हूती विद्रोहियों ने नजरअंदाज की अमेरिका की अंतिम चेतावनी, जहाज पर हमले के लिए भेजा ड्रोन
क्या है खबर?
यमन के हूती विद्रोही लाल सागर में लगातार जहाजों को निशाना बना रहे हैं। अमेरिका समेत 13 देशों की अंतिम चेतावनी के बावजूद हूतियों ने गुरुवार को लाल सागर में एक जहाज पर मानवरहित सतह ड्रोन (USV) से हमला किया।
ये ड्रोन लाल सागर में लगभग 80 किलोमीटर भीतर जाकर व्यस्त अंतरराष्ट्रीय शिपिंग मार्ग में जाकर फट गया।
हालांकि, इस हमले में किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
USV
हूतियों ने पहली बार किया USV का इस्तेमाल
मध्य-पूर्व में अमेरिकी नौसेना के संचालन प्रमुख वाइस एडमिरल ब्रैड कूपर ने कहा कि हालिया कुछ समय में यह पहली बार था, जब हूतियों ने हमले के लिए USV का इस्तेमाल किया है।
इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रैटेजिक स्टडीज के मिसाइल विशेषज्ञ फैबियन हिंज ने कहा, "USV का इस्तेमाल सऊदी गठबंधन बलों के खिलाफ पिछली लड़ाई के दौरान किया गया था। इन्हें आत्मघाती ड्रोन नौकाओं के रूप में उपयोग किया जाता है, जो टक्कर के बाद फट जाती है।"
ईरान
अमेरिका ने ईरान पर लगाया हूतियों का सहयोग करने का आरोप
संयुक्त राष्ट्र (UN) में अमेरिकी उपराजदूत क्रिस्टोफर लू ने कहा कि ईरान ने हूतियों को ड्रोन, भूमि पर हमला करने वाली क्रूज मिसाइलें और बैलिस्टिक मिसाइलें सहित धन और उन्नत हथियार प्रणालियों की आपूर्ति की है।
उन्होंने कहा, "लाल सागर में वाणिज्यिक जहाजों पर हमलों की योजना बनाने में ईरान भी गहराई से शामिल रहा है। ईरान के समर्थन के बिना हूती जहाजों पर हमला करने के लिए संघर्ष करेंगे।"
चेतावनी
गुरुवार को अमेरिका और उसके सहयोगियों ने हूतियों को दी थी 'आखिरी चेतावनी'
गुरुवार को अमेरिका और उसके 12 सहयोगियों ने हूती विद्रोहियों को 'अंतिम चेतावनी' जारी की थी।
एक संयुक्त बयान में इन देशों ने कहा था, "हम इन अवैध हमलों को तत्काल समाप्त करने और गैरकानूनी रूप से हिरासत में लिए गए जहाजों और चालक दल को रिहा करने का आह्वान करते हैं। अगर हूती जीवन, वैश्विक अर्थव्यवस्था और महत्वपूर्ण जलमार्गों में वाणिज्य के मुक्त प्रवाह को खतरे में डालना जारी रखते हैं तो उन्हें इसके परिणामों खुद भुगतने होंगे।"
हमले
25 जहाजों को निशाना बना चुके हैं हूती
इजरायल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद से हूती करीब 25 जहाजों को निशाना बना चुके हैं।
23 दिसंबर को दक्षिणी लाल सागर में हूतियों ने 'MV केम प्लूटो' और 'MV साईबाबा' जहाज पर ड्रोन हमला किया था।
इससे पहले नवंबर में हूतियों ने 'गैलेक्सी लीडर' नामक जहाज को अगवा भी कर लिया था। विद्रोही हेलिकॉप्टर के जरिए जहाज पर उतरे और उसे यमन की सीमा में ले गए।
हालांकि, इन सभी हमलों में केवल जहाजों को मामूली क्षति पहुंची।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
USV को आम बोलचाल की भाषा में ड्रोन नाव कहा जाता है। ये एक छोटी नाव जैसा होता है, जो बिना किसी चालक के रिमोट कंट्रोल के जरिए पानी की सतह पर चलता है।
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान इनका काफी इस्तेमाल हुआ था। यूक्रेन युद्ध में भी रूस की ओर से इनका इस्तेमाल हुआ है।
सैन्य उपयोग के अलावा इनका इस्तेमाल निगरानी, अनुसंधान, कार्गो परिवहन और खेती जैसे कई क्षेत्रों में होता है।