
कब बदल देने चाहिए कार के शॉक एब्जॉर्बर? मिलते हैं ये संकेत
क्या है खबर?
कार के शॉक एब्जॉर्बर सस्पेंशन सिस्टम का अहम हिस्सा हैं। गाड़ी को सड़क पर चलने पर झटके और कंपन से बचाते हैं। ये झटकों को अवशोषित करके यात्रा को आरामदायक और गाड़ी के नियंत्रण को बेहतर बनाते हैं। कई बार इनमें खराबी आ जाती है, जिससे कार चलाते समय कई परेशानी आ सकती है। इन पर ध्यान नहीं देने से बड़ा नुकसान होने की संभावना रहती है। आइये जानते हैं कार में कब शॉक एब्जॉर्बर बदल देने चाहिए।
खराबी
किन कारणों से खराब होते हैं शॉक एब्जॉर्बर?
शॉक एब्जॉर्बर गाड़ी की सस्पेंशन स्प्रिंग के रिबाउंड को नियंत्रित करता है, जिससे टायर सड़क के संपर्क में रहते हैं। अच्छी गुणवत्ता का शॉक एब्जॉर्बर लगभग 5 साल तक चल सकता है, लेकिन इसके अलावा इसका खराब होना कई कारकों पर निर्भर होता है। यह आपके ड्राइविंग के तरीके, किलोमीटर, ड्राइविंग के लिए उपयोग की गई सड़क की स्थिति से प्रभावित होता है। खराब सड़कों पर तेज गति से गाड़ी चलाने पर शॉक एब्जॉर्बर जल्दी खराब हो जाते हैं।
झटके
जब लगने लगे कार में ज्यादा झटके
जब थोड़ी-सी भी उबड़-खाबड़ सड़क पर गाड़ी ज्यादा उछलने लगे और उसमें बैठी सवारियों को ज्यादा झटक महसूस हों तो समझ जाएं कि शॉक एब्जॉर्बर को बदलने का समय आ गया है। क्षतिग्रस्त सड़क पर अगर कार में ज्यादा कंपन हो रहा है, तो इस पार्ट को मैकेनिक से जरूर चेक करा लें। इसके अलावा खराब रास्तों पर गाड़ी से तेज आवाज आ रही है तो शॉक एब्जॉर्बर को बदलवाने में ज्यादा देरी करना नुकसानदायक हो सकता है।
फ्लुइड लीक
फ्लुइड लीक हो तो तुरंत करा लें चेक
शॉक एब्जॉर्बर से हाइड्रॉलिक फ्लुइड लीक हो रहा तो यह इसमें खराबी का संकेत देता है। पर्याप्त फ्लुइड के बिना गाड़ी झटकों नहीं झेल नहीं पाएगी। अगर, टायर में असामान्य घिसाव दिखाई दे तो यह इस पार्ट में खराबी की तरफ इशारा करता है। साथ ही ब्रेक लगाते समय कार आगे झुकती है या मोड़ते समय डगमगा जाती है तो शॉक एब्जॉर्बर की जांच तुरंत करा लें। इन्हें बदलकर सस्पेंशन और टायर के नुकसान को रोक सकते हैं।