतना जरूरी?
वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार, अभी तक बिडेन 253 और ट्रंप 214 इलेक्टोरल वोट अपने खाते में डाल चुके हैं। बहुमत के आंकड़े 270 इलेक्टोरल वोट तक पहुंचने के लिए बिडेन के पास कई रास्ते हैं और पेंसिल्वेनिया जीतना इनमें से सबसे आसान और सीधा रास्ता है। अगर वे पेंसिल्वेनिया हार भी जाते हैं तो अन्य कोई दो राज्य जीतकर राष्ट्रपति बन सकते हैं। वहीं ट्रंप को दोबारा राष्ट्रपति बनने के लिए इन सात में से कोई छह राज्य जीतने होंगे।
बिडेन ने जताई जीत की उम्मीद, दिया देश को एकजुट करने का संदेश
अपनी जीत के रुझानों के बीच देश को संबोधित करते हुए बिडेन ने कहा कि अभी जीत की अंतिम घोषणा नहीं हुई है, लेकिन वह अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हैं। कोरोना वायरस पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि नतीजे आते ही इस महामारी को काबू में करने के लिए काम करेंगे, ताकि लाखों लोगों की जान बचाई जा सके। देश को एकता का संदेश देते हुए उन्होंने ये भी कहा कि वे लोगो को एकजुट करने की कोशिश करेंगे।
ट्रंप का गैर-जिम्मेदाराना रवैया जारी, लगा रहे धांधली का आरोप
वहीं ट्रंप का गैर-जिम्मेदाराना रवैया जारी है और वे लगातार वोटों की गिनती में धांधली का आरोप लगा रहे हैंं। खुद मंगलवार रात ही अपनी जीत का दावा कर चुके ट्रंप ने बिडेन से अपनी जीत का दावा न करने को भी कहा है। ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा, 'जो बिडेन को गलत तरीके से राष्ट्रपति के पद पर दावा नहीं करना चाहिए। मैं भी ये दावा कर सकता हूं। कानूनी प्रक्रिया अभी शुरू हो रही है।'