मैक्सिको सीमा पर दीवार बनाने के लिए राष्ट्रपति ट्रम्प ने अमेरिका में लगाया राष्ट्रीय आपातकाल
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने देश में आपातकाल लगाने की घोषणा की है। ट्रम्प का यह फैसला मैक्सिको सीमा पर दीवार बनाने को लेकर अमेरिकी संसद और उनके बीच 2 महीने से चल रहे गतिरोध के बीच आया है। अमेरिकी कांग्रेस ने दीवार के लिए जरूरी फंड देने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद अब ट्रम्प ने आपातकाल की घोषणा की है। आपातकाल की स्थिति में वह दीवार के लिए फंड को मंजूरी दे सकते हैं।
आपातकाल के फैसले पर हस्ताक्षर करते हुए ट्रम्प
'देश कर रहा आक्रमण का सामना'
आपातकाल की घोषणा के बाद अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में राष्ट्रपति ट्रम्प ने इसके समर्थन में सबूत तो कम पेश किए, लेकिन एक तरह का चुनावी भाषण जरूर दिया। उन्होंने कहा कि देश मैक्सिको सीमा पर आक्रमण का सामना कर रहा है और ड्रग्स, मानव तस्करी और हर तरीके के अपराधियों और गैंग को रोकने के लिए दीवार बेहद जरूरी है। इस दौरान उन्होंने इसे राष्ट्रीय संकट बताया और 7 बार आक्रमण शब्द का प्रयोग किया।
संसद ने नहीं दिया था दीवार के लिए फंड
मैक्सिको सीमा पर 230 मील (लगभग 370 किलोमीटर) दीवार बनाना ट्रम्प के अहम चुनावी वादों में से एक था। उन्होंने इसके लिए संसद से 5 अरब डॉलर की मांग की थी, लेकिन संसद ने केवल 1.3 अरब डॉलर का ही फंड मंजूर किया था। ट्रम्प इससे खुश नहीं थे और इसी कारण उनमें और संसद में टकराव देखने को मिला। टकराव के कारण अमेरिका को अपने इतिहास के सबसे लंबे 35 दिन के शटडाउन का सामना करना पड़ा।
कानूनी लड़ाई के लिए तैयार ट्रम्प
ट्रम्प ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह भी कहा कि आपातकाल की जरूरत नहीं थी, लेकिन ऐसा करने से अब दीवार का निर्माण तेजी से हो सकेगा। उन्होंने घोषणा पर कानूनी कार्रवाई का अंदेशा भी जताया। उन्होंने कहा, "अब हम पर 9वें सर्किट में मुकदमा किया जाएगा और यह हमारे खिलाफ फैसला करेगा। अंत में मामला सुप्रीम कोर्ट में जाएगा, यहां मुझे उम्मीद है कि हमारी बात सुनी जाएगी और फैसला हमारे हक में आएगा।"
आपातकाल में फंड मंजूर कर सकते हैं ट्रम्प
आपातकाल के बाद ट्रंप अन्य कार्यों में प्रयोग होने वाले फंड को भी दीवार बनाने में उपयोग कर सकते हैं। व्हाइट हाउस अधिकारियों के अनुसार, ट्रेजरी फ़ॉरेस्ट फंड से लगभग 60 करोड़ डॉलर, रक्षा विभाग की दवा-विरोधी गतिविधियों से 2.5 अरब डॉलर और अन्य सैन्य निर्माण खातों से 3.6 अरब डॉलर फंड इकट्ठा किया जाएगा। हालांकि, इसमें कई समस्याएं हैं और कानून के जानकारों का कहना है कि ट्रम्प को यह अधिकार नहीं है।
दुविधा में ट्रम्प की पार्टी
डेमोक्रेट्स ने इस फैसले का विरोध करते हुए इसे रोकने के लिए संसद से लेकर कोर्ट और जनता के बीच लड़ाई लड़ने की बात कही है। वहीं, ट्रम्प की खुद की रिपब्लिकन पार्टी फैसले पर दुविधा में है। कुछ रिपब्लिकन्स का मानना है कि यह फैसला गैरजरूरी था और वह पहले से ही राष्ट्रपति को मसले पर न अड़ने की सलाह दे रहे थे। जबकि अन्य 2020 के राष्ट्रपति चुनाव को देखते हुए इसके खिलाफ बोलने से बच रहे हैं।
कब-कब लगा है अमेरिका में आपातकाल
बता दें कि 1976 का एक कानून राष्ट्रपति को राष्ट्रीय आपातकाल घोषित करने का अधिकार देता है। आपातकाल में राष्ट्रपति अमेरिकी संसद की विशिष्ट शक्तियों का प्रयोग कर सकते हैं। अभी तक 31 बार अमेरिका में आपातकाल लगाया जा चुका है। 9/11 आतंकी हमले के बाद तत्कालीन राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने आपातकाल की घोषणा की थी। बराक ओबामा ने भी 2009 में स्वाइन फ्लू के बढ़ते प्रकोप के कारण आपातकाल लगाया था।