अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के करीब जो बिडेन, जॉर्जिया में ट्रंप से आगे निकले
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बिडेन जॉर्जिया में डोनाल्ड ट्रंप को पछाड़कर आगे निकल गए हैं। रिपब्लिकन के गढ़ माने जाने वाले जॉर्जिया में 1992 के बाद पहली बार है जब कोई डेमोक्रेटिक उम्मीदवार आगे चल रहा है। बिडेन को 270 इलेक्टोरल वोट पाने के लिए अब जॉर्जिया के साथ-साथ नेवादा, एरिजोना और उत्तरी कैरोलिना में से किसी एक राज्य में जीत की दरकार है। वहीं अगर वो केवल पेंसिलवेनिया जीतते हैं तो भी जादुई अंक छू सकेंगे।
538 में 270 इलेक्टोरल कॉलेज वोट जीतने की जरूरत
राष्ट्रपति बनने के लिए बिडेन और ट्रंप को 538 में से 270 इलेक्टोरल कॉलेज वोट जीतने की जरूरत है। यहां राज्य की आबादी के हिसाब से इलेक्टोरल कॉलेज वोट की संख्या तय है। इसलिए हर राज्य में इलेक्टोरल कॉलेज के वोटों की संख्या अलग-अलग है।
जॉर्जिया में बिडेन 913 वोटों से आगे
शुक्रवार को जॉर्जिया में बिडेन और ट्रंप के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। पहले ट्रंप बिडेन से आगे चल रहे थे, लेकिन जैसे ही डाक से मिले मतों की गितनी शुरू हुई, बाजी पलट गई। राज्य की तरफ से जारी ताजा नतीजों में बताया गया है कि बिडेन ट्रंप से 917 वोट आगे चल रहे हैं। अगर बिडेन जॉर्जिया जीत जाते हैं तो उनके लिए व्हाइट हाउस की रेस एकदम आसान हो जाएगी।
क्या जॉर्जिया में बिडेन की जीत पक्की मानी जा सकती है?
इस सवाल का जवाब फिलहाल ना है। दरअसल, दोनों के बीच कांटे का मुकाबला देखने को मिल रहा है। ऐसे में अभी किसी की जीत के बारे में अनुमान लगाना बेहद जल्दबाजी होगी। मतगणना होने के बाद दोबारा गिनती और उसे कानूनी चुनौती देने का विकल्प खुला हुआ है। इसके अलावा अभी कई मतों की गिनती बाकी है। अभी विदेशों में तैनात अमेरिकी सैनिकों के मतों की गिनती होना भी बाकी है।
जॉर्जिया जीतते हैं तो बिडेन के हो जाएंगे 269 इलेक्टोरल कॉलेज वोट
बिडेन के पास अभी तक 253 इलेक्टोरल वोट है। अगर वो 16 इलेक्टोरल कॉलेज वाले जॉर्जिया में जीत जाते हैं तो यह संख्या 269 पहुंच जाएगी, जो जादुई आंकड़े से महज एक कम होगी। गौरतलब है कि 1992 के बाद से जॉर्जिया के लोगों ने किसी डेमोक्रेटिक उम्मीदवार पर अपना भरोसा नहीं जताया था, लेकिन इस बार इसमें बदलाव होता दिख रहा है। 2016 में ट्रंप यहां 5 प्रतिशत अंकों से जीते थे।
ट्रंप के लिए मुश्किल हुई राह
74 वर्षीय ट्रंप के पास अभी 214 इलेक्टोरल वोट है और वो बिडेन से काफी पीछे चल रहे हैं। इसे देखते हुए ट्रंप के लिए व्हाइट हाउस दोबारा पहुंचना मुश्किल होता हुआ दिख रहा है। दोबारा राष्ट्रपति बनने के लिए ट्रंप को अभी पेंसिलवेनिया और जॉर्जिया में जीत की जरूरत है। साथ ही उन्हें नेवादा या एरिजोना में भी बिडेन को हराना होगा। अगर ऐसा नहीं होता है तो वो दूसरी बार व्हाइट हाउस पहुंचने से चूक सकते हैं।
ट्रंप को जीत के लिए क्या चाहिए?
ट्रंप अगर व्हाइट हाउस की रेस जीतना चाहते हैं तो उन्हें एरिजोना, उत्तरी कैरोलिना, जॉर्जिया और नेवादा में से तीन और पेंसिलवेनिया में जीत हासिल करनी होगी। वहीं अगर वो पेंसिलवेनिया, नेवादा, उत्तरी कैरोलिना और एरिजोना जीत जाते हैं परिणाम टाई हो जाएंगे। अगर ऐसा होता है तो मामला कांग्रेस के पास जाएगा। उस स्थिति में कांग्रेस का निचला सदन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव अगले राष्ट्रपति और ऊपरी सदन सीनेट उप राष्ट्रपति का चुनाव करेगा।
क्या है बाकी राज्यों में स्थिति?
ट्रंप की मुश्किलें बढ़ाते हुए बिडेन पेंसिलवेनिया में उन्हें टक्कर देते हुए नजर आ रहे हैं। यहां अभी तक 97 प्रतिशत मत गिने जा चुके हैं और दोनों के बीच का अंतर घटकर लगभग 18,000 रह गया है। वहीं नेवादा में बिडेन ट्रंप से 11,500 वोट आगे चल रहे हैं। यहां छह इलेक्टोरल वोट है। एरिजोना में बिडेन लगभग 47,000 और उत्तरी कैरोलिना में ट्रंप लगभग 77,000 वोटों से आगे चल रहे हैं।