अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव में पिछले 100 साल में सबसे अधिक वोटिंग
क्या है खबर?
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में इस बार वोटिंग के सारे रिकॉर्ड टूट गए हैं और इस बार पिछले 100 साल में सबसे अधिक वोटिंग हुई है। द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में विशेषज्ञों ने लगभग 16 करोड़ लोगों के वोट डालने का अनुमान लगाया है जो कुल वोटर्स के 67 प्रतिशत से अधिक है।
यही नहीं मेल वोटिंग में भी रिकॉर्ड उछाल आया है और इस बार अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के इतिहास में सबसे अधिक मेल वोटिंग हुई है।
मेल वोटिंग
वोटिंग वाले दिन से पहले ही वोट डाल चुके थे 10.12 करोड़ लोग
मेल वोटिंग और वोटिंग के दिन से पहले होने वाली वोटिंग के आंकड़े इकट्ठा करने वाले अमेरिकी इलेक्शन्स प्रोजेक्ट के अनुसार, मंगलवार को वोटिंग से पहले ही अमेरिका में रिकॉर्ड 10.12 करोड़ लोग अपना वोट डाल चुके थे।
ये चुनावी दिन से पहले हुई अब तक की सबसे अधिक वोटिंग है और ये आंकड़ा कितना अधिक है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ये 2016 चुनाव में हुई कुल वोटिंग के 73 प्रतिशत के बराबर है।
वोट प्रतिशत
आखिरी बार 1908 में हुई थी 65 प्रतिशत से अधिक वोटिंग
रिपोर्ट के अनुसार, इस बार करीब 16 करोड़ अमेरिकी वोट डाल सकते हैं और ये कुल वोटर्स के 67 प्रतिशत से अधिक होगा। इससे पहले आखिरी बार 1908 में राष्ट्रपति चुनाव में 65 प्रतिशत से अधिक वोटिंग हुई थी।
इस चुनाव में 65.7 प्रतिशत लोगों ने वोट डालने के अपने अधिकार का प्रयोग किया था और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार विलियम होवर्ड ने डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार विलियम जेनिंग्स ब्रायन को मात दी थी।
कारण
इन कारणों को माना जा रहा चुनाव में अधिक वोटिंग की वजह
विशेषज्ञों ने कोरोना वायरस महामारी को वोटिंग के दिन से पहले हुई रिकॉर्ड एडवांस वोटिंग के लिए जिम्मेदार बताया है। संक्रमण के खतरे को देखते हुए अधिकतर अमेरिकी लोगों ने मेल वोटिंग के विकल्प को चुना है, खास कर अधिक उम्र वाले लोगों ने।
इसके अलावा कोरोना वायरस महामारी, अर्थव्यवस्था और नस्लीय असमानता जैसे मुद्दों पर देश के बंटे होने को भी चुनाव में अधिक वोटिंग का कारण माना जा रहा है।
ट्रेंड
रिपब्लिकन पार्टी के ज्यादातर समर्थकों ने बूथ पर जाकर डाला वोट
ज्यादातर चुनावी विशेषज्ञों का मानना है कि रिपब्लिकन पार्टी के समर्थकों ने 3 नवंबर को वोटिंग वाले दिन ज्यादा वोटिंग की है, वहीं मेल वोटिंग में ज्यादातर डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार रहे।
बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप भी मेल वोटिंग का विरोध करते रहे हैं और उन्होंने इसमें धांधली की आशंका जताई थी। हालांकि उन्होंने अपने आरोपों को साबित करने के लिए कोई सबूत पेश नहीं किया। उन्होंने अपने समर्थकों से चुनाव वाले दिन वोटिंग करने की अपील की थी।
नतीजे
अभी तक कैसे रहे हैं नतीजे?
अगर चुनावी नतीजों की बात करें तो अभी ट्रंप और बिडेन के बीच कड़ा मुकाबला चल रहा है और अंतिम नतीजे आने में शुक्रवार तक का समय लग सकता है।
वॉल स्ट्रीट जर्नल के अनुसार, अभी तक ट्रंप के खाते में 174 इलेक्टोरल वोट तो बिडेन के खाते में 223 इलेक्टोरल वोट आ चुके हैं। चुनाव जीतने के लिए 270 इलेक्टोरल वोट की जरूरत है।
महत्वपूर्ण राज्यों में ट्रंप फ्लोरिडा और ओहियो जीतने में कामयाब रहे हैं।