इजरायली सेना ने गाजा का नेत्जारिम गलियारा खाली किया, हमास बोला- ये इजरायल की हार
क्या है खबर?
इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम के तहत इजरायल की सेना गाजा के नेत्जारिम गलियारे से पीछे हट गई है। ये गलियारा उत्तरी गाजा को दक्षिणी गाजा से अलग करता है।
एक हमास अधिकारी ने कहा, "इजरायली बलों ने अपने ठिकानों और सैन्य चौकियों को ध्वस्त कर दिया है और नेत्जारिम गलियारे से अपने टैंकों को पूरी तरह से हटा लिया है, जिससे वाहनों को दोनों दिशाओं में स्वतंत्र रूप से गुजरने की अनुमति मिल गई है।"
बयान
हमास ने सैनिकों की वापसी को इजरायल की हार बताया
युद्धविराम समझौते के तहत इजरायल को इस गलियारे से 9 फरवरी तक अपनी सेना को हटाना था।
एक बयान में हमास ने कहा, "गलियारे से इजरायल का पूरी तरह हटना फिलिस्तीनी लोगों के खिलाफ विनाश के युद्ध के लक्ष्यों की विफलता की निरंतरता का संकेत है। फिलिस्तीनियों की घरों में वापसी और बंदियों-कैदियों की अदला-बदली इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के उस दावे को गलत साबित करती है, जिसमें उन्होंने युद्ध में जीत हासिल करने की बात कही है।"
गलियारा
क्या है नेत्जारिम गलियारा?
नेत्जारिम गलियारा करीब 6 किलोमीटर लंबा है, जिसे इजरायल ने हमास के साथ युद्ध के शुरुआती दिनों में बनाया था। यह गाजा पट्टी के साथ इजरायली सीमा से लेकर भूमध्य सागर तक फैला हुआ है।
इसका नाम 2005 में बंद की गई गाजा में आखिरी इजरायली बस्ती के नाम पर रखा गया है। हमास के साथ युद्ध शुरू होने के बाद उत्तरी गाजा को दक्षिणी गाजा से अलग-थलग कर दिया था।
बंधक
हमास ने 3 और इजरायली बंधकों को रिहा किया
8 फरवरी को हमास ने 3 और इजरायली बंधकों को रिहा किया है। इसके बाद इजरायल ने भी 183 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया है।
युद्धविराम समझौते के तहत ये 5वीं बार है, जब इजरायल और हमास में बंधकों और कैदियों की अदला-बदली हुई है।
सबसे पहले 20 जनवरी को हमास ने 3 बंधकों को रिहा किया था, जिसके बदले में इजरायल ने 90 फिलस्तीनी कैदियों को वेस्ट बैंक में छोड़ा था।
दूसरा चरण
युद्धविराम के दूसरे चरण को लेकर संशय
इजरायल-हमास के बीच युद्धविराम का पहला चरण 42 दिन तक चलेगा। आज इसके 22 दिन हो गए हैं।
इस दौरान हमास 33 बंधकों को रिहा करेगा और दूसरे चरण को लेकर भी बातचीत होगी।
इस संबंध में इजरायली प्रधानमंत्री ने अपना एक प्रतिनिधिमंडल कतर भेजा है, लेकिन इसमें निचले स्तर के अधिकारी हैं। इस वजह से युद्धविराम का दूसरा चरण लागू होने को लेकर अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं है।